भारतीय भोजन में रोटी और चावल दोनों का अपना अलग महत्व है और ये हमारी डाइट का अहम हिस्सा हैं। कई लोगों के लिए हर भोजन में चावल होना जरूरी लगता है, जबकि कुछ लोग रोटी को ही पेट भरने और संतुलित भोजन का मुख्य साधन मानते हैं। हालांकि, अक्सर ये सवाल उठता है कि एक रोटी कितने चावल के बराबर होती है और स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से कौन अधिक फायदेमंद है। यदि पोषण और कैलोरी की बात करें तो रोटी और चावल में हल्का फर्क नजर आता है। रोटी में फाइबर, प्रोटीन और आयरन की अधिक मात्रा होती है, जो धीरे-धीरे पचती है और पेट लंबे समय तक भरा रखती है।
वहीं, चावल हल्का होता है और जल्दी पच जाता है, इसलिए बीमार या कमजोर लोगों के लिए इसे खाना आसान होता है। इस लेख में हम रोटी और चावल के स्वास्थ्य लाभ, कैलोरी, फाइबर और ऊर्जा देने की क्षमता की तुलना करेंगे और जानेंगे कि संतुलित आहार के लिए इन्हें कैसे शामिल किया जा सकता है।
एक मध्यम आकार की गेहूं की रोटी लगभग 40 ग्राम आटे से बनती है और इसमें करीब 120 कैलोरी होती है। वहीं, एक कटोरी पके हुए चावल (लगभग 100 ग्राम) में लगभग 130–140 कैलोरी होती है। इसका मतलब ये है कि कैलोरी के हिसाब से एक रोटी लगभग आधा कप चावल के बराबर मानी जा सकती है।
रोटी में फाइबर, आयरन और प्रोटीन की मात्रा चावल के मुकाबले अधिक होती है। ये धीरे-धीरे पचती है और लंबे समय तक पेट भरा रखती है। इसलिए वजन घटाने वाले और डायबिटीज मरीजों के लिए रोटी ज्यादा फायदेमंद है। वहीं, चावल में पानी की मात्रा अधिक होती है और ये हल्का होने के कारण जल्दी पच जाता है। यही वजह है कि बीमार या कमजोर लोग इसे आसानी से खा सकते हैं क्योंकि ये पेट पर भारी नहीं पड़ता।
ऊर्जा और ब्लड शुगर पर प्रभाव
रोटी और चावल दोनों में कार्बोहाइड्रेट भरपूर होते हैं, इसलिए शरीर को ऊर्जा प्रदान करते हैं। अंतर यह है कि चावल में फाइबर कम होता है और ये जल्दी शुगर बढ़ा सकता है, जबकि रोटी ब्लड शुगर को स्थिर रखने में मदद करती है।
संतुलित आहार के लिए सुझाव
यदि आप संतुलित आहार लेना चाहते हैं तो दिन में रोटी और रात में हल्का चावल लेना बेहतर माना जाता है। इसके अलावा, चावल की जगह ब्राउन राइस या मिलेट रोटी (ज्वार, बाजरा, रागी) शामिल करके पोषण को और बढ़ाया जा सकता है।