कांग्रेस (Congress) के वरिष्ठ नेता कमल नाथ (Kamalnath) ने मंगलवार को मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव (MP Assembly Election) के नतीजों पर हैरानी जताई। उन्होंने दावा किया कि कुछ पूर्व विधायकों ने उनसे शिकायत की थी कि उनकी सीटों पर उन्हें 50 से जयादा वोट नहीं मिले। उनके साथी और कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह ने भी चुनाव में 'धांधली' और 'गड़बड़ी' का आरोप लगाया है।
कमल नाथ ने मीडिया से कहा, "हम जीतने और हारने वाले विधायकों के साथ चर्चा कर रहे हैं और परिणाम का विश्लेषण कर रहे हैं। कुछ विधायकों ने मुझसे मुलाकात की है, और उनमें से एक ने मुझे बताया कि उन्हें अपने गांव में केवल 50 वोट मिले। ये कैसे संभव है? एग्जिट पोल सिर्फ माहौल बनाने के लिए किए जाते हैं।"
कमल नाथ ने इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (EVM) के साथ संभावित छेड़छाड़ का दावा किया। दिग्विजय सिंह ने भी अपने बयानों में यही आरोप लगाया था। दिग्विजय ने X पर लिखा, "चिप वाली किसी भी मशीन को हैक किया जा सकता है।"
दिग्विजय की टिप्पणी के बाद दूसरे विपक्षी दलों के अलावा BJP और कांग्रेस चुनाव परिणाम को लेकर आमने-सामने हैं, जिसे नेशनल कॉन्फ्रेंस और शिवसेना (यूबीटी) समेत पार्टियों के नेताओं ने भी समर्थन दिया है।
शिवसेना (यूबीटी) सांसद संजय राउत, “चुनाव परिणाम अप्रत्याशित और चौकाने वाले हैं, लेकिन हम लोकतांत्रिक प्रक्रिया का सम्मान करते हैं। जब जनादेश आपकी पार्टी के खिलाफ जाता है, तो उसे स्वीकार करना पड़ता है। बहरहाल, मध्य प्रदेश के नतीजे हमारे लिए चौंकाने वाले ही नहीं चौंकाने वाले भी हैं। चार में से तीन राज्यों के चुनाव नतीजों को EVM जनादेश माना जाना चाहिए और इसे उसी तरह से स्वीकार किया जाना चाहिए।”
हालांकि, ये पूछे जाने पर कि क्या EVM हैक हुई थी? चुनाव नतीजों पर हैरानी जताते हुए कमल नाथ ने कहा, "बिना चर्चा किए निष्कर्ष निकालना सही नहीं होगा। मैं पहले सभी से बात करूंगा।" उन्होंने कहा, "आप भी जानते हैं कि मूड क्या था। आप मुझसे क्यों पूछ रहे हैं? लोगों से पूछिए।"
230 सदस्यीय विधानसभा में BJP ने 163 सीटें जीतीं और कांग्रेस को 66 सीटों के साथ काफी पीछे धकेल दिया।
इस बीच, पार्टी की हार के बाद राज्य कांग्रेस प्रमुख के रूप में कमल नाथ के इस्तीफे की अटकलें तेज हो गईं। सूत्रों की मानें, तो कमलनाथ कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से मिलकर इस्तीफा दे सकते हैं।