आपने अक्सर देखा होगा कि बुजुर्ग नहाने से पहले पूरे शरीर की तेल से मालिश करते हैं। ये केवल रिवाज नहीं बल्कि स्वास्थ्य और त्वचा की देखभाल का एक असरदार तरीका है। तेल मालिश से रक्तसंचार बेहतर होता है, मांसपेशियां मजबूत और शरीर लचीला बनता है। नियमित मालिश से थकान कम होती है और ऊर्जा बढ़ती है। खासकर सर्दियों में हल्का गुनगुना तेल शरीर में गर्माहट बनाए रखता है और ठंड से बचाता है। इसमें मौजूद पोषक तत्व और विटामिन त्वचा को पोषण देते हैं, स्किन पोर्स खुलते हैं और त्वचा निखरती है। ये एंटी-एजिंग प्रभाव भी देता है, जिससे त्वचा जवान और ताजगी भरी दिखती है। नहाने से पहले तेल लगाना सिर्फ परंपरा नहीं, बल्कि स्वास्थ्य, तंदुरुस्ती और सुंदरता का आसान और वैज्ञानिक तरीका है।
नहाने से पहले शरीर की मालिश कम से कम आधे घंटे करनी चाहिए। मालिश की शुरुआत हमेशा सिर से करें और धीरे-धीरे पैरों तक आएं। पैर से कभी शुरुआत न करें, क्योंकि इससे रक्तसंचार उलझ सकता है। तेल को हल्का गुनगुना करके लगाएं, बहुत गर्म तेल से स्किन के पोर्स सिकुड़ सकते हैं।
तेल से मालिश करने से शरीर और त्वचा को कई लाभ मिलते हैं:
स्किन के पोर्स को गहराई से पोषण मिलता है और ब्लॉकेज हटता है।
ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है और शरीर में लचीलापन आता है।
मेटाबॉलिज्म मजबूत होता है, थकान दूर होती है और मांसपेशियां मजबूत बनती हैं।
नियमित मालिश से एंटी-एजिंग प्रभाव मिलता है, चेहरे पर निखार आता है और शरीर स्वस्थ रहता है।
शरीर की मालिश के लिए सरसों का तेल सबसे अच्छा विकल्प है। इसमें एंटीऑक्सीडेंट्स, ओमेगा-3 फैटी एसिड और विटामिन E प्रचुर मात्रा में मौजूद होते हैं। तेल को हल्का गुनगुना करके लगाएं, ताकि स्किन के पोर्स बंद न हों और तेल अपने गुण अच्छे से दे सके।
सिर से पैरों की ओर मालिश करें।
कम से कम 30 मिनट तक मालिश करें।
तेल की मात्रा पर्याप्त हो ताकि मसाज आरामदायक रहे।
मालिश के बाद थोड़ी देर तेल को स्किन में समा जाने दें, फिर नहाएं।
इस प्रकार, नहाने से पहले तेल की मालिश केवल परंपरा नहीं, बल्कि स्वास्थ्य और सौंदर्य के लिए एक वैज्ञानिक और प्रभावशाली उपाय है। इसे नियमित करने से त्वचा जवान, मांसपेशियां मजबूत और शरीर स्वस्थ रहता है।