Sanjay Singh House Arrest In Srinagar: जम्मू-कश्मीर में कड़े जन सुरक्षा अधिनियम (PSA) के तहत आम आदमी पार्टी (AAP) के विधायक मेहराज मलिक की गिरफ्तारी को लेकर प्रदर्शनकारियों एवं सुरक्षाबलों के बीच हिंसक झड़पों और 80 से अधिक लोगों को हिरासत में लेने के बाद गुरुवार (11 सितंबर) को डोडा जिले और आसपास के इलाकों में तनाव व्याप्त हो गया। आम आदमी पार्टी (AAP) के सांसद संजय सिंह ने गुरुवार को आरोप लगाया कि मेहराज मलिक की गिरफ्तारी के खिलाफ उनके विरोध प्रदर्शन से पहले उन्हें श्रीनगर में नजरबंद कर दिया गया है।
संजय सिंह एक सरकारी गेस्ट हाउस में ठहरे हुए थे। उसे "पुलिस छावनी" में तब्दील कर दिया गया है। राज्यसभा सांसद ने X पर एक वीडियो पोस्ट किया है जिसमें उन्हें गेट खोलने की कोशिश करते देखा जा सकता है। पुलिस ने गुरुवार को AAP के डोडा से विधायक मेहराज मलिक की हिरासत के खिलाफ निकाले गए विरोध मार्च को विफल कर दिया। राज्यसभा सदस्य संजय सिंह समेत पार्टी सदस्यों को सर्किट हाउस से बाहर नहीं जाने दिया।
संजय सिंह अन्य AAP सदस्यों के साथ बुधवार को श्रीनगर पहुंचे और यहां प्रेस एन्क्लेव में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करने और धरना देने वाले थे। AAP सदस्य शहर के सोनवार इलाके में सर्किट हाउस में ठहरे हुए हैं। हालांकि, सर्किट हाउस के बाहर पुलिस की एक टुकड़ी तैनात कर दी गई थी। उसके गेट बंद कर दिए गए थे। जब सिंह और पार्टी के अन्य सदस्यों ने सर्किट हाउस से बाहर निकलने की कोशिश की तो पुलिस ने उन्हें बाहर नहीं जाने दिया।
एक वीडियो संदेश में संजय सिंह ने पुलिस कार्रवाई को तानाशाही बताया। अधिकारियों ने बताया कि 2024 के विधानसभा चुनाव में डोडा सीट से 4,500 से ज्यादा वोटों से जीतने वाले मलिक को सोमवार को सार्वजनिक व्यवस्था भंग करने के आरोप में जन सुरक्षा अधिनियम (पीएसए) के तहत हिरासत में लिया गया था। इसके बाद उन्हें कठुआ जिला जेल में रखा गया।
सिंह से मिलने गेस्ट हाउस पहुंचे नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रमुख और जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि वह इस मुद्दे को उपराज्यपाल मनोज सिन्हा के समक्ष उठाएंगे। पुलिस ने फारूक अब्दुल्ला को भी संजय सिंह से मिलने की इजाजत नहीं दी।
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि मुझे इस बात का दुःख है कि जब मैं उनसे सिर्फ उनका हालचाल पूछने गया था, तो उन्हें गेस्ट हाउस में बंद किया हुआ था। मुझसे मिलने नहीं दिया गया। पुलिस ने सर्किट हाउस के गेट बंद कर दिए थे।
यह पहली बार है जब जम्मू कश्मीर में किसी मौजूदा विधायक को इस कड़े कानून के तहत हिरासत में लिया गया है। इस कानून के तहत कुछ मामलों में बिना किसी आरोप या सुनवाई के दो साल तक हिरासत में रखा जा सकता है।
प्रदर्शनकारियों ने बुधवार को प्रतिबंधों का उल्लंघन करने की कोशिश की जिसके कारण सुरक्षाकर्मियों ने तीन जगहों पर लाठीचार्ज किया। झड़पों के दौरान महिलाओं समेत कई प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया गया और कुछ को बाद में रिहा कर दिया गया।
सूत्रों ने बताया कि बुधवार से 80 लोगों को एहतियातन हिरासत में लिया गया है, जिनमें से पांच महिलाओं समेत 21 लोगों को भद्रवाह और अन्य को किश्तवाड़ भेजा गया है। कई बंदियों को आज रात रिहा किए जाने की उम्मीद है। मुख्य शिक्षा अधिकारी के आदेश के अनुसार, जिले के सभी स्कूल और सभी व्यावसायिक प्रतिष्ठान रविवार तक बंद रहेंगे।