लाल किले के पास हुए धमाके के बाद दिल्ली के पार्किंग स्थलों पर सुरक्षा उपकरण और जांच व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। अब वाहनों की डिक्की व इंजन की मेटल डिटेक्टर से जांच हो रही है और नंबर-प्लेट सहित ड्राइवर का मोबाइल नंबर भी दर्ज किया जा रहा है। एमसीडी और एनडीएमसी इस सुरक्षा बढ़ाने के लिए पार्किंग टेंडर की शर्तों में संशोधन करने जा रहे हैं, जिसमें गाड़ियों की जांच और सुरक्षा उपकरणों का अनिवार्य होना शामिल होगा।
पुरानी दिल्ली के मुख्य पार्किंग स्थलों में प्रवेश से पहले कठोर जांच व्यवस्था लागू की गई है। परेड ग्राउंड के बहुमंजिला पार्किंग में वाहन डिक्की और इंजन की जांच के लिए मेटल डिटेक्टर लगाए गए हैं, साथ ही वाहनों का पंजीयन नंबर और वाहन चालक का मोबाइल नंबर रजिस्टर में दर्ज किए जा रहे हैं। यह प्रक्रिया धमाके के बाद अनिवार्य कर दी गई है ताकि संदिग्ध वस्तुओं का समय रहते पता चल सके।
एमसीडी अधिकारियों ने बताया कि आगामी 17 नवंबर को टेंडर प्रक्रिया में सुरक्षा उपायों को शामिल करने के लिए बैठक की जाएगी। नए नियमों के तहत बहुमंजिला और सर्फेस पार्किंग दोनों में ही गाड़ियों की जांच और सुरक्षा उपकरण लगाना अनिवार्य होगा। एनडीएमसी उपाध्यक्ष कुलजीत चहल ने बताया कि फिलहाल तो सुरक्षा कर्मी वाहनों की जांच कर रहे हैं, लेकिन जल्द ही सभी पार्किंग स्थलों का जिम्मा निजी एजेंसियों को दिया जाएगा और इनमें सीसीटीवी कैमरों तथा अन्य तकनीकी सुरक्षा प्रणालियों को जोड़ा जाएगा।
चांदनी चौक के चार लाख से अधिक कर्मचारियों का भी सत्यापन किया जाएगा और बाजारों में सुरक्षा बढ़ाने के लिए नए सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। यह सुरक्षा अभियान अगले सप्ताह से शुरू होगा जिसके लिए सभी बाजार संगठन सहयोग करेंगे।
शादी के सीजन में सुरक्षा के बीच बाजारों में लोग कम आ रहे हैं, इसलिए अब लहंगा, साड़ी और सूट जैसी चीजों की होम डिलीवरी बढ़ाई जा रही है। सुभाष मार्ग बंद होने से होम डिलीवरी में थोड़ी परेशानी आ रही है, जिसे जल्द ही सामान्य किया जाएगा।