सर्दियों के मौसम में हमारी त्वचा अक्सर रूखी और खुरदरी हो जाती है, जिससे शरीर के कई हिस्सों में खुजली की समस्या हो जाती है। शुरू में खुजाने पर थोड़ी राहत मिलती है, लेकिन ये अस्थायी होती है और कुछ समय बाद फिर से परेशानी शुरू हो जाती है। लगातार खुजाने से त्वचा पर लाल चकत्ते, घाव या इंफेक्शन भी हो सकता है, जो स्थिति को और गंभीर बना देता है। खासकर जब यह समस्या शरीर के कई हिस्सों में एक साथ दिखाई देती है, तो बेचैनी और बढ़ जाती है। सर्दियों में ठंडी और शुष्क हवा के कारण त्वचा की नमी कम हो जाती है, जिससे खुजली और ड्राईनेस बढ़ती है।
इस समस्या से राहत पाने के लिए प्राकृतिक और घरेलू उपाय अपनाना सबसे आसान और सुरक्षित तरीका है। नींबू, नीम, सरसों का तेल, एलोवेरा और गेंदे की पत्तियों जैसी चीजें खुजली कम करने में बेहद मददगार साबित होती हैं।
नींबू घर में आसानी से उपलब्ध होता है और इसमें सिट्रिक एसिड और अन्य एसिडिक तत्व मौजूद होते हैं, जो एंटीसेप्टिक और एंटी-इर्रिटेटिंग गुण प्रदान करते हैं। नींबू का रस निचोड़कर पानी में मिलाएं और खुजली वाली जगह पर लगाएं। थोड़ी जलन हो सकती है, लेकिन आराम मिलेगा। इसके अलावा, दो चम्मच नींबू का रस और दो चम्मच तुलसी का रस मिलाकर कॉटन की सहायता से खुजली वाली जगह पर लगाएं।
नीम को कई स्वास्थ्य समस्याओं में लाभकारी माना जाता है। इसके पत्तों में एंटीसेप्टिक और एंटीबायोटिक गुण पाए जाते हैं, जो खुजली को कम करने में मदद करते हैं। नीम के पत्तों को पीसकर दही में मिलाकर खुजली वाली जगह पर लगाएं। या फिर नीम के पत्तों को पानी में उबालकर गुनगुना करके नहाएं, इससे खुजली में राहत मिलेगी।
सर्दियों में सरसों का तेल त्वचा को नमी देने और सूखापन दूर करने में बेहद मदद करता है। नहाने से पहले शरीर पर सरसों का तेल लगाएं और फिर नहाएं। नियमित उपयोग से खुजली की समस्या कम हो जाएगी।
एलोवेरा में एंटीफंगल और एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं। इसमें मौजूद विटामिन E त्वचा में नमी बनाए रखने में मदद करता है। खुजली से राहत पाने के लिए एलोवेरा जेल को प्रभावित हिस्से पर लगाकर सूखने दें और फिर गुनगुने पानी से धो लें। इससे खुजली में आराम मिलेगा।
गेंदे की पंखुड़ियों का उपयोग
गेंदे का पौधा आसानी से उपलब्ध होता है। इसकी पत्तियों को तोड़कर पानी में उबालें और उस पानी से खुजली वाली जगह को साफ करें। गेंदे की पत्तियों में एंटीबैक्टीरियल, एंटीवायरल और एंटीफंगल गुण होते हैं। इस प्रक्रिया को लगातार 7 दिन करने से खुजली में राहत मिलती है।