भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने सभी को चौंकाते हुए इस बार चुनाव की तरीखों के ऐलान से कुछ महीनों पहले ही छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में 21 सीटों पर उम्मीदवारों की अपनी पहली लिस्ट (BJP Candidates List) जारी कर दी है। 90 विधानसभा सीट वाले छत्तीसगढ़ में नवंबर-दिसंबर के बीच में चुनाव होंगे। लिस्ट जारी होने के बाद से पाटन विधानसभा क्षेत्र छत्तीसगढ़ की सबसे हॉट सीट बन गई है। ऐसा इसलिए क्योंकि BJP ने इस सीट पर राजनीतिक लड़ाई को रिश्तों का द्वंद्व बना दिया।
दरअसल छत्तीसगढ़ की पाटन सीट पर अब दो नेताओं के साथ-साथ एक चाचा और भतीजा के बीच भी मुकाबला होगा। BJP ने पाटन (Patan) सीट से अपने मौजूदा सांसद विजय बघेल (Vijay Baghel) को टिकट दिया है और पाटन के मौजूदा विधायक हैं मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel)।
मजेदार बात ये है कि विजय बघेल CM बघेल के रिश्तेदार हैं, और रिश्ते में भूपेश बघेल, विजय बघेल के चाचा लगते हैं। जाहिर है इस वजह से पाटन अब छत्तीसगढ़ की हॉट सीट बन गई। बघेल को BJP ने घोषणा पत्र समिति का संयोजक भी बना रखा है।
पाटन से उम्मीदवार बनाए जाने के बाद बघेल का भी जोश हाई है, तभी तो उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ की जनता की बदौलत हम कांग्रेस को पटखनी देंगे। इतना ही नहीं उनके समर्थकों ने तो यहां तक दावा कर दिया है कि अब सीएम भूपेश बघेल दो सीट से चुनाव लड़ेंगे। हालांकि, ये तो तभी साफ होगा जब कांग्रेस की लिस्ट आएगी।
पाटन सीट का इतिहास देखें तो साल 2003 से कांग्रेस के दिग्गज भूपेश बघेल का ये गढ़ है। सिर्फ 2008 के चुनाव में बघेल को यहां से हार का सामना करना पड़ा था, लेकिन उसके बाद से लगातार जीत हासिल करते आ रहे हैं।
पाटन विधानसभा में बघेल वोटरों की आबादी अच्छी खासी है। ऐसा माना जा रहा है कि BJP ने मुख्यमंत्री को शिकस्त देने के लिए ही उनके सामने बघेल उम्मीदवार को उतारा है।
भूपेश बघेल को पहले भी टक्कर दे चुके हैं विजय बघेल
एक खास बात ये भी है कि विजय बघेल 2003, 2008 और 2013 में भूपेश बघेल को पाटन से टक्कर दे चुके हैं। 2003 में विजय बघेल ने राष्ट्रवादी कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा और हार गए। चुनाव हारने के बाद इसी साल उन्होंने BJP का दामन थाम लिया।
फिर आते हैं 2008 के चुनाव और BJP उन्हें पाटन से अपना उम्मीदवार बनाती है और दूसरी तरफ कांग्रेस के टिकट पर उनके सामने चाचा भूपेश बघेल रहते हैं। इस बार बाजी भतीजा मार ले जाता है। इस चुनाव में विजय बघेल ने भूपेश बघेल करारी शिकस्त दी थी। इसी साथ विजय बघेल पहली बार विधायक बने।
2013 के चुनाव में एक बार BJP विजय बघेल पर भरोसा जताती है, लेकिन इस बाजी पलट जाती है और सीट भूपेश बघेल के खाते में चली जाती है। साल 2018 में बीजपी अपना उम्मीदवार बदल देती है और फिर से उसे हार का सामना करना पड़ता है।
इसके एक साल बाद पार्टी विजय बघेल को दुर्ग से 2019 के आम चुनाव का टिकट देती है और बघेल चुनाव जीतकर लोकसभा पहुंच जाते हैं। हालांकि, अब लग रहा है कि 2018 की गलती से बीजेपी ने कुछ सीख ली है, क्योंकि तब उम्मीदवार बदलने का खमियाजा और उसे वोटों के नुकसान से चुकाना पड़ा था।
छत्तीसगढ़ की लिस्ट में पांच महिलाओं को टिकट दिया गया है। इसके अलावा एक दलित और आदिवासी समुदाय के 10 लोगों को भी उम्मीदवार बनाया गया है।