बिहार विधानसभा चुनाव में पार्टी की करारी हार के बाद राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के नेता तेजस्वी यादव की अपनी बहन रोहिणी आचार्य के साथ तीखी बहस हुई। शनिवार दोपहर बहस के दौरान, विपक्षी खेमे की ओर से मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार यादव ने हार के लिए आचार्य को जिम्मेदार ठहराया। NDTV ने सूत्रों के हवाले से ये जानकारी दी। उसकी रिपोर्ट के मुताबिक, तेजस्वी यादव ने अपनी बड़ी बहन से कहा, "तुम्हारे कारण हम चुनाव हार गए। तम्हारा हाय लग गया हम लोगों को।"
रिपोर्ट के मुताबिक, इतना ही नहीं सूत्रों ने बताया कि इसके बाद तेजस्वी यादव ने गुस्से में रोहणी पर चप्पल तक फेंकी और उनके साथ दुर्व्यवहार किया। हालांकि, Moneycontrol Hindi स्वतंत्र रूप से इन दावों की पुष्टि नहीं करता है।
RJD सप्रीमो लालू प्रसाद यादव की नौ संतानों में से एक रोहिणी आचार्य ने शनिवार दोपहर कहा कि वह अपने परिवार से नाता तोड़ रही हैं और राजनीति छोड़ रही हैं।
X पर एक पोस्ट में, उन्होंने कहा कि उन्हें ऐसा करने के लिए वरिष्ठ RJD नेता संजय यादव, जो तेजस्वी के करीबी सहयोगी हैं, और रमीज ने कहा था, जो रमीज नेमत खान का जिक्र कर रहे थी। तेजस्वी के लंबे समय से दोस्त और उनकी कोर टीम के सदस्य हैं।
आचार्य ने पिछले साल सारण से लोकसभा चुनाव लड़ा था, लेकिन हार गई थीं। उन्होंने यह भी कहा कि वह "सारा दोष खुद ले रही हैं"। हालांकि, उन्होंने यह साफ नहीं किया कि वह बिहार चुनाव की बात कर रही हैं या किसी और बात का जिक्र कर रही हैं। इस चुनाव में RJD को 243 सदस्यीय विधानसभा में केवल 25 सीटें मिलीं, जो 2010 के बाद उसका दूसरा सबसे खराब प्रदर्शन था।
कुछ घंटे बाद जब पत्रकारों ने उनसे उनकी इस पोस्ट के बारे में पूछा, तो उन्होंने कहा कि जो लोग तेजस्वी के सहयोगियों पर सवाल उठाते हैं, उन्हें घर से बाहर निकाल दिया जाता है।
उन्होंने कहा, "मेरा अब कोई परिवार नहीं है। संजय, रमीज और तेजस्वी यादव से पूछिए। उन्होंने मुझे परिवार से निकाल दिया है, क्योंकि वे जिम्मेदारी नहीं लेना चाहते। जो लोग चाणक्य बनना चाहते हैं, उनसे ही सवाल पूछे जाएंगे। जब एक पार्टी कार्यकर्ता चाणक्य से सवाल पूछ रहा है... तो दुनिया पूछ रही है कि पार्टी ऐसी स्थिति में कैसे पहुंच गई।"
उन्होंने आरोप लगाया, "जब आप संजय और रमीज का नाम लेते हैं, तो आपको घर से बाहर निकाल दिया जाता है, आपकी बदनामी की जाती है और आप पर चप्पलों फेंक कर मारा जाती है।"
आज सुबह एक नई पोस्ट में उन्होंने कहा कि कल उन्हें "अपमानित" किया गया।
उन्होंने लिखा, "कल एक बेटी, एक बहन , एक शादीशुदा महिला , एक मां को जलील किया गया , गंदी गालियां दी गईं , मारने के लिए चप्पल उठाई गई, मैंने अपने आत्मसम्मान से समझौता नहीं किया, सच का समर्पण नहीं किया, सिर्फ और सिर्फ इस वजह से मुझे बेइज्जती झेलनी पड़ी... कल एक बेटी मजबूरी में अपने रोते हुए मां- बाप बहनों को छोड़ आई, मुझसे मेरा मायका छुड़वाया गया.. मुझे अनाथ बना दिया गया... आप सब मेरे रास्ते कभी ना चलें, किसी घर में रोहिणी जैसी बेटी - बहन पैदा ना हो"
एक दूसरी पोस्ट में उन्होंने कहा कि कल उनके साथ "दुर्व्यवहार" किया गया और कहा गया कि वह "बुरी" हैं और उनकी किडनी, जो उन्होंने 2022 में लालू यादव को दान की थी, वो "गंदी" है।
उन्होंने लिखा, "कल मुझे गालियों के साथ बोला गया कि मैं गंदी हूं और मैंने अपने पिता को अपनी गंदी किडनी लगवा दी, करोड़ों रुपए लिए, टिकट लिया तब लगवाई गंदी किडनी... सभी बेटी-बहन, जो शादीशुदा हैं उनको मैं बोलूंगी कि जब आपके मायके में कोई बेटा- भाई हो, तो भूल कर भी अपने भगवान रूपी पिता को नहीं बचाएं , अपने भाई , उस घर के बेटे को ही बोले कि वो अपनी या अपने किसी हरियाणवी दोस्त की किडनी लगवा दे " .. सभी बहन - बेटियां अपना घर - परिवार देखें, अपने माता - पिता की परवाह किए बिना अपने बच्चे , अपना काम, अपना ससुराल देखें , सिर्फ अपने बारे में सोचें .. मुझसे तो ये बड़ा गुनाह हो गया कि मैंने अपना परिवार, अपने तीनो बच्चों को नहीं देखा , किडनी देते वक्त न अपने पति, न अपने ससुराल से अनुमति ली .. अपने भगवान, अपने पिता को बचाने के लिए वो कर दिया जिसे आज गंदा बता दिया गया .. आप सब मेरे जैसी गलती , कभी , ना करे किसी घर रोहिणी जैसी बेटी ना हो"