Opposition Sindoor Debate: 'ऑपरेशन सिंदूर में 100 आतंकी मारे गए'; लोकसभा में बोले राजनाथ सिंह, सीजफायर पर ट्रंप के दावों को किया खारिज, पढ़ें- बड़ी बातें
Parliament Monsoon Session 2025: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि 'ऑपरेशन सिंदूर' के दौरान सशस्त्र बल अपने सभी उद्देश्यों को पूरा करने में सफल रहे। रक्षा मंत्री ने कहा कि पाकिस्तान हमारे किसी भी टारगेट को भेद नहीं सका और किसी संपत्ति को नुकसान नहीं पहुंचा पाया। उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर सेना की तीनों सेवाओं का बेमिसाल उदाहरण है
Parliament Monsoon Session 2025: राजनाथ सिंह ने कहा कि यह कहना गलत है कि किसी दबाव में ऑपरेशन सिंदूर को रोका गया था
ParliamentMonsoonSession 2025: लोकसभा में आज (28 जुलाई) 'ऑपरेशन सिंदूर' पर चर्चा चल रही है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस पर चर्चा की शुरुआत करते हुए कहा 'ऑपरेशन सिंदूर' केवल सैन्य कार्रवाई नहीं थी, बल्कि आतंकवाद के खिलाफ हमारी नीति का निर्णायक प्रदर्शन था। रक्षा मंत्री ने कहा कि 'ऑपरेशन सिंदूर' को अंजाम देने से पहले हर पहलू पर बहुत गहराई के साथ अध्ययन किया गया। इस दौरान यह विकल्प चुना गया कि आतंकवादियों और उनके ठिकानों को नुकसान पहुंचे और पाकिस्तान के आम नागरिकों को कोई क्षति नहीं हो। उन्होंने कहा कि 'ऑपरेशनसिंदूर' में 100 से अधिक आतंकवादी मारे गए।
राजनाथ सिंह ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान सशस्त्र बल अपने सभी उद्देश्यों को पूरा करने में सफल रहे। रक्षा मंत्री ने कहा कि पाकिस्तान हमारे किसी भी टारगेट को भेद नहीं सका और किसी संपत्ति को नुकसान नहीं पहुंचा पाया। उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर सेना की तीनों सेवाओं का बेमिसाल उदाहरण है। पाकिस्तान की हर हरकत का करारा जवाब दिया गया।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्डट्रंप के सीजफायर कराने के दावों को खारिज करते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि यह कहना गलत है कि किसी दबाव में ऑपरेशन सिंदूर को रोका गया था।सिंह ने कहा कि पाकिस्तान ने हमारे डीजीएमओ से संपर्क किया और आग्रह किया कि अब कार्रवाई रोक दी जाए। यह पेशकश इस शर्त के साथ स्वीकार की गई कि यह अभियान सिर्फ रोका जा रहा है। अगर भविष्य में कोई दुस्साहस हुआ तो अभियान फिर शुरू होगा।
रक्षा मंत्री ने कहा कि प्रतिपक्ष के लोग पूछते हैं कि कितने विमान गिरे। यह राष्ट्रीय भावनाओं का सही प्रतिनिधित्व नहीं करता, बल्कि उनका प्रश्न यह होना चाहिए कि क्या आतंकवादी ठिकानों को तबाह किया गया।
पढ़ें- बड़ी बातें
- रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने 'ऑपरेशन सिंदूर' पर चर्चा की शुरुआत करते हुए कहा, "मैं देश के उन वीर सपूतों, बहादुर सैनिकों को नमन करता हूं जो राष्ट्र की सीमाओं की रक्षा के लिए बलिदान देने से कभी पीछे नहीं हटे। मैं उन सैनिकों की स्मृति को भी नमन करता हूं जिन्होंने भारत की एकता, अखंडता के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया। मैं पूरे देश की तरफ से सभी जवानों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करता हूं।"
- राजनाथ सिंह ने कहा, "6 और 7 मई 2025 को भारतीय सेनाओं ने ऑपरेशन सिंदूर के नाम से एक ऐतिहासिक सैन्य कार्रवाई को अंजाम दिया। यह केवल सैन्य कार्रवाई नहीं थी बल्कि यह भारत की संप्रभुता, उसकी अस्मिता, देश के नागरिकों के प्रति हमारी जिम्मेदारी और आतंकवाद के खिलाफ हमारी नीति का एक प्रभावी और निर्णायक प्रदर्शन था।"
- रक्षा मंत्री ने कहा, "22 अप्रेल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम क्षेत्र में एक अमानवीय और कायराना आतंकी हमला हुआ। इस हमले में हमारे 25 निर्दोष नागरिकों सहित एक नेपाली नागरिक की जान गई थी। उन निर्दोष लोगों की जान उनका धर्म पूछकर लिया गया। यह अपने आप में अमानवीयता का सबसे घृणित उदाहरण था।"
- उन्होंने कहा, "ये घटना भारत की सहन शक्ति की सीमा थी। इस हमले के तुरंत बाद हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीनों सेनाओं के प्रमुखों के साथ उच्चस्तरीय बैठक की और उन्हें छूठ दी गई कि वे अपने विवेक, रणनीतिक समझ और क्षेत्रीय स्थिति को देखते हुए निर्णायक कार्रवाई करें।"
- राजनाथ सिंह ने कहा, "ऑपरेशन सिंदूर को अंजाम देने से पहले, हमारी सेनाओं ने हर पहलू का गहराई से अध्ययन किया। हमारे पास कई विकल्प थे लेकिन हमने वह विकल्प चुना जिससे आतंकवादियों को अधिकतम नुकसान हो और जिसमें पाकिस्तान के आम नागरिकों को कोई नुकसान न हो। हमारी सेनाओं द्वारा किए गए समन्वित हमलों ने 9 आतंकवादी बुनियादी ढांचे के ठिकानों को सटीकता से निशाना बनाया।"
- सिंह ने आगे कहा, "एक अनुमान के अनुसार, इस सैन्य कार्रवाई में 100 से अधिक आतंकवादी, उनके प्रशिक्षक, उनके आका मारे गए, जिनमें से अधिकांश जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा और हिजबुल मुजाहिदीन जैसे आतंकवादी संगठनों से जुड़े थे।"
- राजनाथ सिंह ने आगे कहा, "भारत ने कार्रवाई इसलिए रोकी क्योंकि संघर्ष के पहले और उसके दौरान जो भी राजनीतिक और सैन्य लक्ष्य तय किए गए थे उसे हम पूरी तरह से हासिल कर चुके थे। इसलिए यह कहना कि ऑपरेशन किसी दबाव में रोका गया था यह बेबुनियाद और सरासर गलत है।"
- रक्षा मंत्री ने कहा, "भारत ने कार्रवाई इसलिए रोकी क्योंकि संघर्ष के पहले और उसके दौरान जो भी राजनीतिक और सैन्य लक्ष्य तय किए गए थे उसे हम पूरी तरह से हासिल कर चुके थे। इसलिए यह कहना कि ऑपरेशन किसी दबाव में रोका गया था यह बेबुनियाद और सरासर गलत है।"
- राजनाथ सिंह ने कहा, "हमारी कार्रवाई पूरी तरह से आत्मरक्षा में थी, न तो उकसावे वाली थी और न ही विस्तारवादी। फिर भी, 10 मई, 2025 को लगभग 1:30 बजे तक, पाकिस्तान ने बड़े पैमाने पर भारत के ऊपर मिसाइलों, ड्रोन्स, रॉकेट्स और अन्य लंबी दूरी के हथियारों का उपयोग करके बड़े पैमाने पर हमला किया। उन्होंने इलेक्ट्रॉनिक वॉर फेयर से जुड़ी तकनीक का भी सहारा लिया। उनके निशाने पर हमारे भारतीय सेना के अड्डे, थल सेना के एग्रेशन डीपो, हवाई अड्डे और मिलिट्री कैंप थे।"
- उन्होंने कहा, "यह कहते हुए मुझे गौरव की अनुभूति हो रही है कि हमारे यहां डिफेंस सिस्टम, काउंटर ड्रोन सिस्टम और इलेक्ट्रॉनिक इक्विपमेंट ने पाकिस्तान के इस हमले को पूरी तरह से नाकाम कर दिया। पाकिस्तान हमारे किसी भी टारगेट को हिट नहीं कर पाया। हमारी सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद थी और हर हमले को हमारे द्वारा रोका गया। मैं इसके लिए भारतीय सेना के बहादुर सैनिकों की जमकर सराहना करता हूं, जिन्होंने दुश्मन के मंसूबों पर पानी फेर दिया।"
- लोकसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, "इस ऑपरेशन का उद्देश्य कोई युद्ध छेड़ना नहीं था। 10 मई की सुबह, जब भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के कई हवाई क्षेत्रों पर करारा प्रहार किया, तो पाकिस्तान ने हार मान ली और शत्रुता रोकने की कोशिश की। हमारे DGMO से बात की कि इसे रोक दीजिए।"
- रक्षा मंत्री ने कहा, "ऑपरेशन केवल रोका गया है समाप्त नहीं किया गया। अगर पाकिस्तान की ओर से भविष्य में कोई भी दुस्साहस हुआ तो यह ऑपरेशन दोबारा प्रारंभ होगा... 10 मई को पाकिस्तान के DGMO ने भारत के DGMO से संपर्क किया और भारत से सैन्य कार्रवाई को रोकने की अपील की। 12 मई को दोनों देशों के DGMO के बीच औपचारिक संवाद हुआ और दोनों पक्षों ने सैन्य कार्रवाई पर विराम लगाने का निर्णय लिया।"
- राजनाथ सिंह ने कहा, "कभी-कभी हमारे प्रतिपक्ष के लोग यह पूछते रहे हैं कि हमारे कितने विमान गए? मुझे लगता है कि उनका यह प्रश्न हमारी राष्ट्रीय जनभावनाओं का सही से प्रतिनिधित्व नहीं कर रहा है। उन्होंने एक बार भी हमसे यह नहीं पूछा कि हमारी सेनाओं ने दुश्मन के कितने विमान मार गिराए?"
- सिंह ने कहा, "यदि उन्हें प्रश्न पूछना ही है तो उनका प्रश्न यह होना चाहिए कि क्या भारत ने आतंकवादी ठिकानों को तबाह किया तो उसका उत्तर है, हां। मैं विपक्ष के साथियों से कहना चाहता हूं कि आपको यदि प्रश्न पूछना है तो यह प्रश्न पूछिए कि क्या ऑपरेशन सिंदूर सफल रहा तो उसका उत्तर है, हां।"
- लोकसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, "ऑपरेशन सिंदूर हमारे सामर्थ्य का प्रतीक था जिसमें हमने दिखाया कि अगर कोई हमारे नागरिकों को मारेगा तो भारत चुप नहीं बैठेगा। हमारा राजनैतिक तंत्र और नेतृत्व बिना किसी दबाव के काम करेगा। हमारी मिसाइलें भौतिक सीमाओं को पार करेंगी, वीर सैनिक दुश्मन की कमर तोड़ देंगे। हम आतंकवाद के हर रूप और स्वरूप को समाप्त करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं।"