पटना के एतिहासिक गांधी मैदान में गुरुवार को नीतीश कुमार ने 10वीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेकर एक नया रिकॉर्ड कायम कर दिया। बिहार विधानसभा चुनाव में NDA की प्रचंड जीत के बाद एक बार फिर सत्ता की कमान नीतीश के हाथों में बरकरार रही। BJP के सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा ने दूसरी बार उप-मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। कुल मिला कर बिहार के 26 विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली। बिहार की इस नई कैबिनेट में सबसे नया चेहरा श्रेयसी सिंह हैं, जो पहली बार मंत्री बनी हैं।
श्रेयसी सिंह पूर्व केंद्र मंत्री दिवंगत दिग्विजय की सिंह के बेटी हैं और जमुई से दूसरी बार जीत कर विधानसभा पहुंचीं हैं। इसके अलावा उनकी अपनी एक अलग पहचान भी है। श्रेयसी एक एथलीट भी हैं।
श्रेयसी सिंह बिहार की एक युवा मंत्री हैं, जो भारतीय जनता पार्टी (BJP) से ताल्लुक रखती हैं। उन्होंने 2025 में बिहार विधानसभा चुनाव में जमुई क्षेत्र से दूसरी बार जीत हासिल की और 20 नवंबर 2025 को बिहार सरकार में पहली बार मंत्री के रूप में शपथ ग्रहण की। श्रेयसी सिंह एक प्रतिष्ठित शूटर हैं, जिन्होंने 2018 के कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत को गोल्ड मेडल दिलाया है और वे 2024 के पेरिस ओलंपिक में भी भाग ले चुकी हैं। वे पूर्व केंद्रीय मंत्री दिग्विजय सिंह की बेटी हैं।
जमुई जिला के तहत गिद्धौर प्रखंड का नया गांव उनका मूल पैतृक गांव है। श्रेयसी सिंह ने MBA की पढ़ाई की है। वह पूर्व केंद्रीय मंत्री दिग्विजय सिंह की दो बेटियों में सबसे छोटी बेटी हैं। इनके पिता प्रधानमंत्री चंद्रशेखर और अटल बिहारी वाजपेई के मंत्रिमंडल में अहम भूमिका निभाते रहे।
2020 बिहार विधानसभा चुनाव के जरिए श्रेयसी सिंह ने पहली बार चुनावी राजनीति में कदम रखा। उन्होंने BJP के टिकट पर जमुई सीट से चुनाव लड़ा और RJD के विजय प्रकाश यादव को 41,049 वोट के बड़े अंतर से हराया। उस चुनाव में उनका वोट शेयर 43.89% था।
2025 के बिहार विधानसभा चुनाव में उन्होंने फिर से जमुई सीट से जीत दर्ज की, इस बार उन्होंने 1,23,868 वोट पाकर करीब 54,498 वोट के अंतर से अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी, RJD के मोहम्मद शमशाद आलम को हराया। यह जीत उनकी लोकप्रियता और मजबूत वोट बैंक का संकेत है।
2025 के चुनाव में BJP ने बिहार में भारी सफलता हासिल की, कुल 243 सीटों में से 202 सीटें जीतीं, जिसमें श्रेयसी सिंह की भी जीत शामिल थी। इस जीत के बाद ही श्रेयसी सिंह को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सरकार में मंत्री पद से नवाजा गया।
वे बिहार सरकार में सबसे युवा मंत्री बन गई हैं। उनकी जिम्मेदारी अभी स्पष्ट रूप से तय नहीं हुई है, लेकिन माना जा रहा है कि वे खेल, युवाओं और ग्रामीण विकास से संबंधित विभागों का कार्यभार संभाल सकती हैं। वे बिहार की राजनीति में आने के बाद से ही सक्रिय हैं और युवाओं के प्रेरणादायक चेहरे के रूप में देखी जाती हैं।