Pooja Pal: शादी के 9 दिन बाद ही 25 साल की उम्र में हुईं विधवा, सपा से निष्कासित विधायक पूजा पाल कौन हैं?
Pooja Pal News: उत्तर प्रदेश के कौशांबी जिले के चायल क्षेत्र से समाजवादी पार्टी (SP) की विधायक पूजा पाल को पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने तत्काल प्रभाव से निष्कासित कर दिया है। विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान पूजा ने सीएम योगी आदित्यनाथ की तारीफ करते हुए कहा था कि उनके पति के हत्यारे गैंगस्टर अतीक अहमद को मौजूदा बीजेपी सरकार की अपराध विरोधी नीतियों ने जमीन पर ला दिया
Pooja Pal News: अखिलेश यादव ने सीएम योगी की सराहना करने के कुछ घंटे बाद ही यह कदम उठाया है
PoojaPalNews:उत्तरप्रदेशके मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की विधानसभा में तारीफ करने के बाद कौशांबी जिले के चायल क्षेत्र से समाजवादी पार्टी की विधायक पूजा पाल को पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने तत्काल प्रभाव से निष्कासित कर दिया है। अखिलेश ने सीएम योगी की सराहना करने के कुछ घंटे बाद ही यह कदम उठाया है। विधानसभा के मानसून सत्र में आयोजित विजन-2047 पर अनवरत 24 घंटे की चर्चा में शामिल पूजा ने कहा कि उनके पति के हत्यारे गैंगस्टरअतीकअहमद को मौजूदा सरकार की अपराध विरोधी नीतियों ने जमीन पर ला दिया।
पूजा पाल ने इसका सारा श्रेय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को देते हुए कहा, "मेरे पति के हत्यारे अतीकअहमद को मुख्यमंत्री ने मिट्टी में मिलाने का काम किया।" उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जी ने मेरे छिपे हुए आंसू देखे जिसे वर्षों तक किसी ने नहीं देखा।
अखिलेश ने किया निष्कासित
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने पूजा पाल को भेजे गए पत्र में कहा है, "आपके द्वारा पार्टी विरोधी गतिविधियां की गई है। आपको सचेत करने के उपरांत भी आपने इस तरह की गतिविधियां बंद नहीं की, जिस कारण पार्टी को काफी नुकसान हुआ है।"
सपा मुखिया ने आगे कहा, "आपके द्वारा किया गया कार्य पार्टी विरोधीएवंगंभीरअनुशासनहीनताहै, अतःआपकोसमाजवादीपार्टीसेतत्कालप्रभावसेनिष्कासितकियाजाताहै। साथहीआपकोसमाजवादीपार्टीकेसभीअन्यपदोंसेभीहटायाजाता है।" पत्र मेंअखिलेशने कहा, "अब आपपार्टीकेकिसी भी कार्यक्रम बैठक आदि में भाग नहीं लेंगी और ना ही आपको इसके लिए आमंत्रित किया जाएगा।"
साल 2023 में अतीक और उसके भाई की हत्या के बाद पूजा पाल का भारतीय जनता पार्टी की सरकार खासतौर से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रति झुकाव बढ़ गया था। उन्होंने उस समय राज्यसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी की मदद की। उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में सीएम योगी को अपना भाई बताया। पिछले वर्ष विधानसभा उप चुनावों के दौरान भी पूजा पाल ने बीजेपी की मदद की।
विधानसभा में क्या कहा?
पूजा पाल ने कहा कि उनके पति के हत्यारे अतीकअहमद को मुख्यमंत्री ने मिट्टी में मिला दिया। पूजा ने कहा, "मेरे पतिकेहत्यारेअतीकअहमदकोमुख्यमंत्रीनेमिट्टीमेंमिलानेकाकामकिया।" उन्होंनेकहाकि मुख्यमंत्री ने उनके छिपे हुए आंसू देखे, जिन्हें वर्षों तक किसी ने नहींदेखाथा।फूलपुरकेपूर्वसांसदअतीकअहमदऔरउनकेभाई व पूर्वविधायकअशरफकी 15 अप्रैल 2023 कोप्रयागराजमेंन्यायिकहिरासतमेंगोलीमारकरहत्याकरदीगई थी।दोनों परपूजापालकेविधायकपतिराजूपालकीवर्ष 2005 मेंहत्या का आरोप था।
राजू पाल वर्ष 2005 में प्रयागराज शहर पश्चिम से बहुजन समाज पार्टी से विधायक चुने गये थे। उनकी हत्या के बाद पूजा पाल 2007 में बहुजन समाज पार्टी से विधायक चुनी गईं और 2022 में समाजवादी पार्टी ने उन्हें कौशांबी जिले के चायल से टिकट दिया।वर्ष 2023 में अतीक और उनके भाई की हत्या के बाद पूजा पाल का भारतीय जनता पार्टी की सरकार, खासतौर से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रति झुकाव बढ़ा।
पूजा ने कहा, "प्रयागराज में ऐसे कई शोकाकुल परिवार हैं, जिन्हें मुख्यमंत्री आदित्यनाथ के नेतृत्व में न्याय मिला है। अनगिनत महिलाओं ने अपने पति खोए हैं, अनगिनत माताओं ने अपने बेटों को खोया है। मैं मुख्यमंत्री का धन्यवाद देती हूं जिन्होंने अतीक अहमद जैसे अपराधियों और माफियाओं का सफाया किया।"
कौन हैं पूजा पाल?
सीएम योगी की तारीफ के बाद चर्चा में आईं पूजा पाल का इस मुकाम तक पहुंचने का सफर यूपी की धर्मनगरी प्रयागराज के कटघर इलाके से शुरू हुआ। एक गरीब परिवार में जन्मी पूजा के पिता पंक्चर टायरों की मरम्मत करके गुजारा करते थे। घर चलाने के लिए पूजा ने पढ़ाई के साथ-साथ छोटे-मोटे काम भी किए। एक अस्पताल में काम करते हुए ही उनकी मुलाकात बहुजन समाज पार्टी (BSP) के एक उभरते हुए नेता राजू पाल से हुई। उनकी दोस्ती प्यार में बदल गई और 16 जनवरी, 2005 को दोनों ने शादी कर ली।
लेकिन सिर्फ शादी के 9 दिन बाद ही महज 25 साल की उम्र में उन पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। 25 जनवरी, 2005 को अतीक अहमद से जुड़े बंदूकधारियों ने दिनदहाड़े उनके पति राजू पाल के काफिले पर घात लगाकर हमला कर दिया। इसमें उनकी और उनके दो साथियों की मौत हो गई। इस हत्या को इलाहाबाद पश्चिम विधानसभा क्षेत्र में अतीक के भाई अशरफ अहमद पर राजू की हालिया चुनावी जीत का राजनीतिक बदला माना गया।
सिर्फ 25 साल की उम्र में पूजा विधवा हो गईं। इसके बाद उनका जीवन न्याय की लड़ाई में बदल गया। उन्होंने अतीक अहमद गैंग की धमकियों के आगे झुकने से इनकार कर दिया। पाल ने अपने पति की राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ाने का संकल्प लिया। जब राजू की सीट पर उपचुनाव की घोषणा हुई, तो बीएसपी प्रमुख और तत्कालीन मुख्यमंत्री मायावती ने व्यक्तिगत रूप से पूजा को पार्टी का टिकट दिया।
हालांकि, वह उपचुनाव हार गईं, लेकिन उनका राजनीतिक सफर शुरू हो गया था। 2007 के विधानसभा चुनाव में पूजा ने फिर से इलाहाबाद पश्चिम से चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। 2012 में भी उन्होंने दोबारा जीत हासिल की। हालांकि, 2017 का चुनाव वह बीजेपी के सिद्धार्थ नाथ सिंह से हार गईं।
इसके तुरंत बाद, पूजा ने BSP छोड़ दी और समाजवादी पार्टी में शामिल हो गईं। अखिलेश यादव ने उन्हें कौशांबी जिले के चायल से टिकट दिया। उन्होंने 2022 में यह सीट जीत ली और विधानसभा में जोरदार वापसी की। अपने राजनीतिक जीवन के दौरान, अतीक अहमद के खिलाफ पूजा की लड़ाई उनकी पहचान का केंद्र रही। पांच बार विधायक और पूर्व लोकसभा सांसद अहमद पर हत्या से लेकर जबरन वसूली तक 100 से अधिक आपराधिक मामले दर्ज थे।