Andhra Elections 2024: युवजन श्रमिक रायथू कांग्रेस पार्टी (YSRCP) के वरिष्ठ नेता मुद्रगदा पदमनाभम ने आधिकारिक रूप से अपना नाम बदलकर 'पदमनाभा रेड्डी' कर लिया है। वरिष्ठ वाईएसआरसीपी नेता ने हाल ही में समाप्त हुए विधानसभा चुनावों के प्रचार के दौरान राज्य में सत्ताधारी सहयोगी पार्टी जनसेना प्रमुख और आंध्र प्रदेश के डिप्टी सीएम पवन कल्याण को हराने एवं ऐसा करने में विफल रहने पर अपना नाम बदलने का वादा किया था।
पीथापुरम विधानसभा क्षेत्र में कल्याण की जीत के बाद 70 वर्षीय रेड्डी ने अपना नाम बदल लिया। चुनावों से पहले YSRCP नेता ने कल्याण को हराने की चुनौती दी थी। पीटीआई के मुताबिक रेड्डी ने पत्रकारों से कहा, ''किसी ने मुझे अपना नाम बदलने के लिए मजबूर नहीं किया। मैंने अपनी इच्छा से इसे बदला।'' उन्होंने हालांकि जनसेना प्रमुख के प्रशंसकों द्वारा उनसे कथित तौर पर दुर्व्यवहार किये जाने की शिकायत की।
रेड्डी ने कहा, ''जो युवा आपसे (कल्याण से) प्यार करते हैं, वे लगातार मुझे अपशब्द कह रहे हैं। मेरे हिसाब से यह सही नहीं है। गाली देने के बजाय एक काम करो...हमें (परिवार के सभी सदस्यों को) खत्म कर दो।'' कापू समुदाय के एक प्रमुख नेता और सरकार में पूर्व मंत्री रेड्डी ने कापू आरक्षण के लिए अभियान चलाया है। चुनाव से कुछ महीने पहले ही रेड्डी YSRCP में शामिल हुए थे।
आंध्र प्रदेश विधानसभा का पहला सत्र शुरू
आंध्र प्रदेश में 16वीं विधानसभा का पहला सत्र शुक्रवार (21 जून) को नवनिर्वाचित विधायकों के शपथ ग्रहण के साथ शुरू हुआ। तेलुगु देशम पार्टी (TDP) के विधायक जी बुचैया चौधरी ने अस्थाई अध्यक्ष के तौर पर सदन की कार्यवाही की अध्यक्षता की। पीटीआई के मुताबिक, अमरावती के वेलागापुडी स्थित विधानसभा कक्ष में सुबह 9 बज कर 45 मिनट पर सत्र शुरू हुआ। मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ढाई साल से अधिक समय के बाद सत्र में शामिल हुए।
अभिनेता से राजनेता और जनसेना प्रमुख पवन कल्याण ने अपने 16 साल के राजनीतिक जीवन में पहली बार पीथापुरम विधानसभा सीट से विधायक और उपमुख्यमंत्री के तौर पर सदन में एंट्री किया। इस सत्र में विधानसभा के नए अध्यक्ष और उपाध्यक्ष का चुनाव होगा। शपथ लेने के बाद नायडू अस्थाई अध्यक्ष के आसन के समीप गए और दोनों ने एक-दूसरे का अभिवादन किया। आंध्र प्रदेश विधानसभा चुनावों में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन ने 175 सदस्यीय सदन में 164 सीटें जीती हैं।