Madhya Pradesh Assembly Elections 2023 Voting: देश के सबसे साफ-सुथरे शहर इंदौर की मशहूर चाट-चौपाटी "56 दुकान" के दुकानदारों ने मध्य प्रदेश विधानसभा चुनावों में मतदान को बढ़ावा देने के लिए अनोखी पहल की है। मध्य प्रदेश में जारी मतदान के बीच वोट डालने वाले हर उस व्यक्ति को इस चाट-चौपाटी में पोहे-जलेबी का मुफ्त नाश्ता कराया जा रहा है। फ्री पोहा-जलेबी के लिए मतदाताओं को अपनी उंगली पर लगा अमिट स्याही का निशान दिखाना पड़ रहा है। न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक, मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के दौरान इंदौर में शुक्रवार सुबह 9 बजे से पहले मतदान करने वाले लोगों को मुफ्त पोहा और जलेबी बांटा गया।
मुफ्त पोहा और जलेबी बांटने वाले मधुरम स्वीट्स के मालिक श्याम शर्मा ने ANI से कहा, "मुझे विश्वास है कि 100% मतदान होगा। इसी भावना के साथ हमने जनता के लिए सुबह 6 बजे से 9:30 बजे तक पोहा और जलेबी की व्यवस्था की है। सभी ने अपने उंगली पर स्याही दिखाई। उन्होंने अपना कर्तव्य अच्छे से निभाया।"
"56 दुकान व्यापारी संघ" के अध्यक्ष गुंजन शर्मा ने पीटीआई से कहा कि स्वच्छता के पैमानों पर इंदौर देशभर में पहले पायदान पर है। हम चाहते हैं कि हमारा शहर मतदान के मामले में भी अव्वल रहे। इसके लिए हमने वोट देकर आने वाले मतदाताओं को मुफ्त पोहा-जलेबी खिलाने का फैसला किया है।
शर्मा ने बताया कि "56 दुकान" चाट-चौपाटी में मतदाताओं के लिए मुफ्त पोहे-जलेबी की पेशकश 17 नवंबर को सुबह 9 बजे तक थी। इसके बाद हर मतदाता को पूरे दिन पोहा-जलेबी की कीमत में 10 प्रतिशत की खास छूट दी जाएगी।
भारतीय खाद्य सुरक्षा नियामक (FSSAI) ने संबंधित पैमानों पर खरा उतरने के कारण "56 दुकान" को "क्लीन स्ट्रीट फूड हब" का दर्जा दे रखा है। इस चाट-चौपाटी पर स्वाद के शौकीनों का हमेशा जमावड़ा लगा रहता है। वीकेंड में यहां खासी भीड़ होती है।
विधानसभा चुनावों की सरगर्मियों के बीच "56 दुकान" में पकवानों के चटखारों के साथ ही चुनावी मुद्दों पर चर्चाएं भी खूब हो रही हैं। दुकान पर पहुंचने वाले ज्यादातर स्थानीय मतदाताओं का मानना है कि शहर की बरसों से बदहाल यातायात व्यवस्था में सुधार बेहद जरूरी है और सूबे की अगली सरकार को इसके लिए ठोस कदम उठाने चाहिए।
युवा मतदाता अंकित यादव ने पीटीआई से कहा कि इंदौर में ट्रैफिक व्यवस्था को सुगम बनाया जाना चाहिए. खासकर चौराहों पर कई लोग यातायात नियम तोड़ते हैं, जिससे जानलेवा हादसों का खतरा बना रहता है।
साल 2018 में हुए पिछले विधानसभा चुनावों के दौरान इंदौर के शहरी इलाके की पांच सीटों पर कुल 14.72 लाख मतदाता मतदान के लिए पात्र थे। यहां औसतन 67 प्रतिशत मतदान हुआ था। मौजूदा विधानसभा चुनावों में इन पांच विधानसभा क्षेत्रों में कुल 15.55 लाख लोग मताधिकार का इस्तेमाल करने के पात्र हैं।