Parliament Winter Session 2025: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 'वंदे मातरम' की 150वीं वर्षगांठ पर सोमवार (8 दिसंबर) को लोकसभा में चर्चा की शुरुआत करेंगे। इसमें राष्ट्रीय गीत के बारे में कई महत्वपूर्ण और अज्ञात पहलुओं के सामने आने की संभावना है। लोकसभा में 'राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम की 150वीं वर्षगांठ पर चर्चा' सोमवार के लिए सूचीबद्ध है। इस पर बहस के लिए 10 घंटे का समय निर्धारित किया गया है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह इस चर्चा में दूसरे वक्ता होंगे। इस चर्चा में लोकसभा में कांग्रेस के उपनेता गौरव गोगोई और प्रियंका गांधी वाड्रा सहित अन्य सदस्य भी शामिल होंगे।
संसद में यह चर्चा बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय द्वारा रचित और जदुनाथ भट्टाचार्य द्वारा संगीतबद्ध वंदे मातरम की 150वीं वर्षगांठ पर साल भर आयोजित होने वाले समारोह का हिस्सा है। प्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए उस पर 1937 में इस गीत से प्रमुख छंदों को हटाने और विभाजन के बीज बोने का आरोप लगाया था।
7 नवंबर को PM मोदी ने वंदे मातरम के 150वें वर्ष के उपलक्ष्य में साल भर आयोजित होने वाले समारोहों की शुरुआत की थी। इसका उद्देश्य विशेष रूप से युवाओं और छात्रों के बीच इस गीत के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाना है। अधिकारियों ने बताया, "चर्चा के दौरान वंदे मातरम से जुड़े कई महत्वपूर्ण और अनजाने पहलू देश के सामने आएंगे।"
गृह मंत्री अमित शाह मंगलवार (9 दिसंबर) को राज्यसभा में चर्चा की शुरुआत करेंगे। इस दौरान स्वास्थ्य मंत्री एवं राज्यसभा के नेता जेपी नड्डा दूसरे वक्ता होंगे। लोकसभा में चुनाव सुधारों पर भी चर्चा होगी। इसमें मंगलवार (9 दिसंबर) और बुधवार (10 दिसंबर) को वोटर लिस्ट के स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) सहित इसके सभी पहलुओं को शामिल किया जाएगा।
कांग्रेस की तरफ से कौन लेगा बहस में हिस्सा?
निचले सदन में कांग्रेस की ओर से अन्य वक्ताओं में दीपेंद्र हुड्डा, बिमोल अकोईजाम, प्रणीति शिंदे, प्रशांत पडोले, किरण चमाला रेड्डी और ज्योत्सना महंत शामिल हैं। चुनाव सुधारों पर चर्चा के लिए लोकसभा में कांग्रेस के वक्ताओं में केसी वेणुगोपाल, मनीष तिवारी, वर्षा गायकवाड़, मोहम्मद जावेद, उज्ज्वल रमन सिंह, ईसा खान, रवि मल्लू, इमरान मसूद, गोवाल पदवी और ज्योतिमणि शामिल होंगे।
राज्यसभा में मंगलवार, बुधवार और गुरुवार को इन दोनों मुद्दों पर बहस होगी। इस दौरान विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे चर्चा में भाग लेंगे। राज्यसभा में बुधवार और गुरुवार को चुनाव सुधारों पर चर्चा होगी। 1 दिसंबर से शुरू हुए शीतकालीन सत्र के पहले दो दिनों की कार्यवाही एसआईआर पर विपक्षी दलों के हंगामे के कारण बाधित रही।