Get App

97 लाख वाहनों को कबाड़ में बदलने से मिलेगा ₹40,000 करोड़ GST: नितिन गडकरी

Scrapping Vehicles: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने ACMA के वार्षिक सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि हमारे अनुमान के मुताबिक करीब 97 लाख वाहनों को कबाड़ में बदलने की जरूरत है। ऐसा होने पर 70 लाख नौकरियां पैदा होंगी और केंद्र एवं राज्यों को GST रेवेन्यू के तौर पर करीब 40,000 करोड़ रुपये मिलेंगे

Akhilesh Nath Tripathiअपडेटेड Sep 14, 2025 पर 7:24 PM
97 लाख वाहनों को कबाड़ में बदलने से मिलेगा ₹40,000 करोड़ GST: नितिन गडकरी
Scrapping Vehicles: मोटर वाहन नियमों के तहत कमर्शियल वाहनों के लिए फिटनेस जांच कराना अनिवार्य है

Scrapping Vehicles: केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा है कि यदि देश में सभी 97 लाख अयोग्य एवं प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों को कबाड़ में तब्दील कर दिया जाए तो केंद्र और राज्यों को माल एवं सेवा कर (GST) के रूप में 40,000 करोड़ रुपये तक का लाभ होगा। उन्होंने बताया कि अगस्त महीने तक तीन लाख वाहन कबाड़ घोषित किए जा चुके हैं जिनमें 1.41 लाख सरकारी वाहन भी शामिल हैं। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने शुक्रवार को एक कार्यक्रम के दौरान ऑटोमोबाइल उद्योग को यह व्यापक प्रस्ताव दिया।

पीटीआई के मुताबिक, नितिन गडकरी ने ACMA के वार्षिक सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, "हमारे अनुमान के मुताबिक करीब 97 लाख वाहनों को कबाड़ में बदलने की जरूरत है। ऐसा होने पर 70 लाख नौकरियां पैदा होंगी और केंद्र एवं राज्यों को जीएसटी राजस्व के तौर पर करीब 40,000 करोड़ रुपये मिलेंगे" उन्होंने निजी क्षेत्र से आग्रह किया कि वाहन को कबाड़ में देने यानी स्क्रैप का सर्टिफिकेट जमा करने वाले ग्राहकों को नए वाहन खरीदते समय कम से कम पांच प्रतिशत की छूट दें।

गडकरी ने कहा कि वर्तमान में हर महीने औसतन 16,830 वाहन स्क्रैप हो रहे हैं। निजी क्षेत्र ने इस क्षेत्र में 2,700 करोड़ रुपये का निवेश किया है। सरकार ने पर्यावरण-अनुकूल तरीके से चलने के अयोग्य हो चुके एवं प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों को चरणबद्ध ढंग से हटाने के लिए स्वैच्छिक वाहन बेड़ा आधुनिकीकरण कार्यक्रम (V-VMP) लागू किया हुआ है।

मोटर वाहन नियमों के तहत कमर्शियल वाहनों के लिए फिटनेस जांच कराना अनिवार्य है। यह जांच आठ साल तक हर दो साल पर करना होता है और फिर हर साल करना जरूरी होता हैनिजी वाहनों के मामले में फिटनेस जांच 15 साल की अवधि पूरी होने के बाद करानी होती हैसरकारी वाहनों की उपयोग अवधि 15 साल के बाद समाप्त हो जाती है

सब समाचार

+ और भी पढ़ें