सिल्क, यानी रेशम, अपनी खास चमक और मुलायमता के लिए दुनियाभर में पसंद किया जाता है। इसकी खासियत और नाजुकता के कारण सिल्क के कपड़े बहुत महंगे बिकते हैं। यही वजह है कि बाजार में नकली सिल्क की भरमार है। अक्सर रेयॉन, पॉलिएस्टर और अन्य सिंथेटिक फाइबर से बने कपड़े असली सिल्क के नाम पर बेचे जाते हैं, और आम लोग आसानी से असली और नकली में फर्क नहीं कर पाते। नकली सिल्क न सिर्फ देखने में असली जैसा लगता है, बल्कि पहनने पर भी असली सिल्क का अनुभव नहीं देता और जल्दी खराब भी हो सकता है।
अगर आप अपने वॉर्डरोब में केवल असली सिल्क रखना चाहते हैं और नकली सिल्क से बचना चाहते हैं, तो कुछ आसान तरीके हैं। इन तरीकों से आप जलाकर जांचना, चमक, टेक्सचर, रिंग टेस्ट और कीमत का ध्यान रखकर असली और नकली सिल्क में फर्क आसानी से पहचान सकते हैं।
1. बर्न टेस्ट (जलाकर जांचें)
असली सिल्क महंगा होता है। अगर बहुत सस्ते दाम में “सिल्क” बेचा जा रहा है, तो वह नकली होने की संभावना अधिक है।
इन तरीकों को अपनाकर आप अपने कपड़ों में असली सिल्क की पहचान आसानी से कर सकते हैं और नकली सिल्क से बच सकते हैं।