आजकल शहरों की भागदौड़ भरी जिंदगी में हर कोई अपने घर में थोड़ी हरियाली चाहता है। छत, बालकनी या किचन गार्डन में लगे छोटे-छोटे गमले न सिर्फ घर को खूबसूरत बनाते हैं बल्कि मन को भी सुकून देते हैं। यही वजह है कि गार्डनिंग अब सिर्फ शौक नहीं बल्कि एक ट्रेंड बन चुका है। लोग छोटी सी जगह में भी पौधे लगाकर अपनी जिंदगी में नेचर का टच जोड़ रहे हैं। हरे-भरे पौधे घर की वाइब्स को पॉजिटिव बनाते हैं और ताजी हवा का एहसास कराते हैं। लेकिन गमलों में पौधे उगाना जितना आसान लगता है, उतना है नहीं।
पौधों की सही ग्रोथ के लिए मिट्टी, पानी और खाद का संतुलन बनाए रखना जरूरी होता है। वरना पौधे जल्दी मुरझा सकते हैं। ऐसे में जरुरी है कि सही उपाय और सही खाद का चुनाव किया जाए ताकि पौधे लंबे समय तक हरे-भरे रहें।
गमलों में मिट्टी की मात्रा सीमित होती है। अगर केमिकल खाद डाल दी जाए, तो पौधों की जड़ें जल सकती हैं और उनकी ग्रोथ रुक सकती है। ऐसे में वर्मी कंपोस्ट, गोबर की खाद या सिटी कंपोस्ट जैसे प्राकृतिक विकल्प सबसे बेहतर साबित होते हैं। वर्मी कंपोस्ट में पौधों के लिए जरूरी पोषक तत्व भरपूर मात्रा में होते हैं, जिससे फूल और फल दोनों की गुणवत्ता बढ़ती है और सब्जियां स्वादिष्ट बनती हैं।
कम जगह में भी गार्डनिंग संभव
छोटी बालकनी, छत या आंगन में भी किचन गार्डन का ट्रेंड तेजी से लोकप्रिय हो रहा है। लोग टमाटर, मिर्च, पालक जैसी सब्जियां उगाते हैं, साथ ही सजावटी फूल भी। तकनीकी प्रबंधक अजीत कुमार के अनुसार, गमलों में पौधों की देखभाल के लिए प्राकृतिक खाद ही सबसे सुरक्षित और असरदार तरीका है।
कीटों से बचाव के आसान उपाय
बरसात के मौसम में नमी बढ़ने से कीड़े लगना आम बात है। रासायनिक दवाओं के बजाय नीम के तेल से बने ऑर्गेनिक पेस्टिसाइड या घरेलू नुस्खे अपनाएं। नीम का छिड़काव पौधों को सुरक्षित रखता है और पर्यावरण के लिए भी पूरी तरह सुरक्षित है।
कौन सी खाद किस पौधे के लिए
गुलाब जैसे वूडी प्लांट में थोड़ी मात्रा में यूरिया या पोटाश दिया जा सकता है, लेकिन टमाटर, स्ट्रॉबेरी जैसी सीजनल फूल और सब्जियों को केवल वर्मी कंपोस्ट या ऑर्गेनिक खाद दें। इन पौधों की जड़ें नाजुक होती हैं और केमिकल खाद से तुरंत नुकसान हो सकता है।
बरसात में गमलों की हरियाली
आगर नियमित रूप से प्राकृतिक खाद डालते रहें और समय-समय पर नीम का छिड़काव करें, तो बरसात में आपके पौधे हरे-भरे और लहलहाते रहेंगे। किचन गार्डनिंग न केवल घर की शोभा बढ़ाती है, बल्कि परिवार को ताजी और सुरक्षित सब्जियां व फल भी देती है।