Pollution Debate In Lok Sabha: दिल्ली में दमघोंटू एयर पॉल्यूशन संकट पर गुरुवार को लोकसभा में होने वाली बहस नहीं हो पाई। सरकार और विपक्ष दोनों ने एक-दूसरे पर कार्यवाही रोकने का आरोप लगाया। सूत्रों ने न्यूज 18 को बताया कि विपक्षी पार्टियों ने प्रदूषण पर चर्चा के लिए जोरदार तरीके से कोशिश नहीं की। जबकि विपक्ष ने दावा किया कि सदन को बिना किसी चेतावनी के स्थगित कर दिया गया, जिससे बहस की योजनाएं पटरी से उतर गई।
कई कांग्रेस सांसद लोकसभा स्पीकर की डेस्क के ठीक सामने टेबल पर चढ़ गए और मांग करने लगे कि चर्चा प्लान के मुताबिक ही हो। इसके बाद हंगामा शुरू हो गया। विपक्ष के सूत्रों के अनुसार, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने अपनी स्पीच तैयार कर ली थी। लंच के बाद बढ़ते प्रदूषण के स्तर पर वह बोलने वाली थीं। लेकिन चर्चा शुरू ही नहीं शुरू हो पाई।
एक सीनियर कांग्रेस नेता ने कहा, "हम लंच के बाद इसके लिए तैयार थे। लेकिन सरकार ने जल्दबाजी में कल तक के लिए सेशन स्थगित कर दिया। इसलिए हमारे पास अगले सेशन में इसे करने के अलावा कोई चारा नहीं है।" विपक्ष का कहना है कि उन्हें अचानक झटका लगा। जबकि सरकार का कहना है कि विपक्ष चर्चा नहीं करना चाहता।
केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू ने विपक्ष पर प्रदूषण पर बहस से बचने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि वे प्रदूषण पर ठीक से चर्चा नहीं करना चाहते। प्रियंका गांधी ने संसद के बाहर पत्रकारों से बातचीत में कहा कि संकेत मिला कि अब इस मुद्दे पर अगले सत्र में चर्चा होगी।
भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच मौजूदा टी20 सीरीज का चौथा मुकाबला बुधवार शाम सात बजे से लखनऊ के भारत रत्न श्री अटल बिहारी वाजपेई इकाना स्टेडियम में खेला जाना था। लेकिन खराब मौसम और छाई धुंध की वजह से रात साढ़े 9 बजे मैच रद्द करना पड़ा।
इसके बाद सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने इसे लेकर सोशल मीडिया पर कहा, "दिल्ली का प्रदूषण अब लखनऊ तक पहुंच गया है। इसीलिए लखनऊ में आयोजित होने वाला इंटरनेशनल क्रिकेट मैच नहीं हो पा रहा है। दरअसल इसकी वजह कोहरा या फॉग नहीं, बल्कि स्मॉग (धुंध) है।"
उन्होंने राज्य की BJP सरकार पर निशाना साधते हुए इसी संदेश में कहा, "हमने जो पार्क लखनऊ की शुद्ध हवा के लिए बनवाए थे, BJP सरकार वहां भी 'इंवेटबाजी' करवाकर उन्हें बर्बाद करना चाहती है। भाजपाई न इंसान के सगे हैं, न पर्यावरण के।"
यादव ने 'मुस्कुराइए कि आप लखनऊ में हैं' की टैगलाइन को इस घटनाक्रम से जोड़ते हुए तंज किया, "मुंह ढंक लीजिए क्योंकि आप लखनऊ में हैं।" इसके बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने इस मुद्दे पर बयान जारी कर सफाई दी। सरकार ने कहा कि सोशल मीडिया और अन्य प्लेटफॉर्म पर AQI से संबंधित भ्रामक आंकड़े शेयर किए जा रहे हैं।
बयान में सरकार ने कहा कि लखनऊ का एयर क्वालिटी इंडेक्स 174 है जो मध्यम कैटेगरी में आता है। सोशल मीडिया और अन्य प्लेटफॉर्म पर एक्यूआई से संबंधित भ्रामक आंकड़े प्रचारित और प्रसारित किए जा रहे हैं। ये एयर क्वालिटी बताने वाले निजी ऐप से लिए गए हैं।