Pahalgam Terror Attack: पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) में सभी धार्मिक मदरसे 10 दिनों के लिए बंद कर दिए हैं। पाकिस्तानी अधिकारियों ने आशंका जताई है कि पुलवामा में पर्यटकों पर हुए घातक आतंकी हमले के बाद भारतीय सेना के हमले में मदरसे भी निशाना बन सकते हैं। इस्लामाबाद ने कहा कि उसके पास विश्वसनीय खुफिया जानकारी है कि भारत जल्द ही पाकिस्तान पर सैन्य कार्रवाई शुरू कर सकता है। भारत ने आरोप लगाया है कि पर्यटकों पर हमला पाकिस्तानी आतंकियों द्वारा किया गया था, जिनका वहां स्थित इस्लामी संगठनों से संबंध है।
पाकिस्तानी के कब्जे वाले कश्मीर के धार्मिक मामलों के विभाग के निदेशक हाफिज नजीर अहमद ने न्यूज रॉयटर्स को बताया कि सुरक्षा अधिकारियों को डर है कि भारतीय सेना मदरसों को निशाना बना सकती है। हालांकि, रॉयटर्स द्वारा देखी गई 30 अप्रैल की अधिसूचना में बंद करने का कारण केवल गर्मी की लहर बताया गया है।
अहमद ने अधिसूचना के बारे में एजेंसी से कहा कहा, "अभी हम दो तरह की गर्मी का सामना कर रहे हैं। एक मौसम की और दूसरी (भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र) मोदी की।" अहमद ने कहा कि उन्होंने दहशत से बचने के लिए हमलों के जोखिम का उल्लेख नहीं किया है। भारत के विदेश मंत्रालय ने इस टिप्पणी का तुरंत जवाब नहीं दिया। भारत ने पहले भी पाकिस्तान में उन ठिकानों को निशाना बनाया है, जहां वे कश्मीर सीमा के करीब इस्लामी आतंकवादियों के अड्डे हैं।
अहमद ने कहा, "हमने कल एक बैठक की, जिसमें सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया कि मासूम बच्चों को जोखिम में नहीं डाला जाएगा।" PoK के राष्ट्रपति कार्यालय ने भी कहा कि बंद करना "एहतियाती कारणों" के कारण था। धार्मिक मामलों के विभाग के अनुसार, पाकिस्तान प्रशासित कश्मीर में 445 रजिस्टर्ड मदरसे हैं, जिनमें 26,000 से अधिक छात्र हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक, PoK के इन मदरसों के जरिए पाकिस्तान आतंकवादियों को हथियार और ट्रेनिंग दिलाने का काम करता है। युवाओं को इस्लामी चरमपंथ की ओर कट्टरपंथी बनाने के लिए मदरसों की आलोचना की जाती रही है।
पाकिस्तान ने सुरक्षा चिंताओं का हवाला देते हुए मई महीने में कराची और लाहौर हवाई क्षेत्र के कुछ खास हिस्सों को प्रतिदिन चार घंटे के लिए बंद रखने की घोषणा की है। साथ ही सभी हवाई अड्डों को हाई अलर्ट पर रखा है। यह घटनाक्रम पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद पाकिस्तान और भारत के बीच बढ़े तनाव तथा नई दिल्ली द्वारा जवाबी कार्रवाई की आशंका के बीच हुआ है।
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को आतंकवादियों द्वारा 26 लोगों की हत्या के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया है। मृतकों में अधिकतर पर्यटक थे। पहलगाम आतंकी हमले के मद्देनजर केंद्र सरकार द्वारा सभी पाकिस्तानी नागरिकों को भारत छोड़ने का आदेश दिए जाने के बाद दोनों देशों के बीच अटारी-वाघा सीमा को गुरुवार को पूरी तरह से बंद कर दिया गया।
बुधवार को अटारी-वाघा सीमा के माध्यम से कुल 125 पाकिस्तानी नागरिक भारत से वापस पाकिस्तान चले गए, जिससे पिछले सात दिनों में देश छोड़ने वाले पाकिस्तानियों की कुल संख्या 911 हो गई। बुधवार को पाकिस्तानी वीजा वाले 15 भारतीय नागरिक भी पाकिस्तान चले गए, जिससे ऐसे लोगों की कुल संख्या 23 हो गई।