देश के 41 फीसदी उपभोक्ता का कहना है कि वे ऑनलाइन खरीदारी के दौरान दर्ज की जाने वाले अपनी व्यक्तिगत और वित्तीय जानकारियों की सुरक्षा को लेकर चिंतित है। वहीं 48 फीसदी का कहना है कि वे इस बात को लेकर आश्वस्त हैं कि कोरोना की नई लहर से जुड़ी चिंताओं के बावजूद उनकी वित्तीय सेहत पर कोई खास असर नहीं पड़ेगा। इसके अलावा सर्वे में शामिल करीब 67% प्रतिभागियों का मानना है कि रुपये-पैसे और निवेश के मामले में पुरुषों के मुकाबले महिलाएं बेहतर फैसले लेती है। ये जानकारी एक्सिस माई इंडिया के एक हालिया सर्वे में सामने आई है।
कंज्यूमर सेंटीमेंट इंडेक्स (CSI) नाम के इस सर्वे के लिए 36 राज्यों के 10,525 लोगों की राय ली गई है। इनमें से 70 फीसदी ग्रामीण पृष्ठभूमि के थे, जबकि 30 फीसदी शहरी क्षेत्र के थे। इसके अलावा, प्रतिभागियों में से 59% पुरुष थे जबकि 41% महिलाएं थीं। एक्सिस माई इंडिया हर महीने यह सर्वे कराती है।
एक्सिस माई इंडिया ने बताया कि जनवरी महीने में कंज्यूमर सेंटीमेंट इंडेक्स (CSI) स्कोर +7 रहा, जो पिछले महीने के स्कोर +10 से कम है। सेटीमेंट में यह गिरावट पिछले तीन महीनों से जरूरी और गैर-जरूरी दोनों कैटेगरी के सामानों पर होने वाले खर्च में कमी के चलते आई है। जनवरी में ओमीक्रोन वेरिएंट के डर से खर्च में गिरावट और अधिक बढ़ गई।
सर्वे में पाया गया कि 53% परिवारों के लिए कुल घरेलू खर्च में बढ़ोतरी हुई है, हालांकि यह पिछले महीने में हुई बढ़ोतरी से 6% कम है। वहीं 33% परिवारों का कुल खर्च जनवरी महीने में समान रहा, जो पिछले पांच महीनों में सबसे अधिक है।
सर्वे में पाया गया कि उत्तर और दक्षिण भारत के 43% परिवारों में पर्सनल केयर और घरेलू सामानों जैसे आवश्यक खर्चों में बढ़ोतरी हुई है। हालांकि, यह पिछले पांच महीनों में सबसे कम उछाल भी है। वहीं 33% परिवारों के लिए खर्च समान रहता है (पिछले महीने के बराबर)।
एसी, कार, रेफ्रिजरेटर जैसे गैर-जरूरी उत्पादों पर खर्च 10% परिवारों के लिए बढ़ा है, जो पिछले पांच महीनों की तुलना में और भी कम प्रतिशत दर्शाता है। वहीं 83% परिवारों के लिए यह खर्च समान रहा है, जो पिछले महीने से 5% अधिक है।
स्वास्थ्य से जुड़ी वस्तुओं की खपत 44% परिवारों के लिए कमोबेश समान रही, जबकि 38% परिवारों में बढ़ोतरी देखी गई। टीवी, इंटरनेट और रेडियो जैसे मीडिया की खपत में पिछले महीने की तरह ही 24% परिवारों में बढ़ोतरी हुई है। इसके अलावा, 89% परिवारों ने कहा कि वे छुट्टियां बिताने, मॉल और रेस्तरां के लिए बाहर जा रहे थे।