इस बार होली सिर्फ रंगों का नहीं, बल्कि एक दुर्लभ खगोलीय नजारे का भी गवाह बनेगी! 14 मार्च 2025 को जब आप रंगों में सराबोर होंगे, तब आसमान में एक अनोखी घटना घट रही होगी—ब्लड मून। यानी चंद्रमा गहरे लाल रंग में चमकता नजर आएगा। ज्योतिषाचार्य के अनुसार, ये पूर्ण चंद्र ग्रहण होगा, जो करीब तीन साल बाद दिखाई देगा। इससे पहले 2022 में ऐसा अद्भुत नजारा देखा गया था। जब सूर्य, पृथ्वी और चंद्रमा एक सीध में आते हैं, तो पृथ्वी की छाया चंद्रमा को पूरी तरह ढक लेती है और वो लालिमा लिए चमकने लगता है,
जिसे ब्लड मून कहते हैं। हालांकि, ये चंद्र ग्रहण भारत में नहीं दिखेगा, इसलिए इसका सूतक काल मान्य नहीं होगा। लेकिन दुनिया के कई हिस्सों में ये रोमांचक दृश्य देखने को मिलेगा।
ब्लड मून तब बनता है जब पूर्णिमा के चंद्रमा, पृथ्वी और सूर्य एक सीध में आ जाते हैं। इस दौरान पृथ्वी की छाया चंद्रमा पर पड़ती है, जिससे उसका रंग धीरे-धीरे लाल हो जाता है। ये खगोलीय घटना अद्भुत और दुर्लभ होती है।
क्या भारत में दिखेगा यह चंद्र ग्रहण?
14 मार्च 2025 को लगने वाला यह चंद्र ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा। ये ग्रहण सुबह 9:29 बजे से दोपहर 3:29 बजे तक रहेगा, लेकिन चूंकि ये दिन के समय होगा, इसलिए भारत में इसका प्रभाव नहीं पड़ेगा और सूतक काल भी मान्य नहीं होगा।
किन देशों में दिखेगा ये चंद्र ग्रहण?
इस साल का पहला चंद्र ग्रहण दुनिया के कई हिस्सों में साफ-साफ दिखाई देगा। ये देश और क्षेत्र इस प्रकार हैं:
उत्तरी और दक्षिणी अमेरिका, यूरोप,आर्कटिक महासागर,ऑस्ट्रेलिया,अफ्रीका,अटलांटिक महासागर,पूर्वी एशिया,अंटार्कटिका
चंद्र ग्रहण के दौरान क्या सावधानियां बरतें?
अगर आपके क्षेत्र में ये ग्रहण दिखाई दे रहा है, तो कुछ पारंपरिक मान्यताओं के अनुसार इन बातों का ध्यान रखना जरूरी माना जाता है:
वृद्ध और बीमार व्यक्तियों को छोड़कर, ग्रहण काल के दौरान भोजन करने से बचें।
गर्भवती महिलाओं को नुकीली चीजों का उपयोग करने से परहेज करना चाहिए।
इस दौरान भगवान की मूर्तियों को न छूने और पूजा-पाठ न करने की सलाह दी जाती है।
ग्रहण के बाद स्नान करके पवित्र जल छिड़कना शुभ माना जाता है।