Bageshwar Dham News: पंडित धीरेंद्र शास्त्री से मिलने गया था कपल, अब बागेश्वर धाम में बर्तन धो रहे हैं पति-पत्नी
Bageshwar Dham Sarkar News: बागेश्वर धाम से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। रिपोर्ट के मुताबिक, यूट्यूब देखकर एक कपल बागेश्वर धाम पहुंच गया, लेकिन किसी कारणवश उसकी अर्जी नहीं लग पाई। अब पैसे खत्म होने के बाद पति-पत्नी ढाबे पर बर्तन धोने को मजबूर है। कपल बिहार के सिवान जिले का रहने वाला है
Bageshwar Dham Sarkar News: पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की कथा और दिव्य दरबार में लाखों लोग शामिल होते हैं
Bageshwar Dham Sarkar News: मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले के ग्राम गढ़ा स्थित बागेश्वर धाम में रोजाना लाखों लोग आते हैं। खासकर मंगलवार और शनिवार को तो मशहूर कथा वाचक एवं बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के दिव्य दरबार में भक्तों की भारी भीड़ देखी जाती है। बागेश्वर धाम को एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल माना जाता है। लोग अपनी आस्था और श्रद्धा के साथ यहां आते हैं। लोग अपनी अर्जी लगाने और दिव्य दरबार में शामिल होने के लिए महीने पहले बागेश्वर धाम पहुंच जाते हैं।
इस बीच, एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। रिपोर्ट के मुताबिक, यूट्यूब देखकर एक कपल बागेश्वर धाम पहुंच गया, लेकिन किसी कारणवश उसकी अर्जी नहीं लग पाई। अब पैसे खत्म होने के बाद पति-पत्नी ढाबे पर बर्तन धोने को मजबूर है। कपल बिहार के सिवान जिले का रहने वाला है।
अपनी पत्नी के साथ बागेश्वर धाम पहुंचे राकेश तिवारी ने 'लोकल 18' से बातचीत में अपनी पूरी कहानी बयां की। राकेश तिवारी बिहार के सिवान जिले के रहने वाले हैं। उन्होंने बताया कि उनकी पत्नी ने युट्यूब में बालाजी की फोटो देखी थी तो दर्शन करने की इच्छा हुई। इसके बाद वे पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की 'सनातन हिंदू एकता' पद यात्रा में शामिल हुए थे।
कपल पिछले 20 दिनों से बागेश्वर धाम में ही है। इस दौरान जब कपल को पैसों की किल्लत हुई तो उन्होंने ढाबे पर काम करना शुरू कर दिया। उन्होंने कहा कि उन्हें महाराज जी (पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री) के बिना दर्शन किए बागेश्वर धाम को छोड़कर जाने का मन नहीं किया।
राकेश की पत्नी से हमारे सहयोगी से बातचीत में आगे बताया कि पिछले साल 13 अगस्त 2024 को यूट्यूब में बालाजी की तस्वीर देखी तो दर्शन करने की इच्छा हुई। इसके बाद कपल ने बागेश्वर धाम जाने का मन बना लिया। उन्होंने कहा कि हम गुरूजी के साथ बागेश्वर धाम से सनातन हिंदू एकता पदयात्रा में 160 किलोमीटर पैदल भी चले।
राकेश ने आगे बताया कि हम महाराज जी के यहां अर्जी लगाने आए थे। महाराज जी से मिलना तो नहीं हो पाया। इसलिए हम बागेश्वर धाम में ही रुके रहे। इसके बाद शास्त्री जी बिहार के गोपालगंज में कथा करने चले गए। लेकिन उन्हें किसी ने बताया कि गुरुजी होली मनाने बागेश्वर धाम जरूर आएंगे इसलिए वे यहीं रुक गए थे। उन्होंने बताया कि बिहार जाने के लिए पैसे नहीं थे इसलिए ढाबे में पत्नी साथ रोटी बनाने का काम किया। कपल खाना भी ढाबे पर ही खाता था।