Credit Cards

Independence Day 2025: 'इतिहास में दर्ज होगा ऑपरेशन सिंदूर'; 79वें स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर बोलीं राष्ट्रपति मुर्मू, पढ़ें- संबोधन की बड़ी बातें

Independence Day 2025: स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राष्ट्र के नाम संबोधन में कहा कि सरकार, गरीबों के लिए अनेक कल्याणकारी योजनाएं चला रही है। उन्होंने कहा कि हमारे समाज का एक बड़ा हिस्सा, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, पिछड़ा वर्ग और अन्य समुदायों के लोगों का है। इन समुदायों के लोग अब हाशिए पर होने का टैग हटा रहे हैं

अपडेटेड Aug 14, 2025 पर 7:57 PM
Story continues below Advertisement
Independence Day 2025: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि हमारे लिए, हमारा संविधान और हमारा लोकतंत्र सर्वोपरि हैं

79th Independence Day India: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 79वें स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर गुरुवार (14 अगस्त) को राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा कि हमारे लिए हमारा संविधान और हमारा लोकतंत्र सर्वोपरि हैं। उन्होंने कहा कि भारत आत्मनिर्भर राष्ट्र बनने की राह पर है। पूरे आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ रहा है। राष्ट्रपति ने कहा कि महंगाई नियंत्रण में होने और निर्यात बढ़ने के साथ, सभी प्रमुख संकेतक भारतीय अर्थव्यवस्था को अच्छी स्थिति में दिखा रहे हैं। उन्होंने कहा कि पिछले वित्त वर्ष में 6.5 फीसदी की सकल घरेलू उत्पाद वृद्धि दर के साथ भारत, दुनिया की प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में सबसे तेजी से बढ़ने वाला देश है।

स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राष्ट्र के नाम संबोधन में कहा कि सरकार, गरीबों के लिए अनेक कल्याणकारी योजनाएं चला रही है। उन्होंने कहा कि हमारे समाज का एक बड़ा हिस्सा, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, पिछड़ा वर्ग और अन्य समुदायों के लोगों का हैइन समुदायों के लोग अब हाशिए पर होने का टैग हटा रहे हैं। मुर्मू ने कहा कि सामाजिक क्षेत्र में किए गए प्रयासों से समग्र आर्थिक विकास के बल पर भारत, 2047 तक एक विकसित अर्थव्यवस्था बनने के मार्ग पर अग्रसर है।

'मिसाल के तौर पर इतिहास में दर्ज होगा ऑपरेशन सिंदूर'

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 'ऑपरेशन सिंदूर' के लिए गुरुवार को देश एवं सशस्त्र बलों के फौलादी संकल्प की सराहना की। उन्होंने कहा कि यह अभियान आतंकवाद के खिलाफ मानवता की लड़ाई में एक मिसाल के तौर पर इतिहास में दर्ज होगा। उन्होंने स्वतंत्रता दिवस की पूर्वसंध्या पर राष्ट्र के नाम संबोधन में यह भी कहा कि इस सैन्य अभियान से जुड़ी उपलब्धियां स्वाधीन भारत के रक्षा इतिहास में एक नए अध्याय का सूत्रपात हैं तथा विश्व समुदाय ने भारत की इस नीति का संज्ञान लिया है कि भारत आक्रमणकारी नहीं बनेगा। लेकिन अपने नागरिकों की रक्षा के लिए जवाबी कार्रवाई करने में तनिक भी संकोच नहीं करेगा।


राष्ट्रपति ने कहा कि 'ऑपरेशन सिंदूर' ने यह दिखा दिया कि जब राष्ट्र की सुरक्षा का सवाल सामने आता है तब हमारे सशस्त्र बल किसी भी स्थिति का सामना करने के लिए पूरी तरह सक्षम सिद्ध होते हैं। ऑपरेशन सिंदूर, प्रतिरक्षा के क्षेत्र में 'आत्मनिर्भर भारत मिशन' की परीक्षा का भी अवसर था। अब यह सिद्ध हो गया है कि हम सही रास्ते पर हैं। उन्होंने कहा कि जलवायु परिवर्तन की चुनौती का सामना करने के लिए, हमें अपने आप में भी कुछ परिवर्तन करने होंगे। हमें अपनी आदतें और अपनी विश्व-दृष्टि में बदलाव लाना होगा। 

'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत भारत ने 22 अप्रैल के पहलगाम आतंकवादी हमले के जवाब में 7 से 10 मई तक पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (Pok) में आतंकवादी और सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया था। पहलगाम आतंकवादी हमले में 26 लोग मारे गए थे, जिनमें ज्यादातर पर्यटक थे।

राष्ट्रपति मुर्मू के संबोधन की बड़ी बातें

  • राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा, "हम सभी के लिए यह गर्व की बात है कि स्वाधीनता दिवस और गणतंत्र दिवस सभी भारतीय उत्साह और उमंग के साथ मनाते हैं। यह दिवस हमें भारतीय होने के गौरव का विशेष स्मरण करवाता है। 15 अगस्त की तारीख, हमारी सामूहिक स्मृति में गहराई से अंकित है। औपनिवेशिक शासन की लंबी अवधि के दौरान अनेक पीढ़ियों ने ये सपना देखा था कि एक दिन देश स्वाधीन होगा।"
  • उन्होंने आगे कहा, "देश के हर हिस्से में रहने वाले पुरुष और महिलाएं, बूढ़े और जवान विदेशी शासन की बेड़ियों को तोड़ फेंकने के लिए व्याकुल थे। कल जब हम अपने तिरंगे को सलामी दे रहे होंगे तो हम उन सभी स्वाधीनता सेनानियों को भी श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे जिनके बलिदान के बल पर 78 साल पहले 15 अगस्त के दिन भारत ने स्वाधीनता हासिल की थी।"
  • राष्ट्रपति ने कहा, "सामाजिक क्षेत्र में किए गए प्रयासों से संवर्धित, समग्र आर्थिक विकास के बल पर भारत, 2047 तक एक विकसित अर्थव्यवस्था बनने के मार्ग पर अग्रसर है। शुभांशु शुक्ला की इंटरनेशनल स्पेस स्पेटशन की यात्रा ने एक पूरी पीढ़ी को ऊंचे सपने देखने की प्रेरणा दी है।"- 
  • उन्होंने आगे कहा, "ऑपरेशन सिंदूर ने यह दिखा दिया कि जब राष्ट्र की सुरक्षा का प्रश्न सामने आता है तब हमारे सशस्त्र बल किसी भी स्थिति का सामना करने के लिए पूरी तरह सक्षम सिद्ध होते हैं। ऑपरेशन सिंदूर, प्रतिरक्षा के क्षेत्र में, ‘आत्मनिर्भर भारत मिशन’ की परीक्षा का भी अवसर था। अब यह सिद्ध हो गया है कि हम सही रास्ते पर हैं।"
  • राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा, "इस साल हमें आतंकवाद का दंश झेलना पड़ा। कश्मीर घूमने गए निर्दोष नागरिकों की हत्या, कायरतापूर्ण और नितांत अमानवीय थी। इसका जवाब भारत ने फौलादी संकल्प के साथ निर्णायक तरीके से दिया। 'ऑपरेशन सिंदूर' ने यह दिखा दिया कि जब राष्ट्र की सुरक्षा का प्रश्न सामने आता है तब हमारे सशस्त्र बल किसी भी स्थिति का सामना करने के लिए पूरी तरह सक्षम सिद्ध होते हैं। रणनीतिक स्पष्टता और तकनीकी दक्षता के साथ, हमारी सेना ने सीमा पार के आतंकवादी ठिकानों को नष्ट कर दिया।"
  • राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा, "ऑपरेशन सिंदूर आतंकवाद के खिलाफ मानवता की लड़ाई में एक मिसाल के तौर पर इतिहास में दर्ज होगा। इस सैन्य अभियान से जुड़ी उपलब्धियां स्वाधीन भारत के रक्षा इतिहास में एक नए अध्याय का सूत्रपात हैं तथा विश्व समुदाय ने भारत की इस नीति का संज्ञान लिया है कि भारत आक्रमणकारी नहीं बनेगा। लेकिन अपने नागरिकों की रक्षा के लिए जवाबी कार्रवाई करने में तनिक भी संकोच नहीं करेगा।"
  • उन्होंने कहा, "मेरा विश्वास है कि ऑपरेशन सिंदूर, आतंकवाद के विरुद्ध मानवता की लड़ाई में एक मिसाल के तौर पर इतिहास में दर्ज होगा। हमारी एकता ही हमारी जवाबी कार्रवाई की सबसे बड़ी विशेषता थी। यही एकता, उन सभी तत्वों के लिए सबसे करारा जवाब भी है जो हमें विभाजित देखना चाहते हैं। भारत के दृष्टिकोण को स्पष्ट करने के लिए, विभिन्न देशों में गए संसद-सदस्यों के बहुदलीय प्रतिनिधिमंडलों में भी हमारी यही एकता दिखाई दी।"

    राष्ट्रपति मुर्मू ने आगे कहा, "विश्व समुदाय ने भारत की इस नीति का संज्ञान लिया है कि हम आक्रमणकारी तो नहीं बनेंगे, लेकिन अपने नागरिकों की रक्षा के लिए जवाबी कार्रवाई करने में तनिक भी संकोच नहीं करेंगे।"

    उन्होंने कहा, "हमें देश के विभाजन से हुई पीड़ा को कदापि नहीं भूलना चाहिए। आज हमने विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस मनाया। विभाजन के कारण भयावह हिंसा देखी गई और लाखों लोग विस्थापित होने के लिए मजबूर किए गए। आज हम इतिहास की गलतियों के शिकार हुए लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं।"

ये भी पढ़ें- CM Shri Schools: दिल्ली में घोषित 'सीएम श्री स्कूल' पहल क्या है? एडमिशन प्रक्रिया, योग्यता और परीक्षा समेत जानें सबकुछ

हिंदी में शेयर बाजार स्टॉक मार्केट न्यूज़,  बिजनेस न्यूज़,  पर्सनल फाइनेंस और अन्य देश से जुड़ी खबरें सबसे पहले मनीकंट्रोल हिंदी पर पढ़ें. डेली मार्केट अपडेट के लिए Moneycontrol App  डाउनलोड करें।