Pahalgam Terror Attack: भारत नहीं छोड़ने वाले पाकिस्तानी नागरिक होंगे गिरफ्तार! 3 साल की हो सकती है जेल, जुर्माना भी भरना पड़ेगा
Pahalgam Terror Attack: केंद्र सरकार की तरफ तय समयसीमा के भीतर भारत छोड़ने में विफल रहने वाले पाकिस्तानी नागरिकों को गिरफ्तार किया जा सकता है। साथ ही उन पर मुकदमा चलाया जा सकता है। उन्हें तीन साल तक की जेल या अधिकतम 3 लाख रुपये का जुर्माना या दोनों का सामना करना पड़ सकता है
Pahalgam Terror Attack: पाकिस्तानियों को भारत से बाहर निकलने की समय-सीमा 27 अप्रैल थी
Pahalgam Terror Attack News: पिछले चार दिनों में 9 राजनयिकों और अधिकारियों समेत कम से कम 537 पाकिस्तानी नागरिक अटारी-वाघा सीमा चौकी के रास्ते भारत छोड़ पाकिस्तान जा चुके हैं। केंद्र सरकार की तरफ से जारी डेडलाइन के भीतर भारत छोड़ने में विफल रहने वाले पाकिस्तानी नागरिकों को जल्द ही गिरफ्तार किया जा सकता है। रिपोर्ट के मुताबिक, उन पर मुकदमा चलाया जा सकता है। उन्हें तीन साल तक की जेल या अधिकतम 3 लाख रुपये का जुर्माना या दोनों का सामना करना पड़ सकता है। दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन (SAARC) वीजा धारकों के लिए भारत छोड़ने की आखिरी तारीख 27 अप्रैल निर्धारित की गई है। वहीं, मेडिकल वीजा रखने वालों को 29 अप्रैल तक देश से जाने का निर्देश दिया गया है।
एक अधिकारी ने बताया कि रविवार 27 अप्रैल को पाकिस्तान के 12 कैटेगरी के अल्पकालिक वीजा धारकों के लिए भारत में रहने की समय सीमा समाप्त होने के मद्देनजर कई और पाकिस्तानियों के स्वदेश लौटने की संभावना है। उन्होंने बताया कि पंजाब स्थित अंतरराष्ट्रीय सीमा के रास्ते 14 राजनयिकों और अधिकारियों समेत कुल 850 भारतीय नागरिक पाकिस्तान से भारत वापस आ चुके हैं।
भारत सरकार ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले में 26 लोगों की मौत के बाद पाकिस्तानी नागरिकों को भारत छोड़कर जाने का निर्देश दिया था। अधिकारियों ने पीटीआई को बताया कि 9 राजनयिकों और अधिकारियों सहित कुल 237 पाकिस्तानी नागरिक 27 अप्रैल (रविवार) को अटारी-वाघा सीमा चौकी के रास्ते पाकिस्तान लौट गए। जबकि 24 अप्रैल (बृहस्पतिवार) को 28, 25 अप्रैल (शुक्रवार) को 191 और 26 अप्रैल (शनिवार) को 81 पाकिस्तानी नागरिक स्वदेश चले गए।
116 भारतीय आए वापस
अधिकारियों के मुताबिक, रविवार को 116 भारतीय नागरिक अटारी-वाघा बॉर्डर चौकी के रास्ते भारत वापस आए। इनमें एक राजनयिक भी शामिल है। उन्होंने बताया कि 24 अप्रैल को 105 और 25 अप्रैल को 287 भारतीय नागरिक, जबकि 26 अप्रैल को 13 राजनयिकों और अधिकारियों सहित कुल 342 भारतीयों ने इस रूट्स से स्वदेश वापसी की। अटारी सीमा पर प्रोटोकॉल अधिकारी अरुण महल ने बताया कि 24 से 27 अप्रैल के बीच कुल 537 पाकिस्तानी नागरिक अटारी-वाघा सीमा के रास्ते पाकिस्तान चले गए। जबकि 850 भारतीय पाकिस्तान से वापस लौटे।
अधिकारियों के अनुसार, कुछ पाकिस्तानी संभवतः हवाई मार्ग से भी भारत छोड़कर चले गए होंगे। उन्होंने बताया कि चूंकि, भारत का पाकिस्तान के साथ सीधा हवाई संपर्क नहीं है। इसलिए वे संभवतः अन्य देशों के लिए रवाना हो गए होंगे। जिन 12 कैटेगीर का अल्पकालिक वीजा रखने वाले लोगों को रविवार तक वापस जाना है। उनमें आगमन पर वीजा, व्यवसाय, फिल्म, पत्रकार, पारगमन, सम्मेलन, पर्वतारोहण, छात्र, विजिटर्स, सामूहिक पर्यटन, तीर्थयात्रा और सामूहिक तीर्थयात्रा वीजा धारी लोग शामिल हैं।
डिफेंस अताशे को भारत ने वापस बुलाया
भारत ने इस्लामाबाद स्थित भारतीय उच्चायोग में अपने डिफेंस अताशे को भी वापस बुला लिया है। हालांकि, जिन लोगों के पास दीर्घकालिक और राजनयिक या आधिकारिक वीजा है, उन्हें अभी भारत छोड़ने का निर्देश नहीं दिया गया है। पाकिस्तानी नागरिकों के लिए भारत छोड़ने की समय सीमा रविवार को समाप्त होने के मद्देनजर पंजाब के अमृतसर जिले में अटारी सीमा पर वाहनों की लंबी कतारें देखने को मिलीं। कई भारतीय अपने रिश्तेदारों को विदा करने पहुंचे और उनके चेहरों पर बिछड़ने का दर्द साफ झलक रहा था।
भारत छोड़ने वालों का छलका दर्द
सरिता और उसके परिजन 29 अप्रैल को एक रिश्तेदार की शादी में शामिल होने के लिए भारत आए थे। उसने कहा, "हम नौ साल बाद भारत आए थे।" सरिता, उसका भाई और उसके पिता पाकिस्तानी हैं, जबकि उसकी मां भारतीय नागरिक है। सरिता ने भावुक लहजे में कहा, "उन्होंने (अटारी सीमा पर तैनात अधिकारी) हमें बताया कि वे मेरी मां को हमारे साथ नहीं जाने देंगे। मेरे माता-पिता की शादी 1991 में हुई थी। वे कह रहे हैं कि भारतीय पासपोर्ट धारकों को अनुमति नहीं दी जाएगी।"
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि सभी पाकिस्तानियों का पता लगा लिया गया है। केंद्र के निर्देशानुसार जिन लोगों का वीजा रद्द किया गया है, उन्हें वापस भेजने के इंतजाम किए जा रहे हैं। फडणवीस सरकार में मंत्री योगेश कदम ने शनिवार को कहा था कि अल्पकालिक वीजा रखने वाले 1,000 पाकिस्तानी नागरिकों से भारत छोड़ने के लिए कहा गया है।
अधिकारियों के अनुसार, महाराष्ट्र में लगभग 5,050 पाकिस्तानी नागरिक रह रहे हैं। उनमें से ज्यादातर के पास लंबी अवधि का वीजा है। उन्होंने बताया कि करीब 2,450 पाकिस्तानी नागपुर में, 1,100 ठाणे में, 390 जलगांव में, 290 नवी मुंबई में, 290 पिंपरी चिंचवड़ में, 120 अमरावती में और 15 मुंबई में रह रहे हैं। बिहार सरकार ने कहा कि हाल के दिनों में राज्य में आए सभी पाकिस्तानी नागरिक 27 अप्रैल की समय सीमा से काफी पहले ही चले गए।
किस राज्य में कितने है पाकिस्तानी?
तेलंगाना के पुलिस प्रमुख जितेंद्र ने आधिकारिक रिकॉर्ड के हवाले से बताया कि राज्य में कम से कम 208 पाकिस्तानी नागरिक रह रहे हैं। इनमें से ज्यादातर हैदराबाद में हैं। उन्होंने बताया कि इनमें से 156 के पास दीर्घकालिक वीजा, 13 के पास अल्पकालिक वीजा और 39 के पास मेडिकल एवं व्यावसायिक वीजा है। अधिकारियों के अनुसार, केरल में 104 पाकिस्तानी नागरिक रह रहे हैं, जिनमें से 99 दीर्घकालिक वीजा पर हैं। जबकि पांच अन्य के पास पर्यटक या चिकित्सा वीजा था और वे देश छोड़ चुके हैं।
अधिकारियों ने बताया कि मध्यप्रदेश में करीब 228 पाकिस्तानी नागरिक विभिन्न उद्देश्यों के लिए आए हुए थे। इनमें से कई पहले ही वापस जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि ओडिशा में कम से कम 12 पाकिस्तानी नागरिक मौजूद हैं, जिनसे निर्धारित समय में भारत छोड़ने के लिए कहा गया है। गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने बताया कि अल्पकालिक वीजा पर राज्य में आए तीन पाकिस्तानी नागरिकों को देश छोड़कर जाने का निर्देश दिया गया है।
अधिकारियों के मुताबिक, सात पाकिस्तानी नागरिक अल्पकालिक वीजा पर गुजरात आए हुए थे, जिनमें से पांच अहमदाबाद में और एक-एक भरूच और वडोदरा में थे। उन्होंने बताया कि ये सातों या तो भारत छोड़ चुके हैं या फिर रविवार को वापस चले जाएंगे। अधिकारियों के अनुसार, 438 पाकिस्तानी नागरिक दीर्घकालिक वीजा पर गुजरात में हैं। इनमें वे हिंदू भी शामिल हैं, जिन्होंने भारतीय नागरिकता के लिए आवेदन किया है।
वहीं, उत्तर प्रदेश के DGP प्रशांत कुमार ने शनिवार को कहा कि राज्य में आए उन सभी कैटेगरी के पाकिस्तानी नागरिकों को वापस भेजने की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है, जिन्हें भारत छोड़ने का आदेश दिया गया है। उन्होंने बताया कि एक पाकिस्तानी नागरिक अभी भी राज्य में है और वह 30 अप्रैल को पाकिस्तान के लिए रवाना होगा।
अधिकारियों के मुताबिक, बिहार में अल्पकालिक वीजा पर रह रहे 19 पाकिस्तानी नागरिक देश छोड़कर चले गए हैं। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को सभी राज्यों और केंद्र-शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों को फोन किया था। शाह ने उनसे यह सुनिश्चित करने को कहा था कि कोई भी पाकिस्तानी देश छोड़ने के लिए निर्धारित समय सीमा के बाद भारत में न रहे।