US-चीन ट्रेड वॉर के चलते Apple आईफोन की मैन्युफैक्चरिंग भारत शिफ्ट करने पर विचार कर रही है। सूत्रों के मुताबिक अमेरिका में बिकने वाले सभी आईफोन की मैन्युफैक्चरिंग चीन की बजाय भारत में करने की योजना है। पूरी खबर के साथ सीएनबीसी-आवाज़ संवादादात असीम मनचंदा ने बताया कि अब सभी iPhone भारत में बनेंगे। सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक सभी iPhone की मैन्युफैक्चरिंग भारत में करने पर विचार किया जा रहा है। एप्पल भारत को मैन्युफैक्चरिंग हब बनाने पर विचार कर रही है।
सूत्रों के मुताबिक US में बिकने वाले आईफोन भारत बन सकते हैं। एप्पल का फैसला भारत में क्षमता विस्तार पर निर्भर करेगा। US-चीन ट्रेड डील पर भी मैन्युफैक्चरिंग शिफ्ट करने का फैसला निर्भर है। 2025 में 4 करोड़ तक फोन उत्पादन का लक्ष्य है है। भारत में कॉन्ट्रैक्ट मैन्युफैक्चरर्स का क्षमता बढ़ाने पर जोर दिया जा रहा है। बंगलुरु में Foxconn का प्लांट इस महीने शुरू हो सकता है। Foxconn के प्लांट में 2 करोड़ तक फोन बनाने की क्षमता होगी। इस साल भारत ने 1.5 लाख करोड़ के आईफोन का निर्यात किया है।
अमेरिका Apple का सबसे बड़ा मार्केट है। 2024 में कंपनी की iPhone बिक्री का 28 फीसदी हिस्सा अमेरिका से ही आया था। ट्रंप की reciprocal tariff (जैसे को तैसा टैरिप) नीति के तहत स्मार्टफोन्स पर 20 फीसदी ड्यूटी और कुछ इलेक्ट्रॉनिक्स पर 145 फीसदी तक टैरिफ लग चुके हैं। ऐसे में चीन से डिवाइस बनवाकर अमेरिका भेजना Apple के लिए मंहगा सौदा बन गया है, जिससे कंपनी को नुकसान हो सकता है।
बता दें कि वित्त वर्ष 2025 में Apple ने भारत में 22 अरब डॉलर के iPhone बनाए, जो सालाना आधार पर 60 फीसदी ज्यादा है। फिलहाल दुनिया के करीब 20 फीसदी iPhone भारत में बनते हैं। आने वाले सालों में यह मात्रा और बढ़ेगी। तमिलनाडु में फॉक्सकॉन की फैक्ट्री, टाटा इलेक्ट्रोनिक्स और Pegatron के साथ मिलकर Apple भारत में बड़े स्तर पर उत्पादन कर रहा है। Tata ने हाल ही में विस्ट्रन की यूनिट को भी टेकओवर किया है।