Puducherry cyber fraud: पुडुचेरी से एक बड़े साइबर क्राइम का मामला सामने आया है। यहां पर पुलिस ने साइबर धोखाधड़ी के नेटवर्क का पर्दाफश करते हुए चार इंजीनियर ग्रेजुएट्स समेत सात लोगों को गिरफ्तार किया है। बता दें कि यह नेटवर्क एक इंजीनियरिंग कॉलेज से संचालित किजा जाता था। वहीं, जांच अधिकारियों ने बताया कि यह एक तरीके से साइबर क्राइम का अड्डा है, जिसकी छानबिन की जा रही है।
दरअसल, पुलिस को पता चला है कि 90 करोड़ रुपये की साइबर धोखाधड़ी वाले इस रैकेट में कुछ छात्र अपने दोस्तों और सहपाठियों के बैंक खाते साइबर अपराधियों को बेच देते थे। जांच में सामने आया कि साइबर अपराधी इन बैंक खातों का इस्तेमाल करके भारत में ही काले धन को सफेद दिखाते थे। इसके बाद वे यह पैसा दुबई भेजते थे और फिर चीन के नेटवर्क के जरिए इसे क्रिप्टोकरेंसी में बदल देते थे।
दो इंजीनियर छात्रों ने पुलिस से किया संपर्क?
बता दें कि यह मामला तब सामने आया जब दो इंजीनियर छात्रों दिनेश और जयप्रताप ने पुलिस को बताया कि उन्होंने अपने अकाउंट डिटेल अपने दोस्त हरीश के साथ साझा किए थे। जिसके बाद पुलिस ने उनके अकाउंट को फ्रीज कर दिए। वहीं, जांच के बाद पुलिस ने बताया कि इन खातों का इस्तेमाल डंकी अकाउंट के तौर पर किया जाता था, जिसमें घोटाले की रकम जमा की जाती थी। जांच अधिकारियों के मुताबिक, इन खातों से करीब 7 करोड़ रुपये निकाले गए हैं।
पुलिस ने 7 अभियुक्तों को किया गिरफ्तार
हालांकि, पुलिस ने इस धोखाधड़ी के मामले में अभी तक 4 इंजीनियरिंग ग्रेजुएट्स समेत 7 लोगों को गिरफ्तार किया है। एक अधिकारी ने बताया कि मामले की जांच अभी जारी है, ताकि इससे जुड़े और भी गिरोह का पता लगाया जा सके। इन गिरफ्तार किए गए अभियुक्तों में थॉमस उर्फ हयग्रीव, हरीश, गणेशन, गोविंदराज, यशविन, राहुल और अय्यप्पन शामिल हैं।
वहीं, छापेमारी के दौरान पुलिस ने इनके पास से 5 लाख रुपये नकद, 171 चेकबुक, 75ATM कार्ड, 20 मोबाइल फोन, लैपटॉप, कंप्यूटर, कई बैंक पासबुक, क्रेडिट कार्ड और एक हुंडई वरना कार जब्त की है।