'सुबह जाते शाम को वापस, दो साल में 52 बार गईं दुबई' DRI ने खोला रान्या राव के सोना की तस्करी करने का पूरा खेल
Gold Smuggling Case: DRI ने अदालती कार्यवाही के दौरान मामले के बारे में नई जानकारी का खुलासा करते हुए कहा कि उनके ट्रेवल पैटर्न ने कई सवाल खड़े किए हैं। रिपोर्ट की मानें, तो एजेंसी ने अदालत को बताया कि अपनी यात्राओं के दौरान राव और राजू सुबह निकल जाते थे और शाम तक वापस आ जाते थे और इस पैटर्न से शक पैदा हुआ
'सुबह जाते शाम को वापस, दो साल में 2 साल में 52 बार गईं दुबई' DRI ने खोला रान्या राव के सोना की तस्करी करने का पूरा खेल
डायरेक्टरेट ऑफ रेवेन्यू इंटेलिजेंस (DRI) के अधिकारियों ने मंगलवार को अदालत को बताया कि सोने की तस्करी के मामले में गिरफ्तार कन्नड़ अभिनेता रान्या राव ने अपने एक्टर दोस्त तरुण राजू के साथ दुबई की कम से कम 26 बार यात्रा की और इस दौरान उन्होंने गोल्ड की स्मगलिंग की। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, DRI ने अदालती कार्यवाही के दौरान मामले के बारे में नई जानकारी का खुलासा करते हुए कहा कि उनके ट्रेवल पैटर्न ने कई सवाल खड़े किए हैं।
रिपोर्ट की मानें, तो एजेंसी ने अदालत को बताया कि अपनी यात्राओं के दौरान राव और राजू सुबह निकल जाते थे और शाम तक वापस आ जाते थे और इस पैटर्न से शक पैदा हुआ।
यह जानकारी ऐसे समय में आई है, जब DRI ने तरुण राजू की जमानत याचिका का विरोध किया है। उन्हें रन्या राव की गिरफ्तारी के तुरंत बाद बेंगलुरु एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया गया था, जहां एजेंसी ने अभिनेता को रंगे हाथों सोना तस्करी करते हुए पकड़ा था।
DRI सूत्रों ने बताया कि अभिनेता तरुण राज कोंडुरु और राव कथित तौर पर दुबई में वीरा डायमंड्स ट्रेडिंग LLC नाम से एक गोल्ड ट्रेडिंग कंपनी चलाते थे और कॉलेज के समय से ही एक-दूसरे को जानते थे। वे 2023 में बिजनेस पार्टनर बन गए और 50-50 शेयरहोल्डिंग के आधार पर दुबई में वीरा डायमंड्स कंपनी शुरू की।
रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि जांचकर्ताओं को राजू और राव के बीच और ज्यादा कारोबारी संबंध मिले और उन्होंने राव की ओर से बुक किए गए टिकट पर दुबई से हैदराबाद तक उड़ान भरी, जिसमें उन्होंने राव के अकाउंट में भेजे गए पैसों का इस्तेमाल किया।
अधिकारियों का कहना है कि उनके पास इसका सबूत है, जिससे यह दावा पुष्ट होता है कि वह स्मगलिंग नेटवर्क का हिस्सा था।
रान्या राव 2 साल में 52 बार गईं दुबई
अधिकारियों के अनुसार, रान्या राव ने 2023 से मार्च 2025 के बीच दुबई की 52 यात्राएं कीं, जिनमें से कम से कम 26 यात्राओं में राजू उनके साथ था और उन्हें शक है कि इन उसी दिन की वापसी यात्राओं का इस्तेमाल भारत में सोने की तस्करी के लिए किया गया था।
राजू के खिलाफ सर्कुलर नोटिस जारी होने के बाद, उन्होंने अपनी गिरफ्तारी के कानूनी आधार सहित सभी जरूरी दस्तावेज अदालत में जमा कर देश से भागने की कोशिश की।
कोंडूरू इस मामले में आरोपी नंबर 2 बनाया गया है। उसने राव की ओर से काम संभाला था। कोंडूरू से पूछताछ के दौरान, DRI अधिकारियों को पता चला कि राव ने अपने परिवार के संपर्कों का इस्तेमाल करके अपने सोने के कारोबार को इंटरनेशनल लेवल पर फैलाया।
DRI सूत्रों के अनुसार, योजना दुबई में सोना आयात करने, दुबई में निवेश करने और बाद में सोने को भारत में लाने की थी। राव मुख्य निवेशक थीं, जिन्होंने कंपनी को 8-10 लाख रुपये का निवेश किया, जो उन्होंने अपने एचडीएफसी बैंक खाते के माध्यम से किया।
सोना तस्करी मामले में रान्या राव के सौतेले पिता से पूछताछ
DGP रैंक के अधिकारी IPS के रामचंद्र राव, जो रान्या राव के सौतेले पिता भी हैं, से सोमवार को उनकी सौतेली बेटी से जुड़े सोना तस्करी मामले में पूछताछ की गई।
PTI की रिपोर्ट के अनुसार, अतिरिक्त मुख्य सचिव गौरव गुप्ता के नेतृत्व वाली जांच टीम ने उनका बयान दर्ज किया।
रान्या राव को 3 मार्च, 2025 को बेंगलुरु के केम्पेगौड़ा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर गिरफ्तार किया गया था, जब DRI अधिकारियों ने उन्हें सोना ले जाते हुए पकड़ा था।