Who is Hemant Malviya: सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक कंटेंट डालकर कथित रूप से हिंदुओं की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने और अलग-अलग समुदायों के आपसी सद्भाव पर प्रतिकूल प्रभाव डालने के आरोपों में इंदौर के कार्टूनिस्ट हेमंत मालवीय के खिलाफ FIR दर्ज की गई है। मालवीय के खिलाफ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS), प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भगवान शिव पर आपत्तिजनक कार्टून एवं टिप्पणी करने का भी आरोप है।
एक अधिकारी ने बताया कि सोशल मीडिया पर सक्रिय कार्टूनिस्ट हेमंत मालवीय के खिलाफ यह FIR शहर के वकील और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ता विनय जोशी की शिकायत पर लसूड़िया पुलिस थाने में बुधवार (21 मई) देर शाम दर्ज की गई।
उन्होंने बताया कि FIR में मालवीय के फेसबुक अकाउंट पर डाली गई आपत्तिजनक सामग्री का जिक्र किया गया है। इसमें भगवान शिव को लेकर कथित तौर पर अनुचित टिप्पणी और प्रधानमंत्री मोदी, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवकों और अन्य लोगों के कथित कार्टून, वीडियो, फोटो और कमेंट्री शामिल हैं।
पीटीआई के मुताबिक FIR में मालवीय के कार्टूनों को आपत्तिजनक, अभद्र और अमर्यादित करार देते हुए आरोप लगाया गया है कि इन्हें हिंदुओं की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की छवि धूमिल करने के इरादे से सोशल मीडिया पर वायरल किया गया है।
लसूड़िया पुलिस थाने के प्रभारी तारेश सोनी ने पीटीआई को बताया, "मालवीय के खिलाफ दर्ज मामले की जांच की जा रही है। अभी आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया गया है।" उन्होंने बताया कि कार्टूनिस्ट के खिलाफ जिन प्रावधानों में मामला दर्ज किया गया है, उनमें भारतीय न्याय संहिता की धारा 196 (अलग-अलग समुदायों के आपसी सद्भाव पर प्रतिकूल प्रभाव डालने वाला कृत्य), धारा 299 (धार्मिक भावनाओं को जान-बूझकर ठेस पहुंचाना) और धारा 352 (शांति भंग करने के इरादे से जान-बूझकर अपमान) के साथ ही सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम की धारा 67-ए (यौन क्रिया से जुड़ी सामग्री का इलेक्ट्रॉनिक स्वरूप में प्रकाशन या प्रसारण) शामिल हैं।
हेमंत मालवीय इंदौर में रहने वाले एक मशहूर कार्टूनिस्ट हैं। उनके सोशल मीडिया प्रोफाइल के अनुसार, वे एक कलाकार, कार्टूनिस्ट और वेडिंग डेकोरेटर हैं। उनके ऑनलाइन पोस्ट में अक्सर राजनीतिक व्यंग्य और समसामयिक मामलों पर टिप्पणी शामिल होती है।
मालवीय को फेसबुक पर करीब 40,000 लोग 'फॉलो' करते हैं। उन्होंने अपनी फेसबुक प्रोफाइल पर यह डिस्कलेमर लिख रखा है कि उनके सभी कार्टूनों के पात्र काल्पनिक हैं। इन पात्रों के चेहरों का किसी भी व्यक्ति के हुलिए से मिलना 'संयोग' और 'दर्शकों की कल्पना' पर निर्भर है।
मालवीय ने आरोपों से इनकार करते हुए इंडियन एक्सप्रेस से कहा, "मुझे मेरे कार्टूनों के लिए निशाना बनाया जाता है जो प्रशासन पर सवाल उठाते हैं।" उन्होंने कहा, "दोनों आपराधिक मामलों में क्लोजर रिपोर्ट दाखिल की गई थी। मैंने कभी भी पीएम की मां के खिलाफ नहीं बोला। रामदेव मामले में बदनामी मिलने के बाद से ही मैं राज्य में दक्षिणपंथियों के निशाने पर हूं।"
यह पहली बार नहीं है जब मालवीय को कानूनी परेशानी का सामना करना पड़ा है। 'इंडियन एक्सप्रेस' की एक रिपोर्ट के अनुसार, उत्तराखंड पुलिस ने योग गुरु रामदेव के कथित अश्लील पोस्टर बनाने के लिए 2022 में उन पर मामला दर्ज किया था। उसी साल बाद में इंदौर पुलिस ने प्रधानमंत्री मोदी की मां की मौत के बाद कथित अपमानजनक टिप्पणी करने के लिए उन पर फिर से मामला दर्ज किया।