PM Modi On IndiGo Chaos: देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो में लगातार आठवें दिन परिचालन संकट जारी रहने के बीच, पीएम मोदी ने मंगलवार को इस मुद्दे पर अपनी चिंता व्यक्त की। संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने NDA सांसदों की एक बैठक के दौरान PM मोदी की टिप्पणियों को साझा किया, जिसमें उन्होंने नियमों के उपयोग पर बल दिया। बैठक के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने जोर देकर कहा कि नियम और विनियमों को नागरिक केंद्रित होना चाहिए, न कि बाधाएं उत्पन्न करने वाला।
'नियम सुविधा के लिए, उत्पीड़न के लिए नहीं'
केन्द्रीय मंत्री रिजिजू के अनुसार, PM मोदी ने कहा, 'यह हमारी जिम्मेदारी है कि भारत के किसी भी नागरिक को सरकार की वजह से कोई कठिनाई न हो, सिर्फ इसलिए क्योंकि वे भारतीय नागरिक हैं। नियम और कानून अच्छे हैं... लेकिन उनका उपयोग सिस्टम को बेहतर बनाने के लिए किया जाना चाहिए, न कि जनता को परेशान करने के लिए।'
पीएम की यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब इंडिगो ने पायलटों के आराम और ड्यूटी के घंटों (FDTL) पर नए सरकारी नियमों का पालन करने में विफलता के कारण हजारों उड़ानें रद्द कर दी हैं, जिससे लाखों यात्री प्रभावित हुए हैं।
परिचालन और बाजार में भारी नुकसान: इंडिगो पर दोहरी मार
फ्लाइट ऑपरेशन संकट के आठवें दिन में प्रवेश करने के साथ ही, इंडिगो एयरलाइंस को भारी वित्तीय और परिचालन नुकसान हो रहा है। रिपोर्टों के अनुसार, इंडिगो ने अपनी लगभग 5% उड़ानें खो दी हैं और परिचालन को स्थिर करने के लिए नियामक से अधिक समय की मांग कर रही है। एयरलाइन ने अब तक यात्रियों को ₹830 करोड़ से अधिक का रिफंड दिया है और बाजार मूल्य में ₹37,000 करोड़ का भारी नुकसान भी उठा चुकी है।
नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू ने इंडिगो पर कड़ा रुख अपनाया है। मंत्री ने कहा कि उनका मंत्रालय इंडिगो के मामले को एक 'उदाहरण' बनाएगा। उनकी यह टिप्पणी बताती है कि सरकार यात्रियों को हुई असुविधा के लिए एयरलाइन के खिलाफ सख्त दंडात्मक कार्रवाई कर सकती है। मंत्री पहले ही राज्यसभा में कह चुके हैं कि संकट के लिए एयरलाइन की आंतरिक क्रू रोस्टरिंग और परिचालन नियोजन प्रणाली में आई गड़बड़ी जिम्मेदार थी।