जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के नतीजों के अब तक जो रुझान सामने आए हैं, उनके हिसाब से नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस का गठबंधन जीत की ओर बढ़ता दिख रहा है। दोनों दलों ने चुना से पहले गठबंधन किए थे। परिसीमन के बाद जम्म-कश्मीर में सीटों की संख्या में बदलाव हुआ था। विधानसभा क्षेत्र के परिसीमन के बाद यह जम्मू-कश्मीर में पहला विधानसभा चुनाव था। परिसीमन के बाद कुल सीटों की संख्या 90 है। इनमें से 47 सीटें घाटी में हैं, जबकि 43 सीटें जम्मू में हैं।
परिसीमन के बाद बढ़ गई सीटों की संख्या
परिसीमन से पहले जम्मू-कश्मीर में सीटों की कुल संख्या 87 थी। इस बार नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) ने 51 सीटों पर उम्मीदवार खड़े किए थे, जबकि कांग्रेस ने 32 सीटों पर चुनाव लड़ा था। करीब 5 विधानसभा सीटों पर दोनों दलों के बीच दोस्ताना मुकाबला था। अब तक आए रुझान के हिसाब से एनसी-कांग्रेस का गठबंधन 52 सीटों पर आगे चल रहा है।
एनसी सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभर रही
NC 40 सीटों पर आगे चल रही है, जबकि कांग्रेस के उम्मीदवार 11 सीटों पर आगे चल रहे हैं। अगर इस बार के चुनावों में कांग्रेस के प्रदर्शन की बात करें तो सीटों के लिहाज से कांग्रेस के प्रदर्शन में कोई सुधार नहीं दिख रहा है। 2014 में हुए चुनावों में कांग्रेस 12 सीटें जीतने में सफल रही थी। तब एनसी को 15 सीटें मिली थी। इससे यह जाहिर होता है कि इस बार कांग्रेस के साथ गठबंधन का काफी फायदा एनसी को मिला है। इस गठबंधन का ज्यादा फायदा कांग्रेस को नहीं मिल पाया है।
बीजेपी के प्रदर्शन में ज्यादा सुधार नहीं
अगर BJP के लिहाज से देखा जाए तो उसका प्रदर्शन न तो बहुत अच्छा रहा है और न ही बहुत खराब। अब तक आए रुझान के हिसाब से BJP 27 सीटों पर आगे चल रही है। ये सभी सीटें जम्मू इलाके की हैं। घाटी में इस बार भी बीजेपी जीत का खाता खोलने में नाकाम दिख रही है। 2014 के चुनावों में बीजेपी घाटी में खाता खोलने में नाकाम रही थी। उसने जम्मू इलाके में अच्छा प्रदर्शन किया था। इस बार बीजेपी ने जम्मू की सभी सीटों पर उम्मीदवार खड़े किए थे। घाटी में उसने 19 उम्मीदवार खड़े किए थे। 2014 को चुनाव में BJP को जम्मू-कश्मीर में 25 सीटों पर जीत मिली थी। इस तरह सीटों के लिहाज से बीजेपी के प्रदर्शन में ज्यादा बदलाव नहीं दिख रहा।
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सीटें कम लेकिन सबसे ज्यादा वोट शेयर BJP का
अगर जम्मू-कश्मीर में BJP और Congress के प्रदर्शन की तुलना करें तो भले ही बीजेपी को कांग्रेस के मुकाबले दोगुनी सीटें मिलती दिख रही हैं। लेकिन, उसके सीटों की संख्या 2014 के मुकाबले ज्यादा बढ़ती नहीं दिख रही हैं। यही बात कांग्रेस के साथ भी लागू होती है। अगर वोटर शेयर के हिसाब से दोनों दलों के प्रदर्शन को देखा जाए तो BJP का वोट शेयर जहां 26.18 फीसदी वही कांग्रेस का वोट शेयर 11.97 फीसदी है। उधर, NC का वोट शेयर 23.20 फीसदी है। इस तरह तीनों दलों में सबसे ज्यादा वोट शेयर BJP का है। इसके बावजूद BJP के सीटों की कम संख्या की सबसे बड़ी वजह घाटी इलाके में उसका प्रदर्शन है। 19 सीटों पर उम्मीदवार खड़े करने के बावजूद वह एक भी सीट जीतने में नाकाम रही है।