आज के तेज-तर्रार जीवन में गलत खानपान, प्रदूषण और लगातार तनाव के कारण बालों का झड़ना और पतले होना बहुत आम समस्या बन गई है। ऑफिस की भागदौड़, जंक फूड का अधिक सेवन और नींद की कमी सीधे तौर पर हमारे बालों की सेहत पर असर डालती है। कई लोग समय-समय पर शैम्पू और हेयर कंडीशनर का इस्तेमाल करते हैं, लेकिन लंबे समय तक केवल बाजारू उत्पादों पर निर्भर रहना बालों की जड़ों को कमजोर कर सकता है। इसी कारण लोग अब घरेलू और प्राकृतिक उपायों की ओर रुख कर रहे हैं। ऐसे में अक्सर सवाल उठता है कि बालों की ग्रोथ बढ़ाने के लिए कौन सा उपाय बेहतर है
प्याज का रस या लहसुन का तेल। दोनों में अलग-अलग गुण मौजूद हैं और इनका सही इस्तेमाल आपके बालों को घना, मजबूत और स्वस्थ बनाने में मदद कर सकता है। इसलिए जानना जरूरी है कि किस स्थिति में कौन सा उपाय अधिक लाभकारी होगा।
सल्फर से भरपूर: प्याज में सल्फर होता है, जो बालों की जड़ों को मजबूत करता है और टूटने से रोकता है।
ब्लड सर्कुलेशन बढ़ाए: स्कैल्प पर प्याज का रस लगाने से खून का प्रवाह बेहतर होता है, जिससे बालों की जड़ों तक पोषण सही मात्रा में पहुंचता है।
बाल झड़ने में मदद: प्याज के एंटी-बैक्टीरियल गुण फंगल इंफेक्शन को दूर रखते हैं और स्कैल्प को स्वस्थ बनाए रखते हैं।
एंटीसेप्टिक और एंटी-बैक्टीरियल: लहसुन में एलिसिन तत्व होता है, जो बैक्टीरिया और फंगल संक्रमण से बचाता है।
डैंड्रफ और खुजली रोकें: लहसुन के तेल में एंटी-वायरल और एंटी-फंगल गुण होते हैं, जो स्कैल्प को संक्रमण से बचाते हैं और डैंड्रफ को नियंत्रित करते हैं।
मॉनसून में लाभकारी: खासकर आर्द्र मौसम में लहसुन का तेल स्कैल्प को स्वस्थ रखने में मदद करता है।
अगर आपकी मुख्य समस्या बाल झड़ना और कमजोर जड़ें हैं, तो प्याज का रस आपके लिए बेहतर रहेगा। वहीं अगर आप डैंड्रफ, खुजली या स्कैल्प संक्रमण से परेशान हैं, तो लहसुन का तेल सबसे अच्छा विकल्प है।