भारतीय सेना ने पाकिस्तान अधिकृत जम्मू कश्मीर (POJK) के लीपा घाटी रीजन में पाकिस्तानी सेना के ठिकानों को इस हद तक तबाह कर दिया है कि पाकिस्तान को इसे फिर से बनाने में 8-12 महीने लगेंगे। न्यूज एजेंसी PTI ने अधिकारियों के हवाले से कहा कि यह तबाही ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान के युद्धविराम उल्लंघन के बाद भारतीय सेना की एक्शन का नतीजा थी। ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारत ने पाकिस्तानी हमले के जवाब में सीमा पार जमीनी अभियान चलाया, जिससे POK में भारी नुकसान हुआ।
भारत ने 7 मई को पाकिस्तान और POK में नौ आतंकवादी ठिकानों पर हवाई हमले किए। पाकिस्तान की तरफ से देश के उत्तरी और पश्चिमी हिस्सों में हमले किए जाने के बाद, भारत ने और हवाई हमले किए।
जल्द ही भारत और पाकिस्तान के बीच हमलों का सिलसिला शुरू हो गया, जिसमें भारत ने रडार साइट और एयर डिफेंस यूनिट के अलावा कम से कम आठ पाकिस्तानी एयरबेस पर हमला किया।
जहां सभी का ध्यान हवाई हमलों पर था, तो वहीं इस दौरान जम्मू-कश्मीर में सीमा पार की कार्रवाई भी हुई। भारतीय सेना ने POK में पाकिस्तानी सैन्य ढांचे को तबाह कर दिया।
PTI के मुताबिक, सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सेना की कार्रवाई में कम से कम तीन चौकियां, एक गोला-बारूद डिपो, फ्यूल स्टोरेज फैसिलिटी और तोप सहित दूसरे टारगेट पूरी तरह से नष्ट हो गए।
एक दूसरे अधिकारी ने कहा कि पाकिस्तान ने भारतीय ठिकानों पर हमला करने के लिए एरियल प्लेटफार्मों सहित भारी हथियारों का इस्तेमाल किया, लेकिन स्वदेशी आकाशदीप रडार सिस्टम ने उन हमलों को विफल कर दिया।
दूसरे अधिकारी ने न्यूज एजेंसी को बताया, "हमारे स्वदेशी रूप से विकसित आकाशदीप रडार सिस्टम ने शानदार प्रदर्शन किया, जबकि हमारी एयर डिफेंस गन ने उनके एरियल प्लेटफार्मों को बेअसर कर दिया। हमारा सैन्य बुनियादी ढांचा बरकरार है, जबकि दुश्मन का सफाया हो गया है।"
अधिकारियों के अनुसार, भारतीय ऑपरेशन में कम से कम 64 पाकिस्तानी सैनिक मारे गए और 96 घायल हुए।
सेना की 15वीं कोर के एक वरिष्ठ अधिकारी ने एजेंसी को बताया कि पाकिस्तानी हमले पर भारत की प्रतिक्रिया इतनी तेज थी कि 75वीं इंफेंट्री ब्रिगेड के पाकिस्तानी कमांडर ने जवाबी हमला करने के बजाय छिपकर अपने सैनिकों की जान बचाना बेहतर समझा।
15वीं कोर के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, "इंटरसेप्ट की गई बातचीत से पता चला है कि कैसे एक पाकिस्तानी सेना कमांडर मस्जिद के अंदर छिपकर सैनिकों को पहले जान बचाने का निर्देश दे रहा था। एक मैसेज था 'पहले जान बचाओ, बाद में ऑफिस फिर से खुलेंगे'।"
इसके अलावा, कोर के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा, "संदेश साफ था: हमारी जवाबी कार्रवाई 1:3 के अनुपात में होगी, जिसका मतलब है कि भारतीय सेना हर एक पाकिस्तानी संघर्ष विराम उल्लंघन के लिए तीन गुना ज्यादा ताकत से हमला करेगी।"