Credit Cards

Rajasthan Election 2023: 'हमारे लिए CM बनना नहीं, लोगों का जनादेश हासिल करना जरूरी है' CM गहलोत के साथ प्रचार पर क्या बोले सचिन पायलट?

Rajasthan Election 2023: पूर्व डिप्टी सीएम ने जयपुर में अपने प्रचार के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा। क्योंकि रविवार को मोदी ने कहा था कि गहलोत और पायलट 2018 के बाद से केवल "एक-दूसरे को भगाने" की कोशिश में लगे हैं। पायलट ने News18 से कहा कि पीएम को इसके बजाय अपनी पार्टी में भ्रम के बारे में बात करनी चाहिए और उन्होंने वसुंधरा राजे पर कटाक्ष किया

अपडेटेड Nov 21, 2023 पर 2:05 PM
Story continues below Advertisement
Rajasthan Election 2023: 'हमारे लिए CM बनना नहीं, लोगों का जनादेश हासिल करना जरूरी है' सचिन पायलट से खास बातचीत

Rajasthan Election 2023: राजस्थान (Rajasthan) में किसी भी कांग्रेस (Congress) नेता के लिए मुख्यमंत्री बनना महत्वपूर्ण नहीं है और उनकी सबसे बड़ी प्राथमिकती विधानसभा चुनाव (Assembly Election) जीतना है, कांग्रेस नेता सचिन पायलट (Sachin Pilot) ने News18 के साथ खास बातचीत में ये बात कही। उन्होंने अपने और सीएम अशोक गहलोत के संयुक्त प्रचार न होने की बात को भी खारिज कर दिया। इसके बजाय कहा कि भारतीय जनता पार्टी के पास जवाब देने के लिए बहुत कुछ है और उसके राज्य के शीर्ष नेता "नाराज" हैं।

पूर्व डिप्टी सीएम ने जयपुर में अपने प्रचार के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा। क्योंकि रविवार को मोदी ने कहा था कि गहलोत और पायलट 2018 के बाद से केवल "एक-दूसरे को भगाने" की कोशिश में लगे हैं।

पायलट ने News18 से कहा कि पीएम को इसके बजाय अपनी पार्टी में भ्रम के बारे में बात करनी चाहिए और उन्होंने वसुंधरा राजे पर कटाक्ष किया।


उन्होंने कहा कि जब संयुक्त अभियान का सवाल आता है, तो फोटो सेशन अहम नहीं होता है। पायलट ने कहा कि वह गहलोत का सम्मान करते हैं।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस के लिए उन तीन या चार राज्यों में जीत हासिल करना जरूरी है, जहां चुनाव होने वाले हैं, ताकि पार्टी 2024 में बीजेपी को हराने की स्थिति में हो।

पायलट ने News18 को बताया कि बीजेपी राजस्थान में "नकारात्मक अभियान" चला रही है, कांग्रेस की योजनाओं की नकल कर रही है और उनकी दोबारा से पैकेजिंग कर रही है और अपना ध्यान "मंदिर-मस्जिद" मुद्दों पर केंद्रित कर रही है।

सचिन पायलट से सवाल-जवाब का सिलसिला:

सवाल: पीएम मोदी ने कहा है कि अशोक गहलोत और सचिन पायलट पिछले पांच साल से एक-दूसरे को भगाने की कोशिश कर रहे थे...

जवाब: उन्होंने हंसते हुए कहा मुझे लगता है कि उन्हें अपनी पार्टी के बारे में ज्यादा बात करनी चाहिए - बीजेपी क्या कर रही है और राजस्थान में बीजेपी के राज्य नेतृत्व में स्पष्टता की कमी है।

हम सभी जानते हैं कि उनके भीतर भ्रम है। जहां तक ​​मेरी पार्टी का सवाल है, हम बहुत साफ हैं - हम एकजुट होकर और एक टीम के रूप में लड़ रहे हैं। बीजेपी के पास मुद्दों की कमी है और उसके पास लोगों को बताने के लिए कुछ भी नहीं है।

केंद्र की बीजेपी सरकार ने पिछले 10 सालों में राजस्थान के लिए क्या किया है और अगले पांच सालों के लिए उनका रोडमैप क्या है? वे तो बस इस उम्मीद में बैठे हैं कि राजस्थान में प्राकृतिक घटनाक्रम के चलते सत्ता परिवर्तन होगा और उन्हें इतिहास से लाभ मिलेगा। दुर्भाग्य से उनके लिए ये सच नहीं है। जमीनी हकीकत अलग है।

जिन दो राज्यों मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में मतदान हुआ है, वहां कांग्रेस ने अच्छा प्रदर्शन किया है। राजस्थान में भी हम इस चलन को तोड़ेंगे। बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व की टिप्पणियों से ये स्पष्ट है कि उनके पास राजस्थान के लोगों को देने के लिए बहुत कम है, इसलिए वे केवल आरोप लगा रहे हैं, उंगली उठा रहे हैं और ये नहीं बता पा रहे हैं कि वे राजस्थान के लोगों के लिए क्या करेंगे।

सवाल: लेकिन प्रधानमंत्री जो कह रहे हैं वो भी पूरी तरह झूठ नहीं है, आपके और अशोक गहलोत के बीच मनमुटाव था...

जवाब: ये एकदम झूठ है। कुछ ऐसे मुद्दे हैं, जो मुझे लगा कि लोगों के लिए जरूरी हैं। मैंने उन मुद्दों को उठाया, पार्टी ने संज्ञान लिया, एक समिति बनाई, हमने सुधारात्मक कदम उठाए, राज्य सरकार ने कार्रवाई की और यही कारण है कि आज हम ये कहने की स्थिति में हैं कि हम वापस आएंगे।

जब भी हम सरकार बनाते हैं, हम कभी सत्ता में नहीं लौटते। लेकिन इस बार हमने साथ मिलकर जो किया है, उसके कारण राज्य के लोगों का मुद्दा, जो हमने उठाया और सरकार ने उस पर कार्रवाई की, हम सत्ता विरोधी लहर को मात देने की अच्छी स्थिति में हैं।

Rajasthan Election: 400 रुपए में LPG सिलेंडर, 10 लाख रोजगार और जाति जनगणना सहित कांग्रेस ने किए ये प्रमुख वादे 

इसका श्रेय हमें जाता है कि हम बहस करने, चर्चा करने और पार्टी, सरकार और राजस्थान के लोगों के लिए सबसे अच्छा रास्ता निकालने में सक्षम थे। दुर्भाग्य से बीजेपी के पास पूर्ण बहुमत था, क्योंकि राज्य से सभी सांसद उनके थे, लेकिन उन्होंने राज्य के लिए कुछ नहीं किया। अब भी उनका प्रचार एक नकारात्मक अभियान है।

उनके पास कोई ब्लूप्रिंट नहीं है, उनके पास पांच साल का एजेंडा नहीं है, वे हमारी योजनाओं की नकल कर रहे हैं और उन्हें दोबारा पैक कर रहे हैं। राजस्थान में उनके नेतृत्व में स्पष्टता की कमी है और यहां तक ​​कि अभियान में भी रफ्तार की कमी है। वे देश भर से लोगों को यहां प्रचार के लिए क्यों ला रहे हैं? ऐसा इसलिए है, क्योंकि उनके राज्य के नेताओं के पास जमीन पर पकड़ और जुड़ाव नहीं है।

सवाल: हमने आपको और गहलोत को एक साथ प्रचार करते नहीं देखा है, पिछली बार आपने प्रसिद्ध मोटरसाइकिल की सवारी की थी। क्या ऐसी छवि दोबारा देखने को मिलेगी?

जवाब: हमने हमेशा साथ मिलकर प्रचार किया है। कल (रविवार) ही, राहुल गांधी और मैंने एक साथ प्रचार किया। खड़गे जी, और प्रियंका गांधी..हम सभी राज्य के अलग-अलग इलाकों को कवर कर रहे हैं। मुझे लगता है कि अगर ये सिर्फ एक तस्वीर क्लिक करवाने के लिए है, तो आप अपने संसाधनों और समय को प्राथमिकता नहीं दे पाएंगे। हमारे पास केवल तीन दिन बचे हैं, इसलिए हमने एक साथ प्रचार किया है, हम एक टीम के रूप में काम कर रहे हैं, और नेतृत्व के सभी मुद्दे, भविष्य - सब कुछ तय किया जा रहा है

ये बीजेपी है, जिसमें सभी पहलुओं में स्पष्टता की कमी है - आपकों राजस्थान में नाराज नेता दिखेंगे, आपको राजस्थान में कई उम्मीदवारों को एक ही पद के लिए लड़ते हुए देखेंगे। लोग दोनों पार्टियों और धारणाओं का आकलन कर रहे हैं।

सवाल: आपका मतलब है कि नाराज नेता वसुंधरा राजे हैं?

जवाब: मैं किसी का नाम नहीं ले रहा, आप नाम ले रहे हैं।

सवाल: ऐसी धारणा है कि केवल राहुल गांधी ही आपको और गहलोत को एक साथ लाते हैं, आप दोनों अकेले साथ नहीं आते?

जवाब: गहलोत ने बहुत संतुलित बयान दिए हैं, मैं भी इस बारे में बात कर रहा हूं कि हमें भविष्य में क्या करने की जरूरत है। मैं कहता रहता हूं कि 'जो हो गया, सो हो गया, पहले की बात हो गई'। पार्टी ने मुझसे भूलने, माफ करने और आगे बढ़ने को कहा है। हम यही कर रहे हैं। देश के लिए जरूरी है और कांग्रेस को मजबूत करना जरूरी है।

कांग्रेस मजबूत होगी, तो विपक्ष मजबूत होगा। अगर हम राज्य चुनाव जीतेंगे, तो कांग्रेस मजबूत होगी। व्यक्ति उतना महत्वपूर्ण नहीं है, जितना पार्टी। पार्टियां सरकारें बनाती हैं। अगर पार्टी मजबूत नहीं है, तो आप सरकार कैसे बनाएंगे? ये मीडिया में चीजों को उठाने का एक नेरेटिव है। हमारे एजेंडे और अभियान को देखें - इसे बीजेपी की तरफ से 'ये हो गया, वो हो गया' जैसी कहानियां गढ़ने के बजाय पेश किया जाना चाहिए।

सवाल: लेकिन राजस्थान में कांग्रेस के सीएम के चेहरे को लेकर कोई स्पष्टता नहीं है...

जवाब: एक पार्टी के रूप में, ये हमेशा भाजपा ही है, जो सीएम चेहरे और पीएम चेहरे की घोषणा करती है। एक पार्टी के रूप में हम एक प्रक्रिया का पालन करते हैं, जहां संगठन काम करता है और जनादेश हासिल करता है और निर्वाचित विधायक शीर्ष नेतृत्व से बात करते हैं और तय करते हैं कि सरकार का नेतृत्व कौन करेगा।

हमारी परंपरा और परंपरा में कोई बदलाव नहीं है, ये चुनाव में जाने वाले सभी राज्यों के लिए है। चुनाव से पहले हमारी ओर से कोई घोषणा नहीं की जाती, बीजेपी ही नामों की घोषणा करने में गर्व महसूस करती है, इस बार उन्होंने ऐसा क्यों नहीं किया? ये सवाल आपको उनसे जरूर पूछना चाहिए।

सवाल: अगर पिछले पांच सालों की तरह सचिन पायलट के पक्ष में केवल 20-22 विधायक हैं, तो सचिन पायलट सीएम कैसे बनेंगे?

जवाब: आप मुझसे सीएम बनने के बारे में क्यों पूछ रहे हैं? आपको मुझसे पूछना चाहिए कि चुनाव कैसे जीता जाए, सीएम, पीएम आदि बनना हममें से किसी के लिए महत्वपूर्ण नहीं है। कांग्रेस में हम सब हाथ के निशान पर जीतते हैं। यहां कोई समूह, गुट या वफादार नहीं है।

केवल मीडिया ही ऐसा कहता है, बहुत से लोगों को ऐसे आंकड़े और गणनाएं बताने में बहुत मजा आता है। हम सभी ने 2018 में एक पंक्ति का प्रस्ताव पारित किया था कि नेतृत्व जो भी निर्णय लेगा, हम उसका पालन करेंगे। मैं उन विधायकों में से एक था और गहलोत भी थे। बिल्कुल वैसा ही 2023 में होगा। ये हमारे लिए कोई मुद्दा नहीं है, ये आप सबके लिए नया हो सकता है, हमारे लिए राजस्थान की जनता का जनादेश और उनके वोट और विश्वास मिलना मायने रखता है। हम इस बार इस चलन को तोड़ना चाहते हैं।'

सवाल: एक इंटरव्यू में सीएम से पूछा और उन्होंने कहा कि कोई कैसे कह सकता है कि वह आपसे प्यार नहीं करता?

जवाब: वह सही है, ये सच है, इसे कोई कैसे कह सकता है? पेशेवर और व्यक्तिगत रूप से हमारे पास, जो कुछ भी है वह हमारे बीच है। और हमें जो भी कहना और बात करनी होती है, हम दिल्ली में अपने नेताओं के साथ करते हैं।

सवाल: तो क्या आप अशोक गहलोत का सम्मान करते हैं?

जवाब: हम साथ मिलकर काम कर रहे हैं, जो कोई भी उम्र में मुझसे बड़ा है, मैंने हमेशा उसे पूरा सम्मान दिया है, चाहे परिस्थितियां कैसी भी हों। चाहे कुछ भी आरोप लगाया जाए या कहा जाए, मैंने कभी किसी का अनादर नहीं किया है। मेरा पालन-पोषण इसी तरह हुआ है और मैं ऐसा ही करना जारी रखूंगा।

हिंदी में शेयर बाजार स्टॉक मार्केट न्यूज़,  बिजनेस न्यूज़,  पर्सनल फाइनेंस और अन्य देश से जुड़ी खबरें सबसे पहले मनीकंट्रोल हिंदी पर पढ़ें. डेली मार्केट अपडेट के लिए Moneycontrol App  डाउनलोड करें।