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Pan-India SIR: रुटीन रिवीजन SSR छोड़ कर 12 राज्यों में SIR क्यों करा रहा चुनाव आयोग?

एक चुनाव अधिकारी ने कहा कि आगामी साल के शुरुआती कुछ महीनों में पांच विधानसभाओं- पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, असम, केरल और पुडुचेरी - के चुनाव होने हैं, इसलिए चुनाव आयोग नियमित स्पेशल समरी रिवीजन (SSR) के बजाय SIR करना चाहता है। इन विधानसभाओं के चुनाव 2021 में मार्च और अप्रैल के बीच हुए थे और परिणाम 2 मई को घोषित किए गए थे। 2026 में चुनाव मई तक पूरे करने होंगे

Curated By: Shubham Sharmaअपडेटेड Oct 27, 2025 पर 7:19 PM
Pan-India SIR: रुटीन रिवीजन SSR छोड़ कर 12 राज्यों में SIR क्यों करा रहा चुनाव आयोग?
Pan-India SIR: रुटीन रिवीजन SSR छोड़ कर 12 राज्यों में SIR क्यों करा रहा चुनाव आयोग?

मुख्य निर्वाचन आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने सोमवार को कहा कि बिहार के बाद अब देश के 12 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) की कवायद शुरू होगी। दूसरे चरण में छत्तीसगढ़, गोवा, गुजरात, केरल, मध्य प्रदेश राजस्थान, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल, पुडुचेरी, अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह और लक्षद्वीप में SIR कराया जाएगा। इनमें तमिलनाडु, पुडुचेरी, केरल और पश्चिम बंगाल में 2026 में चुनाव संभावित हैं। CEC ने साफ किया कि असम में वोटर लिस्ट के पुनरीक्षण की घोषणा अलग से की जाएगी। असम में भी अगले साल विधानसभा चुनाव संभावित है।

CNN-News18 के मुताबिक, एक चुनाव अधिकारी ने कहा कि आगामी साल के शुरुआती कुछ महीनों में पांच विधानसभाओं- पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, असम, केरल और पुडुचेरी - के चुनाव होने हैं, इसलिए चुनाव आयोग नियमित स्पेशल समरी रिवीजन (SSR) के बजाय SIR करना चाहता है। इन विधानसभाओं के चुनाव 2021 में मार्च और अप्रैल के बीच हुए थे और परिणाम 2 मई को घोषित किए गए थे। 2026 में चुनाव मई तक पूरे करने होंगे।

अखिल भारतीय SIR की घोषणा इस साल जून में चुनाव आयोग की ओर से की गई थी।

नियमित SSR की जगह पर घर-घर जाकर SIR लागू करके, चुनाव आयोग का लक्ष्य देश भर में ज्यादा सटीक और विश्वसनीय वोटर लिस्ट उपलब्ध कराना है।

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