'ऑपरेशन सिंदूर' और उसके बाद भारत और पाकिस्तान में हुए संघर्ष के बाद पहली बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 12 मई को रात 8 बजे राष्ट्र को संबोधित किया। अपने संबोधन में उन्होंने पाकिस्तान और आतंकवादियों को साफ-साफ और कड़ा संदेश दे दिया है कि अब कोई भी आतंकी गतिविधि बर्दाश्त नहीं की जाएगी। अगर कोई भी हमला हुआ तो भारत उसका मुंहतोड़ जवाब देगा और हर उस जगह पर वार करेगा, जहां आतंकवादी पनप रहे हैं। पीएम मोदी ने साफ कर दिया है कि आतंक को पनाह देने वाले पाकिस्तान के साथ अब कोई भी रहमदिली नहीं दिखाई जाएगी।
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में भारतीय सेना के शौर्य की तारीफ की। 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत पाकिस्तान ओर पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में तबाह किए गए 9 आतंकी ठिकानों को उड़ाए जाने को सही ठहराया। उन्होंने कहा कि बहावलपुर, मुरीदके ग्लोबल टेरर यूनिवर्सिटीज हैं। दुनिया के सभी बड़े आतंकी हमलों से उनके तार जुड़े हैं। पाकिस्तान में आतंक के अड्डों पर भारत की मिसाइलों ने हमला बोला। 100 से ज्यादा आतंकियों को मार गिराया।
उन्होंने कहा कि भारत की पराक्रमी सेनाओं को, सशस्त्र बलों को, हमारी खुफिया एजेंसियों को, हमारे वैज्ञानिकों को, हर भारतवासी की तरफ से सैल्यूट करता हूं। हमारे वीर सैनिकों ने ऑपरेशन सिंदूर के लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए असीम शौर्य का प्रदर्शन किया। हमने आतंकवादियों को मिट्टी में मिलाने के लिए हमारे सशस्त्र बलों को खुली छूट दे दी थी।
एक दिन पाकिस्तान को ही खत्म कर देगा आतंक
पीएम मोदी ने कहा कि पाकिस्तानी फौज, पाकिस्तान की सरकार जिस तरह आतंकवाद को खाद पानी दे रहे हैं, वह एक दिन पाकिस्तान को ही खत्म कर देगा। पाकिस्तान को अगर इससे बचना है तो उसे टेरर का खात्मा करना ही होगा। पाकिस्तान को अपने आतंकी ढांचे को नष्ट करना होगा, शांति का कोई और रास्ता नहीं है। प्रधानमंत्री ने कहा कि आज हर आतंकवादी और आतंकवादी संगठन यह बात अच्छी तरह जान गया है कि हमारी मां-बेटियों के माथे से सिंदूर मिटाने का क्या अंजाम होता है। ऑपरेशन सिंदूर न्याय के प्रति एक अखंड प्रतिज्ञा है। इस अखंड प्रतिज्ञा को देश और दुनिया ने देख लिया है।