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UP में सभी शिक्षकों को तोहफा, मिलेगी कैशलेस इलाज की सुविधा...इन परिवारों को होगा फायदा

Cashless Medical Treatment : योगी आदित्यनाथ ने कहा कि डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन ने भारतीय संस्कृति और वेदांत दर्शन को दुनिया भर में पहचान दिलाई और आधुनिक, शिक्षित भारत के निर्माण में उनका योगदान हमेशा प्रेरणा देता है। भारत में हर साल 5 सितंबर को उनकी जयंती पर शिक्षक दिवस मनाया जाता है

MoneyControl Newsअपडेटेड Sep 05, 2025 पर 11:31 PM
UP में सभी शिक्षकों को तोहफा, मिलेगी कैशलेस इलाज की सुविधा...इन परिवारों को होगा फायदा
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को शिक्षक दिवस पर बड़ा ऐलान किया।

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को शिक्षक दिवस पर बड़ा ऐलान किया। उन्होंने कहा कि अब राज्य के सभी शिक्षकों को कैशलेस इलाज की सुविधा मिलेगी। यह सुविधा प्राथमिक, उच्च प्राथमिक और सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों में कार्यरत सभी शिक्षकों पर लागू होगी। इस फैसले से प्रदेश के करीब नौ लाख परिवारों को फायदा मिलेगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, "शिक्षक दिवस पर मैं घोषणा करता हूं कि अब सभी शिक्षकों को कैशलेस मेडिकल सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी।"

सीएम योगी ने किया ऐलान

कार्यक्रम में उन्होंने सभी शिक्षकों को शिक्षक दिवस की शुभकामनाएं दीं और देश के पूर्व राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि भी अर्पित की। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, "भारत रत्न और महान शिक्षाविद् पूर्व राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। साथ ही शिक्षक दिवस के अवसर पर प्रदेशवासियों को शुभकामनाएँ देता हूं।"

योगी आदित्यनाथ ने कहा कि डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन ने भारतीय संस्कृति और वेदांत दर्शन को दुनिया भर में पहचान दिलाई और आधुनिक, शिक्षित भारत के निर्माण में उनका योगदान हमेशा प्रेरणा देता है। भारत में हर साल 5 सितंबर को उनकी जयंती पर शिक्षक दिवस मनाया जाता है। राधाकृष्णन एक महान विद्वान और दार्शनिक थे। वे 1962 से 1967 तक भारत के दूसरे राष्ट्रपति रहे और उससे पहले 1952 से 1962 तक देश के उपराष्ट्रपति पद पर कार्यरत थे।

क्या है कैशलेस स्कीम

बता दें कि कैशलेस स्कीम की सुविधा मिलने का मतलब ये है कि शिक्षक या उनके परिवार में किसी बीमारी के होने की स्थिति में अस्पताल में शुरुआती इलाज के लिए कैश की व्यवस्था की चिंता से मुक्त होना संभव हो पाएगा। इलाज के बाद बीमा के दायरे में अगर खर्च आया, तो जेब पर भार भी नहीं पड़ेगा।

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