Madhya Pradesh Assembly Election 2023: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मंगलवार को जाति जनगणना को देश का एक्स-रे करार दिया, जोकि OBC, दलितों और आदिवासियों की स्थिति पर प्रकाश डालेगा। उन्होंने कहा कि चाहे कुछ भी हो उनकी पार्टी केंद्र को इस कवायद को संपन्न कराने के लिए मजबूर करेगी । उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जातीय जनगणना के मुद्दे पर नहीं बोलने का भी आरोप लगाया। राहुल गांधी ने ब्यौहारी में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि अगर कांग्रेस मध्य प्रदेश में सत्ता में वापस आती है, तो आदिवासियों को वन भूमि पर अधिकार मिलेगा और सरकार तत्काल जाति जनगणना का आदेश देगी। उन्होंने आदिवासी बहुल जिलों के लिए कई वादे किए।
गांधी ने गारंटी दी कि कांग्रेस के सत्ता में आने के बाद आदिवासियों को भूमि अधिकार दिए जाएंगे। उन्होंने आश्वासन दिया कि कांग्रेस प्रशासन तेंदू (भारतीय आबनूस) के पत्तों के एक बैग के लिए अब 4,000 रुपये का भुगतान करेगा। बता दें कि राज्य में अनुसूचित जनजाति के लिए 47 सीटें आरक्षित हैं। लेकिन 89 से ज्यादा सीटों पर आदिवासियों का प्रभाव है। विधानसभा में कुल 230 सीटें हैं।
पीटीआई के मुताबिक, राहुल गांधी ने कहा, "देश में ओबीसी, दलित और आदिवासियों की स्थिति का सच जानने के लिए हम केंद्र सरकार को जातीय जनगणना कराने के लिए मजबूर करेंगे। राजस्थान, और छत्तीसगढ़ में हमारी सरकारों ने इसके लिए प्रक्रिया शुरू का दी है।" वह राज्य विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा के एक दिन बाद मध्य प्रदेश के शहडोल जिले के ब्यौहारी में एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि जाति जनगणना देश का एक्स-रे है। देश के आदिवासी, दलित, ओबीसी घायल हैं। आइए जांच करें… इससे तस्वीर साफ हो जाएगी। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कहा कि हमने प्रधानमंत्री मोदी को कांग्रेस द्वारा की गई जाति जनगणना के आंकड़े जारी करने की चुनौती दी। लेकिन इसके बारे में बात करने के बजाय, वह पाकिस्तान, अफगानिस्तान और दक्षिण के बारे में बात करते हैं…जाति जनगणना पर बोलिए।
भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी द्वारा लिखी गई एक किताब का जिक्र करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि किताब में उल्लेख किया गया है कि गुजरात नहीं, बल्कि मध्य प्रदेश बीजेपी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की प्रयोगशाला है। उन्होंने राज्य की BJP सरकार पर निशाना साधा। गांधी ने कहा कि लेकिन मध्य प्रदेश मृत व्यक्तियों के इलाज, व्यापमं, बच्चों के मध्याह्न भोजन, आदिवासियों और महिलाओं के खिलाफ अत्याचार जैसे कई घोटालों की प्रयोगशाला है।
राहुल गांधी पर पलटवार करते हुए सत्तारूढ़ बीजेपी ने कहा कि वह अंग्रेजों की विचारधारा के अनुरूप आदिवासियों में फूट डालने की कोशिश कर रहे हैं। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी मोहब्बत की दुकान की बात करते हैं, लेकिन असल में वह झूठ की दुकान चला रहे हैं। चौहान ने एक बयान में कहा कि राहुल गांधी ने चुनावी राज्य में एक सभा को संबोधित करते हुए केवल झूठ बोला।
चौहान ने कहा कि राहुल गांधी 'मोहब्बत की दुकान' की बात करते हैं। लेकिन असल में वह 'झूठ की दुकान' चलाते हैं और उन्होंने रैली में भी झूठ बोला। मुख्यमंत्री ने कहा कि सभा में राहुल गांधी वास्तव में छत्तीसगढ़ और राजस्थान में कांग्रेस सरकारों के काले कारनामों को गिना रहे थे। क्योंकि पिछले लगभग दो दशकों में भाजपा सरकार के कल्याणकारी कार्यक्रमों और विकास कार्यों के कारण मध्य प्रदेश में समाज का हर वर्ग खुश है।
CM ने आरोप लगाया कि कांग्रेस सरकार ने अपने 15 महीने के शासन के दौरान बैगा, भारिया और सहरिया जनजातियों की प्रत्येक महिला को एक हजार रुपये का आहार अनुदान बंद कर दिया। उन्होंने कहा कि इसके बावजूद गांधी आदिवासियों के विकास की बात कर रहे हैं। चौहान ने कहा कि गांधी को जवाब देना चाहिए कि कांग्रेस ने आदिवासी महिलाओं के अधिकार क्यों छीने। मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस ने युवाओं को 4,000 रुपये बेरोजगारी भत्ता देने का भी फर्जी वादा किया था। राहुल गांधी को अपने झूठ के लिए माफी मांगनी चाहिए।