UP News: इलेक्ट्रिक वाहनों की बढ़ती लोकप्रियता को देखते हुए, भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) ने एक महत्वपूर्ण फैसला लिया है। अब लखनऊ एक्सप्रेस-वे की तर्ज पर उत्तर प्रदेश में बनने वाले दो नए एक्सप्रेस-वे पर इलेक्ट्रिक वाहन चार्जिंग की सुविधा मिलेगी। बता दें कि ग्वालियर और अलीगढ़ एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य अगले दो महीनों में शुरू होने वाला है और इनके पूरा होने में करीब 22 से 24 महीने लगेंगे। नए एक्सप्रेस-वे पर चार्जिंग स्टेशनों के साथ ही दोनों किनारों पर फूड प्लाजा, और पेट्रोल व सीएनजी पंप भी बनाए जाएंगे। जानकारी के मुताबिक, किन जगहों पर ये सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी उसका काम पहले ही शुरू हो चुका है।
NHAI के एक अधिकारी ने बताया कि इलेक्ट्रिक वाहनों का उपयोग करने वालों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, और बाजार में हर हफ्ते नए मॉडल लॉन्च हो रहे है। इसी वजह से भविष्य में ऐसे वाहनों की संख्या में बड़े स्तर पर बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है।
EV चार्जिंग के साथ मिलेंगी अन्य सुविधाएं
ग्वालियर एक्सप्रेसवे के दोनों तरफ दो-दो चार्जिंग पॉइंट लगाए जाएंगे। एक पॉइंट पर एक समय में दो गाड़ियां चार्ज हो सकेंगी। ये फास्ट चार्जर होंगे जिससे चार्ज होने में लगभग 15 से 20 मिनट का समय लगेगा। इसी तरह, अलीगढ़ एक्सप्रेसवे के दोनों तरफ दो-दो चार्जिंग स्टेशनों का निर्माण होगा। यहां पुरुष और महिला शौचालय बनाया जाएगा। साथ ही फूड प्लाजा में वेज और नॉन-वेज दोनों तरह का भोजन उपलब्ध होगा। ये दोनों एक्सप्रेसवे छह लेन के होंगे और इनका निर्माण NHAI के ग्वालियर और आगरा खंड द्वारा कराया जाएगा।
ग्वालियर को आगरा से जोड़ेगा एक्सप्रेस-वे
ग्वालियर से रोहता, आगरा तक बनने वाले इस एक्सप्रेसवे का निर्माण 4200 करोड़ रुपये की लागत से किया जा रहा है। इसके लिए चंबल नदी पर एक हैंगिंग ब्रिज का निर्माण होगा, जिसकी अनुमति पहले ही मिल चुकी है। ग्वालियर खंड द्वारा कार्य अक्टूबर से शुरू किया जाएगा और यह 24 महीने तक चलेगा। एक्सप्रेसवे बनने से आगरा से ग्वालियर की दूरी घटकर 88 किमी रह जाएगी, जिससे सफर डेढ़ घंटे में पूरा हो जाएगा। अभी इसमें दो से ढाई घंटे लगते है। यह एक्सप्रेसवे आगरा के इनर रिंग रोड के तीसरे फेज से जुड़ेगा, जिससे यमुना एक्सप्रेसवे, लखनऊ एक्सप्रेसवे और नेशनल हाईवे-19 तक पहुंचना आसान हो जाएगा।
अलीगढ़ एक्सप्रेसवे की जानकारी
खंदौली से अलीगढ़ तक 64 किमी लंबा एक्सप्रेसवे बनेगा। इस एक्सप्रेसवे का निर्माण 3400 करोड़ रुपये की लागत से किया जा रहा है। यह एक्सप्रेसवे यमुना एक्सप्रेसवे से जुड़ेगा, जिससे हाथरस और अलीगढ़ पहुंचना आसान हो जाएगा। इसका भी निर्माण कार्य अक्टूबर से चालू होगा और 24 महीने में पूरा होगा।