UP News: उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले में चल रहे एक अवैध मदरसे के बाथरूम से 40 नाबालिग लड़कियों को बरामद किया गया है। मदरसे की जांच के लिए पहुंचे SDM और उनकी टीम ने जब वहां का नजारा देखा तो उनके होश उड़ गए। मदरसे के छत पर बने टॉयलेट में 40 नाबालिग लड़कियों को कैद करके रखा गया था। बहराइच जिले की पयागपुर तहसील क्षेत्र में स्थित तीन मंजिला इमारत में चल रहे अवैध मदरसे में जांच के दौरान उसके टॉयलेट में 40 नाबालिग बच्चियां संदिग्ध हालात में बंद पाई गईं।
अल्पसंख्यक कल्याण विभाग ने मदरसे को तत्काल बंद कराने तथा बच्चियों को सुरक्षित उनके घर भिजवाने के निर्देश दिए हैं। पयागपुर तहसील के उप जिलाधिकारी (SDM) अश्विनी कुमार पांडे ने गुरुवार (25 सितंबर) को बताया कि पयागपुर तहसील के पहलवारा गांव में तीन मंजिला भवन में अवैध मदरसा चलने की शिकायत पर वह अपनी टीम के साथ बुधवार को उसका निरीक्षण करने गये थे।
SDM ने न्यूज एजेंसी पीटीआई को बताया, "मदरसा संचालकों ने पहले तो हमें ऊपर जाने से रोका। पुलिस बल की मौजूदगी में जब हमने मदरसे में एंट्री किया तो छत पर बने टॉयलेट का दरवाजा बंद मिला। महिला पुलिस बल ने दरवाजा खुलवाया तो टॉयलेट में छिपी 40 बच्चियां एक-एक कर बाहर आने लगीं। सभी की उम्र 9 से 14 साल के बीच है। बच्चियां सहमी हुई थीं और कुछ बता नहीं पा रही थीं।"
पांडेय ने कहा कि जब महिला पुलिसकर्मियों ने दरवाजा खुलवाया तो सभी अधिकारियों की आंखें खुली की खुली रह गईं। अधिकारी एक-दूसरे का चेहरा देखते रह गए। टॉयलेट में एक, दो नहीं बल्कि 40 नाबालिग बच्चियां कैद थीं। सभी नाबालिगों को अधिकारियों ने बाहर निकाला। फिर इसकी सूचना जिले के सीनियर अधिकारियों को भी दे दी गई है।
जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी मोहम्मद खालिद ने बताया कि बच्चियां टॉयलेट में क्यों बंद थीं? इस सवाल पर मदरसे की टीचर तकसीम फातिमा ने बताया कि वे अचानक हुए दौरे के चलते मची अफरातफरी से डरकर खुद ही टॉयलेट में जाकर छुप गयी थीं।
खालिद ने बताया, "मदरसे के रिकॉर्ड्स की जांच शुरू कर दी गई है। फिलहाल मदरसे को बंद करने के निर्देश दिए गए हैं। मदरसा मैनेजमेंट से बच्चियों को सुरक्षित उनके घरों तक भिजवाने के लिए कहा गया है।" जिला प्रशासन इस मामले में सख्त कार्रवाई की बात कह रहा है।
इस संबंध में अपर पुलिस अधीक्षक (नगर) रामानंद प्रसाद कुशवाहा ने कहा कि किसी बच्चे के अभिभावक, उप जिलाधिकारी या अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी की ओर से अभी तक FIR दर्ज कराने के लिए कोई तहरीर नहीं मिली है। उनके अनुसार, अगर कोई शिकायत मिलेगी तो कार्यवाही की जाएगी।