22 अप्रैल को पहलगाम हमले के बाद से एक कम्युनिकेशन डिवाइस की जांच की जा रही है, जिसकी लोकेशन हाल ही में दाचीगाम में मिली। शीर्ष सुरक्षा सूत्रों ने CNN-News18 को बताया कि दो दिन पहले इसी डिवाइस से एक संदिग्ध कॉल की गई थी, जिसे सुरक्षा बलों ने इंटरसेप्ट कर लिया था। इस संदिग्ध कॉल ने खतरे की घंटी बजा दी थी। इस जानकारी को आगे बढ़ाया गया और सोमवार को दाचीगाम जंगल में एक ऑपरेशन शुरू किया गया।
पहलगाम हमले में शामिल आतंकवादियों ने कथित तौर पर हुआवेई सैटेलाइट फोन का इस्तेमाल किया था, लेकिन हमले के बाद से इस डिवाइस का इस्तेमाल नहीं किया गया। हालांकि, फोन को ट्रैक करने वाली खुफिया एजेंसियों ने पाया कि दो दिन पहले इस डिवाइस से कॉल की गई थी। बाद में, डिवाइस की लोकेशन दाचीगाम के काफी अंदर मिली, जहां आस-पास कोई मानव बस्ती नहीं थी।
हालांकि, एजेंसियां सोमवार को दाचीगाम मुठभेड़ में मारे गए आतंकवादियों की पहचान नहीं कर पाई हैं, लेकिन उनमें से एक की पहचान पहलगाम आतंकवादी हमले के मास्टरमाइंड हाशिम मूसा के रूप में हुई है।
यह भी शक था कि वे पाकिस्तान में आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े थे।
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) की तरफ से पहले गिरफ्तार किए गए परवेज और बशीर अहमद नाम के दो आतंकवादियों ने भी कहा कि पहलगाम आतंकी हमले में तीन पाकिस्तानी लश्कर आतंकवादी शामिल थे।
जम्मू-कश्मीर के शीर्ष अधिकारियों ने कहा कि शवों को नीचे लाने में समय लगेगा, लेकिन मारे गए आतंकवादियों की पहचान सुनिश्चित करने के लिए ड्रोन फोटोग्राफी तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है।
अधिकारियों ने कहा, "मारे गए आतंकवादी की पहचान के लिए ये तस्वीरें गिरफ्तार किए गए आतंकवादियों को दिखाई जाएंगी।"
सुरक्षा बलों ने सोमवार को श्रीनगर के पास दाचीगाम जंगल के ऊपरी इलाकों में तीन आतंकवादियों को मार गिराया। इससे पहले दिन में इलाके में गोलियों की आवाज सुनी गई थी।
टॉप इंटेलिजेंसी सूत्रों ने पुष्टि की है कि मारे गए तीनों आतंकवादी लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े विदेशी नागरिक थे।
श्रीनगर स्थित सेना की चिनार कोर ने अपने X हैंडल पर पोस्ट किया, "ऑपरेशन महादेव - लिडवास जनरल एरिया में कॉन्टैक्ट हो गया है। ऑपरेशन जारी है।"
उन्होंने बताया कि सुरक्षा बलों ने इंटेल के आधार पर हरवान के मुलनार इलाके में एंटी टेरर ऑपरेशन शुरू किया।
न्यूज एजेंसी PTI nने अधिकारियों के हवाले से बताया कि जब सुरक्षाकर्मी तलाशी ले रहे थे, तो दूर से दो राउंड गोलियों की आवाज सुनी गई।
उन्होंने बताया कि इलाके में अतिरिक्त बल भेजा गया और आतंकवादियों को पकड़ने के लिए तलाशी अभियान तेज कर दिया गया।