MP Election 2023: मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा विधानसभा क्षेत्र (Chhindwara Assembly Constituency) के शाहपुर (Shahpur) गांव के केवल एक मतदाता ने ही शुक्रवार को राज्य चुनाव में वोट डाला, क्योंकि बाकी स्थानीय लोगों ने कांग्रेस की तरफ से एक अन्य सीट से एक स्थानीय नेता को टिकट देने से इनकार करने के विरोध में मतदान का बहिष्कार किया। छिंदवाड़ा से मौजूदा विधायक और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ (Kamal Nath) और BJP के विवेक बंटी साहू मुख्य उम्मीदवार हैं।
गांव के 1,063 रजिस्टर्ड मतदाताओं में से केवल गांव के कोटवार ने शाम 6 बजे के आसपास अपना वोट डाला, वो भी तब जब मतदान खत्म होने वाला था। इतना ही नहीं गांव वालों को कल्याणकारी योजनाओं के बारे में बताने और प्रशासन की सहायता करने के लिए नियुक्त किया गया।
स्थानीय निवासी दौलत सिंह ने कहा कि ग्राम पंचायत ने गुरुवार को मतदान का बहिष्कार करने का फैसला किया, क्योंकि कांग्रेस ने चौरई विधानसभा सीट से शाहपुर के रहने वाले नीरज बंटी पटेल को टिकट नहीं दिया।
पटेल चौरई से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ रहे हैं। बूथ पीठासीन अधिकारी रमेश गाडगे के अनुसार, केवल कोटवार गोपाल ने वोट डाला। उन्होंने कहा कि उसी मतदान केंद्र पर 2018 में 99 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया था।
मध्य प्रदेश के इतिहास में सबसे ज्यादा मतदान
अधिकारियों ने शनिवार को बताया कि मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव में 76.22 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया, जो राज्य के इतिहास में सबसे ज्यादा है। शुक्रवार को एक ही चरण में सभी 230 विधानसभा क्षेत्रों के लिए मतदान हुआ।
1956 में इसकी स्थापना के बाद से मध्य प्रदेश के इतिहास में इस बार का मतदान प्रतिशत सबसे ज्यादा रहा। इसने 2018 के विधानसभा चुनावों के 75.63 प्रतिशत मतदान को भी 0.59 प्रतिशत से ज्यादा कर दिया है।
अधिकारियों ने बताया कि पूर्वी मध्य प्रदेश के सिवनी जिले में सबसे ज्यादा 85.68 प्रतिशत मतदान हुआ, जबकि पश्चिमी क्षेत्र के आदिवासी बहुल अलीराजपुर में सबसे कम 60.10 प्रतिशत मतदान हुआ।
छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र के साथ सीमा साझा करने वाले पश्चिमी क्षेत्र में नक्सल प्रभावित बालाघाट जिले में 85.23 प्रतिशत का दूसरा सबसे बड़ा मतदान दर्ज किया गया, जो दर्शाता है कि गोलियों पर मतपत्रों की जीत हुई, क्योंकि माओवादियों ने लोगों को मतदान करने से हतोत्साहित किया और चुनाव प्रक्रिया में बाधाएं डालीं।