पहलगाम हमले में शामिल माने जा रहे लश्कर-ए-तैयबा (LeT) के आतंकवादियों के घरों को गुरुवार रात जम्मू और कश्मीर में तबाह कर दिया गया। सुरक्षा बल लश्कर-ए-तैयबा के दो आतंकवादियों आदिल हुसैन थोकर और आसिफ शेख के घरों पर तलाशी अभियान चला रहे थे, तभी घरों के अंदर पहले से रखे विस्फोटकों में धमाका हो गया। दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिले के बिजबेहरा ब्लॉक का आदिल हुसैन थोकर मंगलवार को हुए पहलगाम आतंकी हमले के मुख्य आरोपियों में से एक है। पुलवामा जिले के त्राल के रहने वाले आसिफ शेख पर हमले की साजिश का हिस्सा होने का शक है।
आदिल हुसैन थोकर को मोस्ट वांटेड घोषित किया गया है और अनंतनाग पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी के लिए कोई भी विशेष जानकारी देने पर 20 लाख रुपए का इनाम रखा है। इस मामले में दो पाकिस्तानी नागरिकों को भी मोस्ट वांटेड घोषित किया गया है।
आदिल हुसैन थोकर कथित तौर पर 2018 में पाकिस्तान गया था, जहां उसने पिछले साल जम्मू-कश्मीर लौटने से पहले आतंकी ट्रेनिंग हासिल की थी।
पुलिस का मानना है कि थोकर, "वेल ट्रेंड और वॉर एक्सपर्ट" पाकिस्तानी आतंकवादियों के लिए लोकल गाइड का काम कर रहा था।
जांच से जुड़े NIA अधिकारियों ने गुरुवार को बताया, पहलगाम हमले के मुख्य अपराधियों में से एक, जिसकी पहचान पाकिस्तानी नागरिक हाशिम मूसा उर्फ सुलेमान के रूप में हुई है, पिछले एक साल से जम्मू-कश्मीर में एक्टिव था और सुरक्षा बलों और गैर-स्थानीय लोगों पर कम से कम तीन हमलों में शामिल होने की संभावना है।
अली तल्हा भी पिछले दो सालों से कश्मीर घाटी में एक्टिव है। रिकॉर्ड से यह भी पता चलता है कि अली मूसा के बाद घाटी में आया था और श्रीनगर शहर के बाहरी इलाके में दाचीगाम के जंगलों में एक्टिव था।
एक दूसरे अधिकारी ने बताया कि हमलावरों, खासकर मूसा के बारे में ज्यादा जानकारी हासिल करने के लिए कुछ स्थानीय निवासियों और ओवरग्राउंड वर्कर (OGWs) से पूछताछ की जा रही है।