Pakistan Spy Case: हरियाणा की एक अदालत ने बुधवार (11 जून) को पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर ज्योति मल्होत्रा को जमानत देने से इनकार कर दिया। उन्हें पिछले महीने पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। हिसार पुलिस ने 16 मई को जासूसी के संदेह में मल्होत्रा को गिरफ्तार किया था। बाद में अदालत ने उन्हें पांच दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया था। रिमांड पूरा होने के बाद, पुलिस द्वारा उनसे आगे की पूछताछ करने के बाद अदालत ने हिरासत की अवधि चार दिन और बढ़ा दी है।
ज्योति मल्होत्रा ने मंगलवार को हिसार की एक अदालत से नियमित जमानत का अनुरोध किया था। मल्होत्रा ने अपने वकील कुमार मुकेश के माध्यम से न्यायिक मजिस्ट्रेट (प्रथम श्रेणी) सुनील कुमार के समक्ष नियमित जमानत याचिका दायर की थी। 33 वर्षीय यूट्यूबर वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए अदालत के समक्ष पेश हुई थी।
हिसार पुलिस ने 16 मई को जासूसी के संदेह में मल्होत्रा को गिरफ्तार किया था। बाद में अदालत ने उसे पांच दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया था, जिसे पूछताछ के लिए बाद में चार दिन और बढ़ाया गया। इसके बाद अदालत ने 26 मई को ज्योति मल्होत्रा को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया था।
बुधवार को जमानत याचिका पर हिसार कोर्ट में सुनवाई हुई। फिर कोर्ट ने उसकी जमानत याचिका खारिज कर दी। न्यायिक दंडाधिकारी सुनील कुमार ने पहले फैसला सुरक्षित रख लिया था लेकिन शाम चार बजे ज्योति की याचिका खारिज कर दी। वकील ने पांच पुख्ता दलीलों के आधार पर जमानत मांगी थी।
हिसार की रहने वाली ज्योति मल्होत्रा का यूट्यूब पर 'ट्रैवल विद जो' नाम से चैनल है। सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर ज्योति मल्होत्रा को न्यू अग्रसेन एक्सटेंशन से गिरफ्तार किया गया था। उसके खिलाफ सरकारी गोपनीयता अधिनियम और भारतीय न्याय संहिता के प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया गया है।
पुलिस सूत्रों ने बताया था कि मल्होत्रा नवंबर 2023 से पाकिस्तानी उच्चायोग के कर्मचारी एहसान-उर-रहीम उर्फ दानिश के संपर्क में थी। भारत ने कथित तौर पर जासूसी में लिप्त होने के कारण 13 मई को दानिश को निष्कासित कर दिया था। पुलिस ने बताया था कि यूट्यूबर पाकिस्तान की इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (ISI) के लिए कथित तौर पर जासूसी कर रही थी।