PM Modi 5-Nation Tour: पीएम मोदी 5 देशों की ऐतिहासिक यात्रा पर रवाना! 30 साल बाद घाना जाएंगे भारतीय प्रधानमंत्री, BRICS समिट में भी लेंगे हिस्सा
PM Modi Foreign Visit: पांच देशों की यात्रा के पहले चरण में पीएम नरेंद्र मोदी घाना जा रहे हैं। पीएम मोदी ने कहा कि घाना के राष्ट्रपति जॉन ड्रामानी महामा के निमंत्रण पर वह बुधवार और गुरुवार को वहां रहेंगे। प्रधानमंत्री मोदी की घाना की यह पहली द्विपक्षीय यात्रा है। साथ ही यह तीन दशकों में भारत के किसी प्रधानमंत्री की पहली घाना यात्रा होगी
PM Modi 5-Nation Tour: पीएम मोदी प्रमुख देशों के साथ भारत के संबंधों को प्रगाढ़ करने के लिए पांच देशों की यात्रा कर रहे हैं
PM Modi 5-Nation Tour: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार (2 जुलाई) से पांच देशों की अपनी यात्रा पर रवाना हो गए। पीएम मोदी की यह ऐतिहासिक यात्रा 2 जुलाई से 9 जुलाई तक चलेगी। घाना से शुरू होने वाली यह यात्रा प्रधानमंत्री मोदी की लगभग 10 वर्षों में सबसे लंबी राजनयिक यात्रा होगी। पीएम मोदी ब्राजील में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लेने और 'ग्लोबल साउथ' के कई प्रमुख देशों के साथ भारत के संबंधों को प्रगाढ़ करने के लिए पांच देशों की यात्रा कर रहे हैं। वह इस यात्रा के दौरान ब्राजील के अलावा घाना, त्रिनिदाद एवं टोबैगो, अर्जेंटीना और नामीबिया भी जाएंगे।
'ग्लोबल साउथ' का मतलब उन देशों से है, जिन्हें विकासशील, अल्प विकसित या अविकसित माना जाता है। या फिर जो मुख्य रूप से अफ्रीका, एशिया और लातिन अमेरिका में स्थित हैं। यात्रा के पहले चरण में PM मोदी घाना जा रहे हैं। पीएम मोदी ने कहा कि घाना के राष्ट्रपति जॉन ड्रामानी महामा के निमंत्रण पर वह बुधवार और गुरुवार को वहां रहेंगे।
30 साल बाद घाना की यात्रा
प्रधानमंत्री मोदी की घाना की यह पहली द्विपक्षीय यात्रा है। साथ ही यह तीन दशकों में भारत के किसी प्रधानमंत्री की पहली घाना यात्रा होगी। पीएम मोदी ने कहा कि घाना 'ग्लोबल साउथ' में एक महत्वपूर्ण साझेदार है। अफ्रीकी संघ एवं पश्चिमी अफ्रीकी देशों के आर्थिक समुदाय में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। उन्होंने कहा कि वह दोनों देशों के ऐतिहासिक संबंधों को और प्रगाढ़ बनाने तथा निवेश, ऊर्जा, स्वास्थ्य, सुरक्षा, क्षमता निर्माण एवं विकास साझेदारी के क्षेत्रों में सहयोग के नए द्वार खोलने के उद्देश्य से होने वाली वार्ताओं के लिए उत्सुक हैं।
वह घाना की यात्रा के बाद त्रिनिदाद एवं टोबैगो जाएंगे जिसके साथ भारत के गहरे ऐतिहासिक एवं सांस्कृतिक संबंध हैं। इस यात्रा के दौरान पीएम मोदी त्रिनिदाद एवं टोबैगो की राष्ट्रपति क्रिस्टीन कार्ला कंगालू और प्रधानमंत्री कमला प्रसाद-बिसेसर के साथ वार्ता करेंगे। कंगालू इस साल के प्रवासी भारतीय दिवस में मुख्य अतिथि थीं।
पीएम मोदी ने कहा, "भारतीय पहली बार 180 वर्ष पूर्व त्रिनिदाद एवं टोबैगो पहुंचे थे। यह यात्रा हमें एकजुट करने वाले पूर्वजों और रिश्तेदारों के विशेष बंधनों को पुनर्जीवित करने का अवसर प्रदान करेगी।" इसके बाद PM मोदी ब्यूनस आयर्स जाएंगे जो 57 साल में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की अर्जेंटीना की पहली द्विपक्षीय यात्रा होगी।
उन्होंने कहा कि अर्जेंटीना लातिन अमेरिका में एक प्रमुख आर्थिक साझेदार है और जी-20 में एक करीबी सहयोगी है। पीएम मोदी ने कहा कि वह राष्ट्रपति जेवियर माइली के साथ वार्ता करने के लिए उत्सुक हैं। मोदी और माइली की पिछले वर्ष भी मुलाकात हुई थी।
ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में लेंगे हिस्सा
पीएम मोदी छह और सात जुलाई को रियो डी जेनेरियो में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे। पीएम मोदी ने कहा कि एक संस्थापक सदस्य के रूप में भारत उभरती अर्थव्यवस्थाओं के बीच सहयोग के लिए एक महत्वपूर्ण मंच के रूप में ब्रिक्स को लेकर प्रतिबद्ध है। शिखर सम्मेलन के दौरान पीएम मोदी विश्व के कई नेताओं से मिलेंगे।
पीएम मोदी यात्रा के अंतिम चरण में नामीबिया जाएंगे जिसे उन्होंने उपनिवेशवाद के खिलाफ संघर्ष के साझा इतिहास वाला भारत का एक विश्वसनीय साझेदार बताया। उन्होंने कहा कि वह राष्ट्रपति नेटुम्बो नंदी-नदैतवा से मिलेंगे। इस दौरान दोनों देशों के लोगों, क्षेत्रों एवं व्यापक ग्लोबल साउथ के कल्याण के लिए सहयोग का एक नया खाका तैयार करेंगे।
PM मोदी ने विश्वास व्यक्त किया कि इन पांच देशों की उनकी यात्रा से ग्लोबल साउथ में भारत के संबंध और मैत्री सुदृढ़ होगी। साथ ही अटलांटिक के दोनों ओर साझेदारी मजबूत होगी। इसके अलावा ब्रिक्स एवं अफ्रीकी संघ जैसे बहुपक्षीय मंचों पर भागीदारी गहरी होगी।
'भारत ब्रिक्स के लिए प्रतिबद्ध'
प्रधानमंत्री मोदी ने ब्राजील समेत पांच देशों की एक सप्ताह की यात्रा के लिए रवाना होते समय बुधवार को कहा कि भारत उभरती अर्थव्यवस्थाओं के बीच सहयोग के लिए एक महत्वपूर्ण मंच के रूप में ब्रिक्स को लेकर प्रतिबद्ध है। ब्रिक्स में ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका शामिल हैं।
बाद में मिस्र, इथियोपिया, ईरान, सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात (UAE) को भी इसमें शामिल कर इसका विस्तार किया गया। पीएम मोदी ने रवाना होने से पहले अपने बयान में कहा, "हम मिलकर एक अधिक शांतिपूर्ण, समतापूर्ण, न्यायसंगत, लोकतांत्रिक और संतुलित बहुध्रुवीय वैश्विक व्यवस्था बनाने के लिए प्रयासरत हैं।"