दिल्ली के लाल किले के पास हुए भयानक विस्फोट में 8 लोगों की मौत हो गई, जबकि कई अन्य घायल हो गए हैं। पुलिस, एनआईए और एनएसजी की टीमें मिलकर जांच में जुटी हैं और आसपास के संवेदनशील इलाकों की सघन तलाशी ली जा रही है। सुरक्षा कारणों से लाल किला मेट्रो स्टेशन को अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है, जबकि बाकी सभी मेट्रो स्टेशन सामान्य रूप से खुले हैं। अधिकारियों ने लोगों से अफवाहों पर ध्यान न देने और शांति बनाए रखने की अपील की है। जांच एजेंसियां विस्फोट के कारण और इसमें शामिल लोगों की पहचान में लगी हुई हैं। वहीं इस हादसे में जान गंवाने वाले लोगों की हैरान कर देने वाली कहानियां भी सामने आई है।
धमाके में यूपी के व्यापारी की मौत
दिल्ली के लाल किले के पास सोमवार शाम हुए जोरदार कार धमाके में नौ लोगों की मौत हुई थी, जिनमें उत्तर प्रदेश के शामली जिले का 22 वर्षीय युवक नौमान भी शामिल है। इस विस्फोट को संदिग्ध आतंकी हमला माना जा रहा है। नौमान झिंझाना का रहने वाला था और अपने छोटे से कारोबार के लिए ब्यूटी प्रोडक्ट खरीदने दिल्ली आया था। सोमवार शाम हुए धमाके में उसकी मौके पर ही मौत हो गई। मंगलवार सुबह उसका परिवार एलएनजेपी अस्पताल पहुंचा, जहां शव की शिनाख्त की गई। परिवार के अनुसार, नौमान का किसी से कोई विवाद नहीं था और उसकी मौत ने पूरे गांव को सदमे में डाल दिया है।
बता दें कि दिल्ली के लाल किले के पास सोमवार शाम करीब 6:52 बजे लाल किले के पास हुए जोरदार धमाके ने पूरे इलाके में दहशत फैला दी। हरियाणा नंबर की एक हुंडई i20 कार इस विस्फोट का केंद्र थी, जिससे 8 लोगों की मौत हो गई और करीब 20 लोग घायल हो गए। धमाके की तीव्रता इतनी ज्यादा थी कि आसपास खड़ी गाड़ियां चकनाचूर हो गईं और सड़क पर अफरा-तफरी मच गई। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि धमाके के बाद चारों ओर आग की लपटें और घायल लोग पड़े थे। घायलों में अंकुश शर्मा (28) और राहुल कौशिक (20) भी शामिल हैं, जो गौरी शंकर मंदिर से लौट रहे थे। धमाके में अंकुश का 80% शरीर जल गया।
हर एंगल से जांच कर रही है पुलिस
दिल्ली पुलिस ने लाल किला विस्फोट मामले में गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम यानी UAPA के तहत केस दर्ज किया है। पुलिस इसे एक संभावित आतंकी हमला मानकर जांच कर रही है। शुरुआती फोरेंसिक रिपोर्ट और खुफिया इनपुट इस बात की ओर इशारा कर रहे हैं कि धमाके के पीछे आतंकी साज़िश हो सकती है। यह धमाका हरियाणा के फरीदाबाद में 2,900 किलो विस्फोटक बरामद होने से कुछ घंटे पहले हुआ था, जिससे दोनों घटनाओं के बीच कड़ी जुड़ने की आशंका बढ़ गई है। पुलिस ने लोगों से अफवाहें और झूठी तस्वीरें न फैलाने की अपील की है। इस घटना ने राजधानी में दहशत फैला दी है, जबकि पीड़ित परिवार जल्दी न्याय और सख्त सुरक्षा उपायों की मांग कर रहे हैं।