मध्य प्रदेश विधानसभा चुनावों की तैयारी की बात करें तो BJP मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस से आगे दिख रही है। राज्य में 17 नवंबर को चुनाव होने वाले हैं। उम्मीदवारों के नामों के ऐलान और दूसरी तैयारियों में भाजपा का पलड़ा भारी दिख रहा है। कुल 230 सीटों में से भाजपा ने 136 सीटों के लिए उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर दिया है। कांग्रेस ने अब तक उम्मीदवारों की पहली लिस्ट का भी ऐलान नहीं किया है। इस बार पांच राज्यों के चुनाव होने जा रहे हैं। इनमें एमपी के अलावा राजस्थान, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम शामिल हैं। सभी राज्यों में मतदान नवंबर में अलग-अलग तारीखों पर होंगे। चुनावे के नतीजे 3 दिसंबर को आएंगे। चुनाव आयोग ने 9 अक्टूबर को इन राज्यों में विधानसभा चुनावों के कार्यक्रम का ऐलान किया था। सीटों के लिहाज से पांचों में मध्य प्रदेश सबसे बड़ा राज्य है। 200 सीटों के साथ राजस्थान दूसरे नंबर पर है।
17 नवंबर को एमपी में मतदान
मध्य प्रदेश में सिर्फ एक दिन 17 नवंबर को वोटिंग होगी। दूसरे राज्यों के साथ यहां हुए मतदान की गिनती 3 दिसंबर को होगी। BJP ने 17 अगस्त को ही उम्मीदवारों की पहली लिस्ट का ऐलान कर दिया था। उसने चुनाव के कार्यक्रम के ऐलान से करीब 2 महीने पहले ही पहली लिस्ट जारी कर दी थी। तब उसने 39 सीटों के उम्मीदवारों के नामों का ऐलान किया था। न सिर्फ सीटों के ऐलान में भाजपा आगे हैं बल्कि पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व ने इसकी तैयारी भी बहुत पहले शुरू कर दी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले 7 महीनों में 9 बार मध्य प्रदेश का दौरा किया है। उन्होंने ज्यादातर इन मौके पर रैलियां की हैं या योजनाओं के ऐलान किए हैं।
कांग्रेस के नेता रैलियां करने में भी पीछे
इधर, कांग्रेस इस मामले में थोड़ा सुस्त नजर आती है। पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी 12 जून से अब तक राज्य में सिर्प तीन बार चुनावी रैलियां की हैं। उन्होंने पार्टी के चुनावी अभियानों की शुरुआत जबलपुर से की थी। उनके भाई और कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने इस राज्य में सिर्फ एक चुनावी रैली को संबोधित किया है। भाजपा राज्यों के लोगों तक पहुंच बनाने में भी कांग्रेस से आगे है। उसने जन आशीर्वाद यात्रा के जरिए 233 विधानसभा सीटों के मतदाताओं से संपर्क साधा है। इसकी शुरुआत 3 सितंबर से हुई थी। यह यात्रा 25 सितंबर को भोपाल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली के साथ खत्म हुई।
भाजपा ने संपर्क यात्रा की शुरुआत भी पहले की
भाजपा की जन आशीर्वाद यात्रा का जवाब कांग्रेस ने 'जन आक्रोश यात्रा' से दिया था। यह यात्रा 19 सितंबर को शुरू हुई थी। इसके तहत पार्टी ने 230 सीटों के मतदाताओं से संपर्क साधने की कोशिश की है। धार में 5 अक्टूबर को प्रियंका की रैली के साथ इस यात्रा का समापन हुआ।