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Sanjay Saraogi: ABVP कार्यकर्ता से लेकर बिहार BJP के नए अध्यक्ष बनने तक... जानें- कौन हैं संजय सरावगी

Sanjay Saraogi: भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने दरभंगा सदर सीट से विधायक और पूर्व मंत्री संजय सरावगी को पार्टी की बिहार इकाई का अध्यक्ष नियुक्त किया है। 57 वर्षीय सरावगी लगातार पांच बार के विधायक हैं। वह बिहार सरकार में कैबिनेट मंत्री भी रहे हैं। वह एक जमीनी नेता माने जाते हैं

Akhilesh Nath Tripathiअपडेटेड Dec 15, 2025 पर 8:01 PM
Sanjay Saraogi: ABVP कार्यकर्ता से लेकर बिहार BJP के नए अध्यक्ष बनने तक... जानें- कौन हैं संजय सरावगी
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Sanjay Saraogi: अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) से अपना राजनीतिक ककहरा सीखकर अपने सांगठनिक कौशल के दम पर बिहार में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के प्रदेश अध्यक्ष तक सफर तय करने वाले संजय सरावगी मिथिला क्षेत्र से आते हैं। उनका संबंध वैश्य समुदाय है। छात्र जीवन से ही राजनीति में सक्रिय रहे सरावगी करीब 10 वर्ष तक अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से जुड़े रहे। इस दौरान उन्होंने ABVP में विभिन्न दायित्वों का निर्वहन किया।

बाद में वह भारतीय जनता पार्टी की युवा शाखा भारतीय जनता युवा मोर्चा (BJYM) से जुड़े। फिर 1999 में वह BJP की जिला इकाई में मंत्री बने, जिसे उनकी मुख्यधारा की राजनीति में औपचारिक शुरुआत माना जाता है। बिहार के दरभंगा में 28 अगस्त 1969 को जन्मे सरावगी वैश्य समुदाय से आते हैं। हायर एजुकेशन के क्षेत्र में उन्होंने कॉमर्स में मास्टर डिग्री और MBA की डिग्री हासिल की। हालांकि व्यावसायिक पृष्ठभूमि होने के बावजूद उन्होंने सार्वजनिक जीवन को ही अपने करियर के रूप में चुना।

साल 2001 में सरावगी को दरभंगा नगर मंडल बीजेपी का अध्यक्ष नियुक्त किया गया। इसके बाद स्थानीय संगठन में उनकी पकड़ मजबूत होती चली गई। वह 2002 में दरभंगा नगर निगम के वार्ड पार्षद चुने गए। फिर 2003 में जिला बीजेपी के महामंत्री बन गए। इन भूमिकाओं के जरिए उनकी पहचान एक जमीनी और मजबूत नेता के तौर पर बनी।

सरावगी लगातार पांच बार विधानसभा चुनाव जीत चुके हैं। फरवरी 2005 में वह पहली बार दरभंगा सदर विधानसभा क्षेत्र से विधायक चुने गए। इसके बाद नवंबर 2005, 2010, 2015, 2020 और 2025 के विधानसभा चुनावों में भी उन्होंने जीत दर्ज की। सरावगी 2017 में बिहार विधानसभा की प्राकलन समिति के अध्यक्ष रहे। क्षेत्रीय मुद्दों को लेकर सक्रिय रहने के कारण उनकी छवि एक मेहनती और सुलभ जनप्रतिनिधि के रूप में स्थापित हुई।

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