Rajnath Singh News: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार (30 मई) को कहा कि भारत के पास 'ऑपरेशन सिंदूर' के दौरान पाकिस्तान को चार अलग-अलग हिस्सों में विभाजित करने की क्षमता थी। उन्होंने जोर देकर कहा कि 'ऑपरेशन सिंदूर' भारत की सैन्य शक्ति का केवल "वार्म-अप" था। इस दौरान रक्षा मंत्री ने पड़ोसी देश को चेतावनी देते हुए कहा कि पाकिस्तान के हक में यही बात होगी कि वह अपनी जमीन पर चल रही आतंकवाद की नर्सरी को अपने हाथों से उखाड़ फेंके। इसकी शुरुआत उसे हाफिज सईद और मसूद अजहर जैसे आतंकवादियों को भारत के हाथों में सौंपने से करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि यह दोनों न केवल भारत में 'मोस्ट वांटेड टेररिस्ट' की सूची में हैं बल्कि ये UN की नामित आतंकवादी की लिस्ट में भी हैं।
राजनाथ सिंह ने कहा, "हाफिज सईद मुंबई हमलों का गुनहगार है। समुंदर के रास्ते मुंबई में मौत बरसाने का जो गुनाह उसके संगठन ने किया है, उसका इंसाफ होना चाहिए। यह काम पाकिस्तान में नहीं हो सकता है। मुंबई हमलों के एक आरोपी तहव्वुर राणा को पिछले दिनों भारत लाया गया है। पाकिस्तान की ओर से बार-बार बातचीत की पेशकश की जा रही है। कल ही पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने फिर यह बात दोहराई है, मगर भारत ने साफ़ कह रखा है कि बात होगी, तो आतंकवाद पर होगी, PoK पर होगी। अगर पाकिस्तान बातचीत को लेकर गंभीर है, तो उसे हाफिज सईद और मसूद अज़हर जैसे आतंकवादियों को भारत के सुपुर्द करना चाहिए ताकि इंसाफ़ किया जा सके।"
उन्होंने आगे कहा, "पाकिस्तान की धरती से भारत विरोधी गतिविधियां खुले आम चलाई जा रही हैं। भारत आतंकवादियों के खिलाफ, सरहद और समंदर के इस पार और उस पार, दोनों तरफ, हर तरह का ऑपरेशन चलाने के लिए पूरी तरह स्वतंत्र है। आतंकवाद के खिलाफ अपने नागरिकों की सुरक्षा करने के अधिकार को आज पूरी दुनिया स्वीकर कर रही है। इस काम को करने से आज भारत को दुनिया की कोई ताक़त रोक नहीं सकती।"
राजनाथ सिंह ने कहा कि पाकिस्तान को यह साफ तौर पर समझ लेना चाहिए कि आजादी के बाद से वह भारत के खिलाफ आतंकवाद का जो खतरनाक खेल खेल रहा है, वह अब खत्म हो चुका है। गोवा के तट पर विमानवाहक पोत 'आईएनएस विक्रांत' पर नौसेना के योद्धाओं के साथ बातचीत में सिंह ने पाकिस्तान को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि भारत आतंकवाद से निपटने के लिए उन तरीकों का इस्तेमाल करने में संकोच नहीं करेगा, जिनके बारे में पाकिस्तान सोच भी नहीं सकता।
उन्होंने कहा कि 'ऑपरेशन सिंदूर' महज एक सैन्य कार्रवाई नहीं है, बल्कि आतंकवाद के खिलाफ भारत का सीधा हमला है। सिंह ने कहा, "आतंक के खिलाफ हर वह तरीका इस्तेमाल करेंगे जो पाकिस्तान सोच सकता है, लेकिन हम उन तरीकों को इस्तेमाल करने से भी नहीं हिचकिचाएंगे जिनके बारे में पाकिस्तान सोच भी नहीं सकता।" रक्षा मंत्री ने कहा कि पाकिस्तान के हित में यही होगा कि वह अपनी धरती से जारी आतंकवाद को खुद ही उखाड़ फेंके।
रक्षा मंत्री ने कहा, "पाकिस्तान की धरती से भारत विरोधी गतिविधियां खुलेआम जारी हैं। भारत सीमा और समुद्र के इस पार तथा उस पार आतंकवादियों के खिलाफ किसी भी तरह का अभियान चलाने के लिए पूरी तरह स्वतंत्र है।" उन्होंने कहा, "आज पूरी दुनिया आतंकवाद के खिलाफ अपने नागरिकों की रक्षा करने के भारत के अधिकार को स्वीकार कर रही है। आज दुनिया की कोई भी ताकत भारत को यह काम करने से नहीं रोक सकती।"
उन्होंने कहा कि जब वायुसेना ने पाकिस्तान की धरती पर आतंकवादी ठिकानों को नष्ट किया, तब अरब सागर में तैनात नौसेना ने पाकिस्तानी नौसेना को उसके अपने तटों तक ही सीमित कर दिया। पूरे अभियान पर उन्होंने कहा, "हमारा हमला इतना शक्तिशाली था कि पाकिस्तान पूरी दुनिया से भारत को रोकने की गुहार लगाने लगा।"
सिंह ने कहा कि भारत ने बहुत कम समय में पाकिस्तान के आतंकवादी ठिकानों और उसके इरादों को ध्वस्त कर दिया। उन्होंने कहा कि जिस गति, गहराई और स्पष्टता के साथ हमारे सशस्त्र बलों ने काम किया, वह सराहनीय है। उन्होंने कहा कि 'ऑपरेशन सिंदूर' ने न सिर्फ आतंकवादियों को बल्कि उनके संरक्षकों को भी स्पष्ट संदेश दिया है। रक्षा मंत्री ने कहा कि हमने अपनी शर्तों पर अपनी सैन्य कार्रवाई रोक दी।