भारतीय सेना को जम्मू कश्मीर में एक बहुत बड़ी कामयाबी हासिल हुई है। इंडियन आर्मी की स्पेशल फोर्स ने पहलगाम हमले के मास्टरमाइंड हाशिम मूसा को मार गिराया है। इंटलिजेंस इनपुट की मदद से एक बड़े स्तर पर ऑपरेशन चलाया गया, जिसमें आतंकवादी मूसा को ढेर कर दिया गया। मूसा सीमा पार आतंकवादी नेटवर्क की एक बहुत ही अहम कड़ी था। पहलगाम हमले के बाद कश्मीर पुलिस ने मूसा पर 20,00,000 लाख रुपए का इनाम भी रखा था।
जम्मू-कश्मीर में दाचीगाम के पास हरवान के घने जंगलों में सुरक्षा बलों के साथ भीषण मुठभेड़ में सोमवार को कम से कम तीन आतंकवादी मारे गए। श्रीनगर में सेना की चिनार कोर ने X पर पोस्ट किया, "एक भीषण गोलीबारी में तीन आतंकवादी मारे गए हैं। ऑपरेशन जारी है।"
यह मुठभेड़ पहलगाम आतंकी हमले के दोषियों की तलाश के लिए चल रहे बड़े सुरक्षा अभियान के बीच हुई है, जिसमें 26 लोगों की जान चली गई थी। पिछले महीने मिले इंटेलिजेंस इनपुट से संकेत मिला था कि हमले में शामिल कुछ आतंकवादी श्रीनगर शहर के केंद्र से लगभग 20 किलोमीटर दूर दाचीगाम इलाके की ओर बढ़ सकते हैं।
पाकिस्तानी सेना में कमांडो रहा हाशिम मूसा?
रिपोर्ट्स की मानें, तो हाशिम मूसा (Hashim Musa) पाकिस्तान की स्पेशल फोर्स में कमांडो रह चुका है। TOI ने अपनी एक रिपोर्ट में बताया था कि मूसा अब पाकिस्तान के प्रतिबंधित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा (LeT) के साथ काम कर रहा है। उसको लश्कर के मास्टरमाइंडों ने गैर-स्थानीय लोगों के साथ-साथ सुरक्षा बलों पर आतंकी हमले करने के लिए एक खास मिशन पर कश्मीर भेजा गया था।
हाशिम मूसा घाटी में तीन हमलों को अंजाम दे चुका था, जिसके बाद वो एक आम अपराधी के रूप में उभरा। पाकिस्तान में ट्रेनिंग ले चुके दो और स्थानीय आतंकवादी जुनैद अहमद भट और अरबाज मीर भी गगनगीर और बूटा पथरी हमलों में शामिल थे। लेकिन नवंबर और दिसंबर 2024 में सुरक्षा बलों के साथ अलग-अलग मुठभेड़ों में उन्हें मार गिराया गया था। मूसा तब से कश्मीर में गैर-स्थानीय लोगों को निशाना बनाने के लिए आतंकी मिशन को आगे बढ़ाने के लिए काम कर रहा है।
तब एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया था कि मूसा की पाकिस्तानी सेना की बैकग्राउंड की पुष्टि 15 कश्मीर ओवरग्राउंड वर्कर्स (OGW) से पूछताछ के दौरान हुई है, जो पहलगाम हमले की जांच में मुख्य संदिग्ध के रूप में सामने आए हैं।
एक अधिकारी ने कहा, "संभव है कि उसे स्पेशल सर्विस ग्रुप (SSG) जैसे पाकिस्तान की स्पेशल फोर्स ने LeT को आतंकी हमले के लिए दिया हो।" SSG के पैरा-कमांडो कई तरह के युद्ध में ट्रेंड होते हैं। वे सिक्रेट ऑपरेशन में माहिर होते हैं। उन्हें उनकी सख्त ट्रेनिंग के दौरान रणनीतिक सोच के अलावा फिजिकल कंडीशनिंग और मेंटल फिटनेस पर फोकस करना सिखाया जाता है। SSG कमांडो एडवांस हथियारों के साथ-साथ हेंड-टू-हेंड मुकाबला करने में भी माहिर होते हैं। उनके पास हाई नेविगेशन स्किल होती हैं।