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PM Modi Visit to Manipur: पीएम मोदी 13 सितंबर को जाएंगे मणिपुर! ₹8,500 करोड़ की परियोजनाओं का देंगे तोहफा

PM Modi Visit to Manipur: पीएम मोदी 13 सितंबर को चुराचांदपुर के 'पीस ग्राउंड' से 7,300 करोड़ रुपये की विभिन्न विकास परियोजनाओं की आधारशिला रखेंगे। यहां कुकी बहुसंख्यक हैं। अधिकारियों ने बताया कि इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी मेइती बहुल राज्य की राजधानी इंफाल से 1,200 करोड़ रुपये की इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट का भी उद्घाटन करेंगे

अपडेटेड Sep 11, 2025 पर 8:26 PM
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PM Modi Visit Manipur: पीएम मोदी मणिपुर में 8,500 करोड़ रुपये की विभिन्न विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन करेंगे

PM Modi Visit to Manipur: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 13 सितंबर को मणिपुर में 8,500 करोड़ रुपये की विभिन्न विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन करेंगे। अधिकारियों ने गुरुवार को न्यूज एजेंसी पीटीआई को यह जानकारी दीमई 2023 में कुकी और मेइती के बीच जातीय हिंसा भड़कने के बाद राज्य की उनकी यह पहली यात्रा होगी। मणिपुर हिंसा में 260 से अधिक लोग मारे गए थे और हजारों लोग बेघर हो गए थे।

अधिकारियों के अनुसार, पीएम मोदी चुराचांदपुर के 'पीस ग्राउंड' से 7,300 करोड़ रुपये की विभिन्न विकास परियोजनाओं की आधारशिला रखेंगे। यहां कुकी बहुसंख्यक हैं। उन्होंने बताया कि इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी मेइती बहुल राज्य की राजधानी इंफाल से 1,200 करोड़ रुपये की इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट का भी उद्घाटन करेंगे।

पीएम मोदी के संभावित दौरे से पहले इंफाल और चुराचांदपुर जिला मुख्यालयों में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। राज्य और केंद्र दोनों के सुरक्षाबलों को इंफाल के लगभग 237 एकड़ में फैले कांगला किले और चुराचांदपुर के 'पीस ग्राउंड' में बड़ी संख्या में तैनात किया गया है। यहां प्रधानमंत्री के कार्यक्रम के लिए एक भव्य मंच तैयार किया जा रहा है।


पीएम मोदी के मिजोरम से मणिपुर पहुंचने की संभावना है। हालांकि इस संबंध में नई दिल्ली या इंफाल से कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है। इसके मद्देनजर राज्य में तैयारियों को लेकर कई बैठकें की गई हैं।

कांगला किले से सटे संजेनथोंग, मिनुथोंग और मोइरंगखोम क्षेत्रों में तलाशी और जांच अभियान तेज कर दिए गए हैं। राज्य के पुलिसकर्मियों के साथ केंद्रीय सुरक्षा बलों द्वारा कांगला किले की चौबीसों घंटे निगरानी की जा रही है। राज्य आपदा प्रबंधन बल की नौकाएं किले की चारों ओर की खाइयों में गश्त कर रही हैं।

कांगला किला 1891 में रियासत के विलय से पहले मणिपुर के तत्कालीन शासकों की सत्ता का केंद्र थायह किला तीन ओर से खाइयों और पूर्व की ओर से इंफाल नदी से घिरा हुआ है। किले के भीतर एक बड़ा पोलो मैदान, एक छोटा जंगल, मंदिरों के अवशेष और राज्य पुरातत्व कार्यालय स्थित हैं

चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा बलों की नजर

केंद्रीय सुरक्षा बल के एक अधिकारी ने पीटीआई को बताया, "किसी भी संदिग्ध वस्तु का पता लगाने के लिए हाईटेक उपकरणों का इस्तेमाल किया जा रहा है। सुरक्षाकर्मी बारी-बारी से किले में पैदल गश्त कर रहे हैं ताकि किसी भी असामान्य गतिविधि की पहचान की जा सके। किले में एंट्री करने वाले प्रत्येक व्यक्ति का रिकॉर्ड रखा जा रहा है। उसकी जांच की जा रही है। पर्यटकों की आवाजाही पर रोक लगा दी गई है।"

एक अन्य अधिकारी ने बताया, "हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है और उच्च अधिकारियों की निगरानी में सुरक्षा अभ्यास चल रहा है।" उन्होंने यह भी बताया कि सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा के लिए अधिकारियों की दैनिक बैठकें हो रही हैं। पुलिस और अर्धसैनिक बलों को तैनात किया गया है। 'पीस ग्राउंड' की ओर जाने वाले रूट्स पर बांस के बैरिकेड्स लगाए गए हैं। इस जगह प्रधानमंत्री एक जनसभा को संबोधित कर सकते हैं।

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सीमा सुरक्षा बल (BSF) कैंप से 'पीस ग्राउंड' तक सड़क के दोनों ओर बांस के बैरिकेड्स लगाए जा रहे हैं। पूरी सड़क को फूलों से सजाया गया है। 'पीस ग्राउंड' में सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है। राज्य के अन्य हिस्सों में भी सुरक्षाबलों ने सभी संवेदनशील और सीमावर्ती क्षेत्रों में तलाशी अभियान और गश्त तेज कर दी है।

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